अयोध्या राम मंदिर में रोज 1 लाख भक्तों के आने की उम्मीद, ट्रस्ट ने डिजाइन के लिए मांगा आइडिया
अयोध्या। अयोध्या में राम मंदिर के आसपास 70 एकड़ के परिसर को विकसित करने के लिए श्री राम जन्मभूमि ट्रस्ट ने सुझाव और विचार मांगा है। जबकि मंदिर का डिजाइन, मुख्य संरचना, पारंपरिक नागरा शैली में बनाई जा रही है, जिसे विशेषज्ञ सलाहकारों द्वारा डिजाइन किया गया है, यह मंदिर के आसपास की सुविधाओं के लिए है, जिसके लिए ट्रस्ट ने सुझाव मांगे हैं। इस सप्ताह के शुरू में अयोध्या में मंदिर निर्माण की प्रगति पर सदस्यों से मुलाकात और विचार-विमर्श के बाद ऐसा किया गया है। ट्रस्ट ने एक स्वैच्छिक आधार पर लोगों से सुझाव और डिजाइन मांगे हैं, जो पुष्करणी, यज्ञ मंडपम, अनुष्ठान मंडपम, कल्याण मंडपम जैसी सुविधाओं के लिए और रामजन्मोत्सव, हनुमान जयंती, रामचरित, सीता विवाह जैसे अनुष्ठानों के उत्सव के लिए मंदिर के साथ जुड़ना चाहते हैं।
ट्रस्ट द्वारा दिए गए विज्ञापन में कहा गया है कि ये डिजाइन वास्तु या स्थापन वेद पर आधारित होना चाहिए, जिसे भारतीय वास्तुकला विज्ञान के रूप में जाना जाता है। इतना ही नहीं यहां 51 छात्रों और उनके आचार्यों के लिए आवासीय सुविधाओं के साथ एक गुरुकुल का भी डिजाइन चाहिए। मौजूदा ऐतिहासिक स्थलों जैसे नल नील टीला, सीता की रसोई, कुबेर टीला और अंगद टीला जैसी जगहों के लिए, मुख्य संरचना और इसके परिवेश के साथ इसे एकीकृत करने के लिए डिजाइन की भी जरूरत है। ट्रस्ट को अनुमान है कि लगभग 1 लाख भक्त प्रति दिन और खास दिनों पर 5 लाख भक्त आएंगे। इसी को नजर में रखते हुए ट्रस्ट ने आगंतुक सुविधाओं के लिए भी डिजाइन मांगा है।
इसके अलावा ट्रस्ट की तरफ से श्रीराम डिजिटल लाइब्रेरी एंड रिसर्च सेंटर के साथ-साथ मल्टीमीडिया प्लेटफॉर्म, वर्चुअल रियलिटी, संवर्धित वास्तविकता दिखाने वाले म्यूजियम के लिए भी डिजाइन चाहता है जो 1,000 से 5,000 व्यक्तियों की क्षमता वाले ऑडिटोरियम और कन्वेंशन सेंटर में पूर्ण यात्रा कार्यक्रम के साथ रामायण के सार और चित्रण करेगा।
आप भी दे सकते हैं आइडिया, ये रहा तरीका
रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की ओर से कहा गया है कि जो भी मंदिर परिसर के निर्माण संबंधी सुझाव दे रहे हैं, वे 25 नवंबर 2020 तक इसे भेज दें। इसके लिए बकायदा तीन ईमेल एड्रेस भी बताए गए हैं, जिन पर सुझाव भेजने हैं। ये मेल एड्रेस हैं - [email protected], [email protected] और [email protected]
आपको बता दें कि अयोध्या के दीपोत्सव का नजारा इस बार बेहद खास होने जा रहा है। राममंदिर निर्माण शुरू होने के बादअयोध्या में यह पहला दीपोत्सव है, ऐसे में दीपोत्सव को लेकर भव्य तैयारियां की गई हैं। अयोध्या के प्रमुख कार्यक्रमों में सरयू तट किनारे राम की पैड़ी पर भव्य दीपोत्सव, दूसरा राम कथा पार्क में रामलीला का मंचन और तीसरा आकर्षण साकेत महाविद्यालय से निकलने वाली रामायण के प्रसंगों पर आधारित झांकियां होगी।