'माहवारी के दौरान औरत खाना बनाए तो कुतिया के रूप में होगा पुनर्जन्म: स्वामी कृष्णस्वरूप दासजी
नई दिल्ली। समाज में महिलाओं का दर्जा पुरुष के बराबर होता है, उन्हें पुरुषों से कमतर आंकना किसी भी सभ्य समाज में सही नहीं कहा जा सकता है। लेकिन महिलाओं को लेकर दिए गए अपने विवादित बयान की वजह से गुजरात के भुज स्थित स्वामीनारायण मंदिर के स्वामी कृष्णस्वरूप दासजी की जमकर आलोचना हो रही है। जिस तरह से उन्होंने महिलाओं को लेकर बयान दिया है उसके बाद वह विवादों में घिर गए हैं। स्वामी कृष्णस्वरूप ने कहा कि अगर महिलाओं को माहवारी यानी पीरियड्स आ रहे हैं तो उन्हें इस दौरान खाना नहीं बनाना चाहिए।
कुतिया के रूप में होगा पुनर्जन्म
महिलाओं को लेकर दिए गए बयान की वजह से स्वामी कृष्णस्वरूपदासजी की अब लोगों के निशाने पर हैं। उन्होंने कहा कि माहवारी के दौरान अगर महिला किचन में पति के लिए खाना बनाती है तो निश्चित तौर पर वह कुतिया के रूप में पुनर्जन्म लेगी। यही नहीं ऐसी महिला के हाथ का खाना खाने वाले का अगले जन्म में बैल के रूप में जन्म होगा। स्वामी कृष्णस्वरूपदासजी के इस बयान के बाद लगातार सोशल मीडिया पर लोग उनकी आलोचना कर रहे हैं। लोग यहां तक सवाल खड़े कर रहे हैं कि आखिर किसने उन्हें मठ का स्वामी बना दिया।
शादी से पहले खाना बनाना आना चाहिए
बता दें कि स्वामी कृष्णस्वरूप दासजी भुज मंदिर के उपदेशक हैं। उन्होंने गुजराती भाषा में जो उपदेश दिया, उसमे उन्होंने कहा कि एक बार जब कोई महिला माहवारी से गुजर रही होती है और उसके हाथ की रोटी खा ले तो अगले जन्म में वह निश्चत तौर पर बैल बनेगा। अहमदाबाद मिरर की खबर के अनुसार स्वामी कृष्णस्वरूपदासजी ने कहा कि अगर महिला की माहवारी चल रही है और इस दौरान उसके हाथ से बना हुआ खाना आप खाते हैं तो उसके दोषी आप भी हैं, शास्त्रों में इन चीजों के बारे में साफ-साफ लिखा है। यही नहीं शादी से पहले महिला को पता होना चाहिए कि खाना कैसे बनाना है।
आपको जो सही लगे करिए
स्वामी कृष्णस्वरूपदासजी यहीं नहीं रुके उन्होंने आगे कहा कि मुझे इस बात का स्मरण नहीं है कि मैंने पहले आप लोगों को इस बारे में बताया है या नहीं, लेकिन पिछले 10 साल में मैं पहली बार ये सुझाव दे रहा हूं। तमाम संत मुझसे कहते हैं कि आप धर्म के छुपे हुए तथ्यों पर बात नहीं करते हैं, लेकिन मैं बताऊंगा हीं तो लोगों को इस बारे में जानकारी कैसे मिलेगी। शास्त्रों का हवाला देते हुए स्वामी ने कहा कि आप लोगों को जैसा सही लगे वैसा कर सकते हैं, लेकिन शास्त्रों में जो लिखा है वह मैंने आपको बताया।
सफाई देने से इनकार
महिलाओं को लेकर स्वामी कृष्णस्वरूपदासजी ने जो उपदेश दिया है उसका एक वीडियो क्लिप भी सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वहीं जब इस विवादित टिप्पणी के बारे में स्वामी कृष्णस्वरूपदासजी से पूछा गया तो उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया। वहीं मंदिर के कोठारी देवप्रकाश स्वामी ने कहा कि मुझे इस बारे में कोई जानकारी नहीं है।