मुंबई प्लेन क्रैश: इस छोटी सी वजह से बच गई 30 लोगों की जिंदगी
मुंबई। मुंबई के घाटकोपर इलाके में एक चार्टर्ड विमान क्रैश हो गया है। विमान के एक निर्माणाधीन बिल्डिंग से टकराने के बाद आग लग गई। ये घटना घाटकोपर के सर्वोदय नगर इलाके के प्रसिद्ध जाग्रूति बिल्डिंग के करीब हुई। विमान में चार लोग सवार थे। इस हादसे में 5 लोगों की मौत हुई। जिसमें एक राहगीर भी शामिल है। इस हादसे में और लोगों की जान जा सकती थी अगर बिल्डिंग के काम करने वाले कर्मचारी लंच पर ना गए होते।
लंच टाइम के वजह से लगभग 30 मजदूरों की जान बच गई
एक चश्मदीद ने बताया कि प्लेन पेड़ से टकराने के बाद कंस्ट्रक्शन साइट पर गिरा। यहां बहुत से मजदूर काम करते हैं, लेकिन हादसा लंच टाइम पर हुआ, इसलिए वहां कोई मौजूद नहीं था। कंस्ट्रक्शन साइड के एक अधिकारी ने बताया कि, इस हादसे में मरने वालों की संख्या बढ़ सकती थी अगर प्लेन थोड़ी देर पहले क्रैश हुआ होता। एयरक्राफ्ट 1:15 बजे क्रैश हुआ। उस वक्त सभी मजदूर लंच के लिए जा चुके थे। वर्कर काम तीन बजे फिर से शुरु करते हैं। लंच टाइम के वजह से लगभग 30 मजदूरों की जान बच गई।
प्लेन क्रैश साइट के ठीक पीछे वाली बिल्डिंग में मौजूद थे 250 छात्र
क्रैश साइट से 500 मीटर की दूरी पर रहने वाले एक बिजनेसमैन अनंत कंधोर इस हादसे के चश्मदीदों में से एक हैं। उन्होंने बताया कि, उन्होंने अपनी बलकनी से आसमान ने आग से घिरा एक प्लेन देखा। जो नीचे की ओर आ रहा है। मुझे लगा कि यह मेरी बिल्डिंग से टकराने वाला है। लेकिन वह मेरी बिल्डिंग से कुछ सौ मीटर पहले ही क्रैश हो गया। वहीं जिस जगह पर प्लेन क्रैश हुआ ठीक उसे पीछे एक मैनेजमेंट इंस्टीट्यूट भी है। जहां पर उस वक्त लगभग 250 बच्चे पढ़ रहे थे।
इमारत का हाल ही शुरु हुआ था काम
पड़ोस में रहने वाली एक निवासी नैना पर्व ने ने बताया कि, इमारत पिछले पांच सालों से निर्माणाधीन है। उड़ान क्षेत्र के कारण इसे उंचाई बढ़ाने की मंजूरी नहीं मिली थी। हाल ही मंजूरी मिलने के बाद इसमें काम शुरु हुआ था। पहले इस तरह की खबर आई थी कि ये प्लेन उत्तर प्रदेश सरकार का है, लेकिन बाद में सरकार की ओर से बयान आया कि ये विमान यूपी सरकार का नहीं है। यूपी सरकार का कहना है कि उन्होंने ये विमान मुंबई की ही एक कंपनी यूवाई एविएशन को बेच दिया था।