Women's Day 2020: मिलिए Indian Navy की पहली महिला पायलट सब-लेफ्टिनेंट शिवांगी से
नई दिल्ली। समंदर को हमेशा से ही एक ऐसी जगह माना जाता था जहां पर केवल पुरुषों का ही सिक्का चल सकता है। लेकिन करीब तीन साल पहले इस मिथ को इंडियन नेवी की वीमेन टीम तारिणी ने तोड़ा तो उसके बाद पिछले वर्ष सब-लेफ्टिनेंट शिवांगी स्वरूप ने भी अपना योगदान इस तथ्य को बदलने में दिया। सब-लेफ्टिनेंट शिवांगी, नेवी की पहली महिला पायलट हैं जो डॉर्नियर सर्विलांस एयरक्राफ्ट को उड़ाएंगी। इस समय केरल के कोच्चि स्थित सदर्न नेवल कमांड में तैनात शिवांगी को ट्रेनिंग पूरी करने के बाद दिसंबर 2019 में नेवी में बतौर पायलट तैनाती मिली। बिहार के मुजफ्फरपुर जिले की रहने वाली शिवांगी नेवी में फिक्स्ड विंग एयरक्राफ्ट पायलट हैं।
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काफी समय से था इस पल का इंतजार
सब लेफ्टिनेंट शिवांगी ने कहा, 'मैं बहुत सालों से इस दिन का इंतजार कर रही थी और आज आखिरकार यह दिन मेरी जिंदगी में आ गया है। मैं बहुत खुश हूं और अब मैं तीसरे चरण की ट्रेनिंग पूरी करने की तरफ ध्यान लगा रही हूं।' उन्होंने डीएवी पब्लिक स्कूल से अपनी पढ़ाई पूरी की है। स्कूली शिक्षा पूरी करने के बाद शिवांगी ने सिक्किम मणिपाल इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से बीटेक किया। जो एयरक्राफ्ट, शिवांगी का एयक्राफ्ट होगा उस डॉर्नियर को कम दूरी के समुद्री मिशन पर भेजा जाता है। एयरक्राफ्ट में एडवांस सर्विलांस, रडार, नेटवर्किंग और इलेक्ट्रॉनिक सेंसर लगे होते हैं।
बेटी को मिला माता-पिता का सपोर्ट
शिवांगी के पिता हरिभूषण सिंह को अपनी बेटी की इस उपलब्धि पर काफी गर्व है। उन्होंने कहा, 'हमारी बेटी ने एक साधारण परिवार से होने पर भी बड़ी ऊंचाई हासिल की है। मैं पेशे से शिक्षक हूं, और अब बेटी ने देश का रक्षा दायित्व संभाला है। सच में गर्व हो रहा है। वो बचपन से ही अपने चैलेंज एक्सेप्ट कर रही थी। मैं सभी अभिभावकों को कहना चाहता हूं कि बेटा हो या बेटी सभी को सपोर्ट करें। माता-पिता के रहते बेटियां बहुत कुछ कर सकती हैं।' वहीं, शिवांगी की मां कहती हैं कि उन्होंने बेटी को मैंने कभी पीछे हटने नहीं दिया, हर कदम पर उसका साथ दिया।
कैसे मिली नेवी में आने के लिए प्रेरणा
शिवांगी के पिता बताते हैं कि बेटी जब बीटेक की पढ़ाई कर रही थी तभी एक नेवी ऑफिसर उसके कॉलेज आए थे। वह नेवी से इतना प्रभावित हुई कि इस क्षेत्र में जाने का फैसला कर लिया। साल 2010 में उन्होंने सीबीएसई मीडियम से 10वीं की परीक्षा पास की। इसके बाद साइंस स्टूडेंट के तौर पर उन्होंने 12वीं की पढ़ाई पूरी की। इसके बाद इंजीनियिरंग में ग्रेजुएशन किया। शिवांगी ने एमटेक की पढ़ाई के लिए एडमिशन भी लिया था लेकिन एडमिशन के बाद उनका सेलेक्शन एसएसबी में हो गया। सब लेफ्टिनेंट के तौर पर सेलेक्ट हुईं शिवांगी ने ट्रेनिंग पूरी की और इसके बाद पहली महिला पायलट के रूप में उनका सेलेक्शन हुआ। शिवांगी, जून 2017 में वाइस एडमिरल एके चावला के नेतृत्व में औपचारिक तौर पर नेवी में कमीशंड हुई थीं।