वैक्सीन की कम से कम बर्बादी को सुनिश्चित करने और इसको लेकर झिझक को दूर करने की दिशा में हो काम- सोनिया गांधी
कांग्रेस पार्टी प्रमुख सोनिया गांधी ने गुरुवार को पार्टी महासचिवों के साथ एक वर्चअल बैठक की। इस दौरान उन्होंने पार्टी नेताओं से वैक्सीन के प्रति झिझक को कम करने के लिए कार्य करने को कहा।
नई दिल्ली, 24 जून। कांग्रेस पार्टी प्रमुख सोनिया गांधी ने गुरुवार को पार्टी महासचिवों के साथ एक वर्चअल बैठक की। इस दौरान उन्होंने पार्टी महासचिवों से लोगों में कोरोना की वैक्सीन को लेकर हिचकिचाहट को दूर करने और वैक्सीन की कम से कम बर्बादी को सुनिश्चित करने की दिशा में काम करने को कहा। उन्होंने आगे, 'हमें इसके साथ यह भी सुनिश्चित करना होगा कि लोगों का वैक्सीन के लिए ज्यादा से ज्यादा पंजीकरण हो, लोगों में टीके को लेकर झिझक कम हो और वैक्सीन की बर्बादी कम से कम हो।'
Recommended Video
सोनिया गांधी ने कहा कि दैनिक टीकाकरण दर को तिगुना करना होगा ताकि वर्ष के अंत तक 75% आबादी को पूरी तरह से टीका लगाया जा सके। उन्होंने आगे कहा कि इसमें कोई शक नहीं है कि टीकाकरण पूरी तरह वैक्सीन की आपूर्ति की पर्याप्तता पर निर्भर करता है। हमें केंद्र सरकार पर दबाव बनाना जारी रखना चाहिए, जिसने हमारी पार्टी के आग्रह पर आखिरकार इसकी जिम्मेदारी ले ली है।
यह भी पढ़ें: चार मृत शिक्षकों को भी दे डाली बीएड की ऑनलाइन ट्रेंनिग, चारों की कोरोना से हो गई थी मौत!
बता दें कि कांग्रेस पार्टी ने कुछ दिनों पहले केंद्र सरकार से कोविड-19 महामारी पर एक श्वेत पत्र में कम से कम समय में मुफ्त, सार्वभौमिक टीकाकरण और इससे मरने वाले लोगों को मुआवजा देने की मांग की थी। कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा मंगलवार को जारी किए गए दस्तावेज़ में सरकार से घरेलू वैक्सीन उत्पादन में तेजी लाने के लिए पेटेंट अधिनियम 1970 के तहत अनिवार्य लाइसेंसिंग प्रावधानों को लागू करने के लिए कहा गया है।
दस्तावेज जारी करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर में 90% मौतें अनावश्यक थी, क्योंकि यदि ऑक्सीजन और दवाएं उपलब्ध होतीं तो उन्हें बचाया जा सकता था। गुरुवार को हुई बैठक संसद के मानसून सत्र से ठीक पहले हुई है। मानसून सत्र के जुलाई में शुरू होने की संभावना है। बता दें कि कांग्रेस पार्टी कृषि कानूनों, तेल की बढ़ती कीमतों के मुद्दे पर केंद्र सरकार पर लगातार हमलावर रही है।
बता दें कि भारत में अब तक 30 करोड़ लोगों को कोरोना की वैक्सीन लगाई जा चुकी है। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार गुरुवार को भारत में कोरोना के 54,069 नए मामले सामने आए, जबकि इस दौरान 1,321 लोगों की मौत हो गई। नई मौतों के साथ मौत का कुल आंकड़ा 391,981 पहुंच गया है।