मंगेतर ने किया विरोध तो सगाई तोड़कर बेटी ने मां को दान की किडनी, लोगों ने की तारीफ
बेंगलुरु: बेंगलुरु के एक प्राइवेट अस्पताल में किडनी ट्रांसप्लांट का अनोखा मामला सामने आया है। जहां 25 साल की एक युवती ने मां को अपनी एक किडनी देकर उनकी जान बचाई। लेकिन किडनी देने के फैसले के बाद युवती ने अपनी इंगेजमेंट भी तोड़ दी क्योंकि उसका मंगेतर युवती के फैसले से खिलाफ था। हालांकि ऐसा बहुत कम देखने को मिलता है कि कोई अविवाहित महिला किसी दूसरे महिला को अंग दान करें। क्योंकि उसकी पूरी उम्र बची रहती है।
बेंगलुरु के एक अस्पताल में होने वाले इस ट्रांसप्लांट को करने वाले डॉक्टरों ने कहा क्योंकि यह अविवाहित की पूरी जिंदगी का सवाल होता है इसलिए वे लोग खुद भी ऐसे राय देने से बचते हैं। टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के अनुसार उसके मंगेतर द्वारा इसका विरोध करने के बाद युवती ने अपनी सगाई तोड़ने का फैसला किया। इसके बाद 21 जुलाई को बेंगलुरु के पुराने एयरपोर्ट रोड पर स्थित मणिपाल हॉस्पिटल में किडनी ट्रांसप्लांट सर्जरी की गई।
मणिपाल हॉस्पिटल के नेफ्रॉलजिस्ट और ट्रांसप्लांट सइर्जन डॉ शंकरन सुंदर ने टाइम्स ऑफ इंडिया से बात करते हुए कहा कि मैं आमतौर पर अविवाहित लड़कियों को अंग दाताओं के रूप में स्वीकार करने में संकोच करता हूं क्योंकि अंगदान की वजह से उसकी शादी प्रभावित हो सकती है। लेकिन मैं हमेशा सोचता हूं कि अगर लड़की मेरी बेटी होती, तो मैं क्या करता।
डॉक्टर ने कहा कि मैं संकोच करते हुए उसके किडने देने के युवती के फैसले को स्वीकार किया क्योंकि उसने आग्रह किया था। शुक्र है कि सबकुछ ठीक हो गया और अच्छे हैं। मैंने लड़की के पिता से मुलाकात की और उन्हें बताया कि वह भाग्यशाली है कि वो इस बेटी के पिता हैं। हालांकि डॉक्टरों ने स्वीकार किया कि वे इस बात से अनजान थे कि युवती ने बीमार मां को किडनी दान करने के लिए अपनी सगाई तोड़ दी थी।
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