पहली बार देश के चार बड़े हाईकोर्ट में हैं महिला चीफ जस्टिस, HC में कुल 10 फीसदी जज हैं महिलाएं
देश के 24 हाईकोर्ट में करीब 632 जजों में सिर्फ 68 जज महिलाए हैं। यह आंकड़ा कुल जजों का लगभग 10.7 फीसदी है। जबकि सुप्रीम कोर्ट में 28 जजों में से सिर्फ एक महिला जज है।
नई दिल्ली। न्याय व्यवस्था के शीर्ष पदों में अब तक पुरुषों का ही बोलबाला रहा है लेकिन अब स्थिति बदल रही है। देश के चार महानगरों मुंबई, दिल्ली, कोलकाता और चेन्नई में स्थित देश के बड़े और सबसे पुराने हाईकोर्ट की प्रमुख महिला जज हैं।
31
मार्च
को
बना
इतिहास
31
मार्च
को
इंदिरा
बनर्जी
को
मद्रास
हाईकोर्ट
की
चीफ
जस्टिस
नियुक्त
किए
जाने
के
साथ
ही
यह
इतिहास
बन
गया।
मद्रास
हाईकोर्ट
में
चीफ
जस्टिस
को
मिलाकर
कुल
छह
महिला
जज
हैं
जबकि
53
पुरुष
जज
हैं।
इंदिरा
बनर्जी
को
31
मार्च
को
चीफ
जस्टिस
बनाया
गया।
बॉम्बे
HC
में
चीफ
जस्टिस
मंजुला
चेल्लुर
बॉम्बे
हाईकोर्ट
की
चीफ
जस्टिस
मंजुला
चेल्लुर
हैं
जो
26
सितंबर
2012
को
पहली
बार
एक
हाईकोर्ट
की
चीफ
जस्टिस
बनीं।
उन्हें
बीते
साल
22
अगस्त
को
बॉम्बे
हाईकोर्ट
की
चीफ
जस्टिस
नियुक्त
किया
है।
दिलचस्प
बात
यह
है
कि
बॉम्बे
हाईकोर्ट
में
सबसे
ज्यादा
11
महिला
जज
हैं।
यहां
61
पुरुष
जज
नियुक्त
हैं।
नंबर
दो
की
स्थिति
में
भी
महिला
जज
ही
हैं।
दिल्ली
में
चीफ
जस्टिस
जीएस
रोहिणी
दिल्ली
हाईकोर्ट
में
चीफ
जस्टिस
जीएस
रोहिणी
कार्यरत
हैं।
वह
अप्रैल
2014
से
यहां
हैं।
दिल्ली
में
9
महिला
जज
हैं
और
35
पुरुष
जज
हैं।
यहां
भी
नंबर
दो
की
स्थिति
में
एक
महिला
जज
ही
हैं।
कलकत्ता
में
चीफ
जस्टिस
निशिता
निर्मल
म्हात्रे
कलकत्ता
हाईकोर्ट
की
कमान
चीफ
जस्टिस
निशिता
निर्मल
म्हात्रे
के
हाथ
है।
वह
बीते
साल
1
दिसंबर
से
इस
पद
पर
हैं।
यहां
35
पुरुष
जजों
के
मुकाबले
सिर्फ
4
महिला
जज
नियुक्त
हैं।
देश
के
24
हाईकोर्ट
में
करीब
632
जजों
में
सिर्फ
68
जज
महिलाए
हैं।
यह
आंकड़ा
कुल
जजों
का
लगभग
10.7
फीसदी
है।
जबकि
सुप्रीम
कोर्ट
में
28
जजों
में
से
सिर्फ
एक
महिला
जज
है।