बिहार: टॉर्च की रोशनी में हुआ था महिला का ऑपरेशन, नहीं बच सकी जान
पटना। बिहार के सहरसा में पिछले सप्ताह टॉर्च की रोशनी में महिला का ऑपरेशन किया गया था। जिसकी बुधवार रात मौत हो गई। महिला के परिजनों ने इसके लिए अस्पताल प्रशासन की लापरवाही को जिम्मेदार ठहराया है। 16 मार्च को सहरसा जिले की रहने वाली रूबी कुमारी जिसका सदर अस्पताल में टॉर्च की लाइट में ऑपरेशन किया गया था। डॉक्टर न होने चलते अस्पताल में मौजूद सफाईकर्मी शंभू मलिक ने रूबी का ऑपरेशन किया था।
16 मार्च को पति-पत्नी का हुआ था एक्सीडेंट
आपको बता दें कि 16 मार्च की सुबह रूबी और उनके पति मॉर्निग वॉक के लिए निकले थे। लौटते समय पुलिस वैन की ठोकर से उनके पति कौशल किशोर शरण की घटना स्थल पर ही मौत हो गयी वही शिक्षिका बुरी तरह जख्मी हुई थी। गंभीर रूप से जख्मी शिक्षिका रूबी कुमारी को उसके परिजन उसे सहरसा के सदर अस्पताल में इलाज के लिए लेकर आए थे। जहां स्वीपर के द्वारा टॉर्च की रोशनी में उसके जख्मी हाथों की सर्जरी की थी। इसके बाद रूबी कुमारी को रेफर कर दिया गया था।
नर्सिग होम में इलाज के दौरान बुधवार को शिक्षिका ने दम तोड़ दिया
नर्सिग होम में इलाज के दौरान बुधवार को शिक्षिका ने दम तोड़ दिया। परिजन शिक्षक परमानंद राय, विद्यानंद राय आदि ने बताया कि मृतिका रूबी देवी महिषी प्रखंड के तेलहर पंचायत के श्रीरामपुर एनपीएस स्कूल की शिक्षिका थी। सौरबाजार प्रखंड के कढ़ैया गांव निवासी मृतिका शिक्षिका अपने पति व दो पुत्र के साथ शहीद रमण गैस एजेंसी गली में किराये के मकान में रहती थी।
पुलिस वैन ने दोनों को कुचल दिया था
शिक्षिका अपने मृतक पति कौशल किशोर शरण के साथ 16 मार्च की सुबह मॉर्निग वॉक के लिए निकला था। रहुआ नहर से पुरब पहुंचते ही गया जिले में हुए ट्रेनिंग में भाग लेकर लौट रही पुलिस वैन ने कुचल दिया था। मौके पर पति की मौत हो गई थी। इसके बाद बुधवार को रुबी की मौत हो गई। डॉ अशोक सिंह सिविल सर्जन सहरसा ने कहा कि चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी शंभू मलिक को निलंबित कर दिया गया है। वहीं अस्पताल में उस वक्त ड्यूटी में तैनात डॉ रतन कुमार से सफाई मांगी गई है। साथ ही अस्पताल के उपाधीक्षक अनिल कुमार से भी मामले में सफाई मांगी गई है।