नमामि गंगे प्रोजेक्ट में मदद को आगे आया वर्ल्ड बैंक, मिली 3023 करोड़ की ऋण सहायता
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट नमामि गंगे में मदद के लिए अब वर्ल्ड बैंक ने भी हाथ बढ़ाया है। इसके लिए वर्ल्ड बैंक 40 करोड़ डॉलर यानी 3023 करोड़ रुपये की ऋण सहायता देगा। जिसका इस्तेमाल दूसरी राष्ट्रीय गंगा नदी बेसिन परियोजना में प्रदूषण को कम करने और नदी बेसिन के प्रबंधन को मजबूत करने में होगा, जो 50 करोड़ से अधिक लोगों का घर है।
वर्ल्ड बैंक के मुताबिक इस पूरे फंड में 38.1 करोड़ डॉलर लोन के रूप में होगा, जबकि 1.9 करोड़ डॉलर प्रस्तावित गारंटी के रूप में होगा। भारत सरकार की ओर से आर्थिक मामलों के विभाग में अतिरिक्त सचिव समीर कुमार खरे और वर्ल्ड बैंक के भारत में कार्यवाहक निदेशक कैसर खान ने एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर किए। प्रोजेक्ट के अधिकारियों के मुताबिक इसमें 1134 करोड़ का इस्तेमाल तीन हाइब्रिड एन्यूइटी मोड परियोजनाओं में किया जाएगा, जो मेरठ, आगरा और सहारनपुर में गंगा की सहायक नदी यमुना और काली पर खर्च होगा।
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मामले में वर्ल्ड बैंक के निदेशक जुनैद अहमद ने कहा कि विश्व बैंक की पहली परियोजना ने नदी के किनारे 20 प्रदूषण वाले हॉटस्पॉटों में महत्वपूर्ण सीवेज संरचना के निर्माण में मदद की और यह परियोजना सहायक नदियों तक इस पैमाने को बढ़ाने में मदद करेगी। यह सरकार को गंगा बेसिन के रूप में बड़े और जटिल नदी बेसिन का प्रबंधन करने के लिए आवश्यक संस्थानों को मजबूत करने में भी मदद करेगा।