श्रमिक स्पेशल ट्रेन में महिला यात्री की हुई मौत, इटावा स्टेशन पर उतारा गया शव
श्रमिक स्पेशल ट्रेन में महिला यात्री की हुई मौत, इटावा स्टेशन पर उतारा गया शव
नई दिल्ली। श्रमिक स्पेशल ट्रेन में एक महिला की मौत हो गई। पश्चिम बंगाल कलिंगपोंग की रहने वाली 51 वर्षीय महिला का शव बुधवार रात 11 बजे इटावा स्टेशन पर उतारा गया। महिला दिल्ली से परिवार के चार लोगों के साथ यात्रा कर रही थी। इन सभी को महिला के शव के साथ स्टेशन पर उतारा गया। महिला की मौत किस वजह से हुई इसकी अभी तक कोई पुष्टि नहीं हुई हैं।
बता दें चिलचिलाती गर्मी और भूखे प्यासे श्रमिक ट्रेनों में यात्रा कर रहे प्रवासी श्रमिकों का सफर बहुत ही कष्टकारी हो चुका हैं। भारतीय रेलवे की श्रमिक स्पेशल ट्रेनों में यूपी और बिहार रुट पर यात्रा के दौरान पिछले 48 घंटों में नौ लोगों की मौत की खबर सामने आई हैं। मरने वालों के रिश्तेदारों और अधिकारियों ने ये जानकारी बुधवार 27 मई को दी। मीडिया रिपोर्ट के अनसार इनमें से पांच लोग उत्तर प्रदेश जा रहे थे और चार बिहार की यात्रा कर रहे थे। सोमवार से लेकर अब तक श्रमिक स्पेशल' ट्रेनों में नौ यात्रियों को मृत पाया गया है और उनमें वो महिला भी शामिल है, जिसका छोटा सा बेटा बिहार के एक रेलवे प्लेटफार्म पर पड़ी अपनी मां की लाश के पास उसे उठाने का प्रयास कर रहा था। इस मासूम का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल भी हुआ था।
ये वायरल वीडियो 35 वर्षीय उरेश खातून का था। बता दें मुजफ्फरपुर रेलवे स्टेशन पर सोमवार, 25 मई को प्रवासी मजदूरों के साथ एक श्रमिक स्पेशल ट्रेन पहुंची। ट्रेन में अपने ढाई साल के बच्चे के साथ यह महिला भी थी। पुलिस ने बताया कि महिला अहमदाबाद से मधुबनी जाने के लिए अपने रिश्तेदारों के साथ श्रमिक एक्सप्रेस से आ रही थी और उसी दौरान रास्ते में उसकी मौत हो गई। मुजफ्फरपुर रेलवे स्टेशन पर प्रशासन ने मृतक महिला के शव को उतारा और उसे पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। दो दिन पहले राजद नेता तेजस्वी यादव के सहयोगी और संजय यादव द्वारा उस मासूम बच्चे का वीडियो ट्वीट किया था जो अपनी मां की लाश के पास उसे जगाने का प्रयास कर रहा था। ये वह अपनी मां पर पड़ी चादर के साथ खेल रहा था। "यह छोटा बच्चा नहीं जानता है कि जिस बेडशीट के साथ वह खेल रहा है वह उसकी माँ का कफन है जो सदा के लिए उसे छोड़ कर चली गई हैं।
श्रमिक स्पेशल ट्रेनों में 48 घंटे में नौ यात्रियों की हुई मौत, रेलवे ने बताई ये वजह?