Winter Session: फारुक अब्दुल्ला की रिहाई को लेकर लोकसभा में जमकर हुआ हंगामा
नई दिल्ली। संसद का शीतकालीन सत्र आज से शुरू हो गया है। सत्र की शुरुआत के साथ ही विपक्ष ने सरकार पर दिग्गज नेता फारुक अब्दुल्ला की गैरमौजूदगी को लेकर जमकर निशाना साधा। बता दें कि फारुक अब्दुल्ला जम्मू कश्मीर में आर्टिकल 370 को खत्म किए जाने के बाद से ही नजरबंद हैं। लोकसभा में जब राष्ट्रगान खत्म हुआ तो टीएमसी के सांसद सौगत राय ने कहा कि सर डॉक्टर फारुक अब्दुल्ला यहां पर नहीं हैं। उन्होंने कहा कि या तो सरकार को निर्देश दीजिए कि उन्हें रिहा किया जाए या फिर गृहमंत्री सदन में बयान में दें।
जमकर हुई नारेबाजी
सदन में सौगत राय के बयान के बाद तमाम विपक्षी दलों के नेताओं ने फारुक अब्दुल्ला को लेकर हंगामा करना शुरू कर दिया। कांग्रेस, नेशनल कॉन्फ्रेंस और डीएमके ने जमकर नारेबाजी करनी शुरू की। सदन में इन दलों के नेताओं ने विपक्ष पर हमला बंद करो, फारुक अब्दुल्ला को रिहा करे का नारा लगाना शुरू कर दिया। ये तमाम सांसद लगातार मांग करते रहे कि फारुक अब्दुल्ला को रिहा किया जाए।
सरकार को घेरा
लोकसभा के स्पीकर ने विपक्ष को शांत करने की कोशिश करते हुए कहा कि मैं सभी मुद्दों पर चर्चा के लिए तैयार हूं। आप लोग अपनी सीटों पर जाइए, यह सदन नारेबाजी के लिए नहीं है बल्कि चर्चा और बहस के लिए है। कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कश्मीर के हालात पर सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने सरकार के उस फैसले की भी निंदा की जिसके तहत यूरोपीय यूनियन के सांसदो को कश्मीर का दौरा करने दिया। चौधरी ने अब्दुल्ला को नजरबंद किए जाने को अत्याचार बताया।
108 दिन से नजरबंद
चौधरी ने कहा कि आज 108 दिन हो गए और फारुक अब्दुल्ला अभी भी नजरबंद हैं। ये क्या जुल्म हो रहा है, उन्हें संसद में लाना चाहिए, यह उनका संवैधानिक अधिकार है। वहीं डीएमके नेता टीआर बालू ने कहा कि फारुक अब्दुल्ला को नजरबंद किया जाना गैर कानूनी है, उन्होंने लोकसभा स्पीकर से इस मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की।
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