महिला ने कहा- समंदर किनारे फंसी हूं, दूसरे किनारे भेज दोगे क्या? सोनू सूद ने दिया तगड़ा जवाब
महिला ने ट्विटर पर लिखा- 'मैं फंसी हुई हूं, समंदर के किनारे हूं, अब क्या करूं, मुझे उस दूसरे किनारे भेज दोगे क्या...?
नई दिल्ली। कोरोना वायरस की महामारी के बीच फिल्म अभिनेता सोनू सूद लगातार प्रवासी मजदूरों को उनके घर पहुंचाने में जुटे हुए हैं। लॉकडाउन के कारण महाराष्ट्र के अलग-अलग हिस्सों में फंसे प्रवासी मजदूरों के लिए सोनू सूद ने बसों की व्यवस्था की है और इन बसों के जरिए हर रोज सैकड़ों मजदूर अपने परिवार के बीच पहुंच रहे हैं। सोनू सूद ने मजदूरों की मदद के लिए हेल्पलाइन और वॉट्सएप नंबर जारी किया है, जिसके बाद ट्विटर पर उन्हें तारीफों भरे मैसेज मिल रहे हैं। हालांकि, इस बीच एक महिला ने सोनू सूद को ट्विटर पर ऐसा मैसेज किया, जिसपर उन्होंने दिल जीतने वाला जवाब दे दिया।
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जानिए सोनू सूद ने क्या जवाब दिया
दरअसल निखत नाम के ट्विटर प्रोफाइल से एक महिला ने सोनू सूद को टैग करते हुए लिखा, 'सोनू भाई मैं फंसी हुई हूं, समंदर के किनारे हूं, अब क्या करूं, मुझे उस दूसरे किनारे भेज दोगे क्या?' इस पर सोनू सूद ने जवाब देते हुए लिखा, 'थोड़ा रुको... पहले अपने प्रवासी भाइयों को घर छोड़ आता हूं। तब तक थोड़ा तैर के टाइम पास कर लो।' सोनू सूद का यह जवाब काफी वायरल हो गया है और उनके फैंस भी मजाकिया कमेंट कर रहे हैं।
मुश्किल हालात में मसीहा बने सोनू सूद
आपको बता दें कि कोरोन वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए देशभर में लॉकडाउन लगाया गया था, जिसके चलते बड़ी संख्या में लोगों के सामने रोजगार का संकट खड़ा हो गया। इसके बाद प्रवासी मजदूर पैदल ही अपने-अपने घरों के लिए निकल पड़े थे। ऐसे मुश्किल हालात में सोनू सूद ने प्रवासी मजदूरों के लिए बसों की व्यवस्था की और उन्हें उनके घर भेजना शुरू किया। बसों की व्यवस्था करते हुए सोनू सूद ने कहा कि मेरा मानना है कि वर्तमान समय में जब हम सभी इस वैश्विक स्वास्थ्य आपदा का सामना कर रहे हैं तो प्रत्येक भारतीय को अपने परिवार और प्रियजनों के साथ रहना चाहिए और वह इसका हकदार भी है।
'जब तक अंतिम प्रवासी अपने घर नहीं पहुंच जाता, तब तक...'
सोनू सूद ने एक बयान में कहा था, 'यह मेरे लिए एक बेहद भावनात्मक समय है। घरों से दूर सड़कों पर चलते इन प्रवासियों को देखकर मुझे दुख होता है। जब तक अंतिम प्रवासी अपने परिवार और प्रियजनों से नहीं मिल जाता, तब तक मैं प्रवासियों को घर भेजना जारी रखूंगा। ये लोग मेरे दिल के बहुत करीब हैं।' सोनू सूद की मदद से अब तक वडाला से लखनऊ, हरदोई, प्रतापगढ़ और सिद्धार्थनगर समेत उत्तर प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों के लिए बसें रवाना हुई हैं। इसके अलावा कर्नाटक, झारखंड और बिहार के कई जिलों के प्रवासी मजदूरों को भी सोनू सूद उनके परिवार से मिला चुके हैं।
सोनू सूद के पास है कितनी संपत्ति
1999 से अपने करियर की शुरुआत करने वाले सोनू सूद फिल्मों के अलावा विज्ञापनों के जरिए भी कमाई करते हैं। 'रिपब्लिक वर्ल्ड' की खबर के मुताबिक, सोनू सूद करीब वर्तमान में 130.339 करोड़ रुपए की संपत्ति के मालिक हैं। सोनू सूद का घर मुंबई के अंधेरी वेस्ट में स्थित लोखंडवाला के यमुना नगर में है। प्रवासी मजदूरों के लिए बसों की व्यवस्था करने के अलावा सोनू सूद ने पिछले दिनों जुहू में बने अपने होटल में डॉक्टरों, नर्सों और पैरा मेडिकल स्टाफ सहित स्वास्थ्य कर्मियों के लिए ठहरने की व्यवस्था भी की थी।
दबंग में छेदी सिंह के किरदार से बटोरीं सुर्खियां
तेलुगु, तमिल, कन्नड़ और पंजाबी समेत हिंदी फिल्मों के जरिए सोनू सूद ने फिल्म इंडस्ट्री में अपनी एक अलग पहचान बनाई है। हालांकि सोनू सूद को असली पहचान मिली 2009 में तेलुगु भाषा में बनी हॉरर फिल्म अरुंधती से। इस फिल्म में उनके काम की काफी तारीफ की गई। इसके बाद कन्नड़ भाषा में बनी उनकी फिल्म विष्णुवर्धन ब्लॉकबस्टर साबित हुई और इस फिल्म ने करीब 250 करोड़ रुपए की कमाई की। सलमान खान के साथ फिल्म दबंग में उनके नेगेटिव किरदार को भी काफी पंसद किया गया। अब अक्षय कुमार और मानुषी छिल्लर के साथ उनकी फिल्म पृथ्वीराज आने वाली है, जिसका निर्देशन चंद्रप्रकाश द्विवेदी ने किया है।