कैलाश सत्यार्थी बोले- बचपन सुरक्षित किए बिना देश सुरक्षित नहीं हो सकता
नई दिल्ली। नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित कैलाश सत्यार्थी ने कहा है कि जब तक चाइल्ड ट्रैफिकिंग को रोका नहीं जाएगा, तब तक कोई भी भी देश सुरक्षित नहीं है। उन्होंने का कि जब तक बचपन को सुरक्षित नहीं किया जाएगा तब तक भारत को सुरक्षित नहीं किया जा सकता है। बाल अधिकार कार्यकर्ता कैलाश सत्यार्थी ने कहा है कि नेशनल ग्रीन ट्रिब्युनल की तर्ज पर नेशनल चिल्ड्रन ट्रिब्युनल भी बनाया जाना चाहिए। वह बोले कि सिर्फ पड़ोसी, रिश्तेदार, शिक्षक और डॉक्टर ही नहीं, बल्कि कई बार तो पिता ही बच्चे-बच्ची से दुष्कर्म करता है। उन्होंने कहा कि हर घंटे दो बच्चों के साथ रेप होता है और दो बच्चे यौन शोषण का शिकार होते हैं, बच्चों को जानवरों की तरह खरीदा बेचा भी जा रहा है।
चाइल्ड ट्रैफिकिंग पर अपनी बात कहते हुए कैलाश सत्यार्थी ने कहा कि रोजाना ही करीब 10 बच्चे ट्रैफिकिंग का शिकार होते हैं। इन बच्चों से मजदूरी करवाई जाती है और वेश्यावृत्ति के लिए बेचा भी जाता है। वह बोले कि चाइल्ड ट्रैफिकिंग के खिलाफ एक महायुद्ध की जरूरत है। इसके लिए कैलाश सत्यार्थी ने एक देशव्यापी भारत यात्रा का आयोजन भी किया है, ताकि लोगों को जागरुक किया जा सके।
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