बिगड़ी अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए क्या पीएम मोदी सौंपेगे सुब्रमण्यम स्वामी को वित्त मंत्रालय?
Will PM Modi hand over Subramanian Swamy to the Finance Ministry to bring the country's bad economy back on track!देश की खराब अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए क्या पीएम मोदी अनुभवी अर्थशास्त्री सुब्रमण्यम स्वामी को वित्त मंत्रालय सौंपेगे? सुब्रमण्यम स्वामी ने पीएम मोदी से इशारों में ये मांग
बेंगलुरु। भारतीय अर्थव्यवस्था ढलान की ओर जाती दिख रही है। नया साल शुरु हुए अभी दस भी नहीं बीते है कि अर्थव्यवस्था के लिए तीन बुरी खबरें आईं। ये खबरें इस बात की गवाह हैं कि अर्थव्यवस्था के अच्छे दिन अभी दूर हैं। अर्थव्यवस्था के विकास की दर लगातार नीचे गिर रही है। आटो मोबाइल इंडस्ट्री हो या बैंकिंग सेक्टर जबरदस्त बदहाली झेल रहे हैं। वहीं खाने-पीने की चीज़ें महंगी हो रही हैं। सोना, पेट्रोल-डीजल की क़ीमतें भी बढ़ी हैं। पिछले एक वर्ष में महंगाई बेतहाशा बढ़ी है। लेकिन सरकार इसे नियंत्रित नहीं कर पा रही है। कहा जा रहा है कि यह 5 फीसदी की विकास दर का अनुमान पिछले 11 वर्षों में भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए विश्व बैंक का सबसे खराब अनुमान है। जीडीपी की विकास दर में इस तरह लगातार गिरावट के चलते सरकार के माथे पर बल पड़ गए हैं।
यही कारण है कि बजट पेश करने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नीति आयोग के बड़े अर्थशास्त्रियों और विशेषज्ञों से मुलाकात कर रहे और अर्थव्यवस्था को संकट से उबारने पर चर्चा की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को एक बैठक में कहा कि "भारतीय अर्थव्यवस्था की बुनियाद मजबूत है और इसमें फिर से पटरी पर लौटने की पूरी क्षमता है। उन्होंने यह भी कहा कि सबको साथ मिलकर काम करने और राष्ट्र की तरह सोचना चाहिए।" अब जब कि भारत की चौपट हो रही अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण भी कोई कमाल नहीं कर पा रही तो ऐसे में सवाल उठता है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी क्या देश की बिगड़ी अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए भाजपा के वरिष्ठ नेता डॉ.सुब्रमण्यम स्वामी जो सफल अर्थशास्त्री भी है उन्हें वित्त मंत्रालय की कमान सौंपेगे?
सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा पीएम मोदी को उन्हें वित्तमंत्री बनाना चाहिए
बता दें पिछले गुरुवार को चेन्नई में द न्यू इंडियन एक्सप्रेस 'थिंकडू कॉन्क्लेव में बोलते हुए भाजपा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने सीतारमण की जमकर आलोचना की। भाजपा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उन्हें वित्त मंत्री बनाना चाहिए क्योंकि पीएम "अर्थशास्त्र को नहीं समझते"। स्वामी ने कहा कि भाजपा के पास मेरे जैसा अच्छा वित्त मंत्री पीएम मोदी को मुझे यह जिम्मेदारी सौंप कर यह प्रयोग करना चाहिए। उन्होंने कहा "अर्थशास्त्र एक वृहद विषय है जहाँ एक क्षेत्र का दूसरे क्षेत्र पर प्रभाव पड़ता है। जिसे पीएम मोदी को समझना होगा।
स्वामी ने बताया क्यों नहीं बनाया जा रहा उन्हें वित्त मंत्री
स्वामी ने भारतीय रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन पर भी कटाक्ष किया, स्वामी ने उन्हें कहा कि वह "अमेरिका का वह पागल साथी" जिन्होंने ब्याज दर में वृद्धि जारी रखी, जिसके कारण "धन की पूंजीगत लागत बढ़ गई और छोटे और मध्यम उद्योग बंद होने लगे"। स्वामी ने कहा कि वह 1972 से मोदी को जानते हैं और दोनों एक दूसरे के साथ सौहार्दपूर्ण संबंध हैं। "लेकिन मेरी समस्या यह है कि मैं न केवल एक अर्थशास्त्री हूं, बल्कि मैं एक राजनेता भी हूं और अगर मुझे वित्त मंत्रालय मिलता है और अच्छा काम करता है, तो लोग डरते हैं कि मैं प्रधानमंत्री का पद न मांग लूं। उन्होंने यह भी कहा कि देश में अर्थव्यवस्था एक गंभीर समस्या है और इसे पहली प्राथमिकता मिलनी चाहिए।
स्वामी ने अर्थव्यवस्था सुधारने के बताए ये उपाय
भाजपा के राज्यसभा सदस्य सुब्रमण्यम स्वामी देश की खराब अर्थव्यवस्था पर मोदी सरकार जमकर बिफरे। उन्होंने कहा है कि देश की अर्थव्यवस्था काफी खराब स्थिति में हैं और निवेशकों को प्रोत्साहित करने के लिए कर आतंकवाद पर लगाम लगायी जानी चाहिए। सब कुछ नीचे की ओर जा रहा है, यदि ऐसा ही जारी रहा तो बैंकों का कामकाज बंद हो जाएगा, एनबीएफसी बंद हो जाएगा और इसके काफी खराब परिणाम होंगे। उन्होंने यह था कि जो उपाय किए जा सकते हैं उनमें पहले आयकर को समाप्त करने की जरुरत है। हमारे देश में कर आतंकवाद पर लगाम लगाने की जरुरत है ताकि लोग निवेश शुरु करें और टैक्समैन से डरें नहीं। वर्तमान में हम जिस समस्या का सामना कर रहे हैं, वह है मांग की कमी, हमारे पास अच्छी आपूर्ति है। इसलिए सरकार को नोट छापने और इसे लोगों के हाथों में देने की जरुरत है। जिससे की मांग बढ़े। उन्होंने कहा, "आज, हमारी समस्या वास्तव में मांग की समस्या है। लेकिन निर्मला सीतारमण जाती हैं और कॉर्पोरेट सेक्टर को टैक्स में छूट देती हैं। समस्या कॉर्पोरेट सेक्टर नहीं है, समस्या यह है कि क्रय शक्ति कहाँ खर्च की जानी है। आज आप जो सबसे अच्छा काम कर सकते हैं वह है आयकर को पूरी तरह से खत्म करना। हमें सावधि जमा की ब्याज दरों में भी वृद्धि करनी चाहिए। फिर आप देखेंगे कि अर्थव्यवस्था में तेजी आएगी। "
स्वामी ने 2 जी घोटाले को उजागर करने में निभाई थी महत्तवपूर्ण भूमिका
गौरतलब है कि भारतीय जनता पार्टी के राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी को मलाल रहता है कि मोदी सरकार में उनके विचारों को तवज्जो नहीं मिल रही है। सुब्रमण्यम स्वामी पिछली सरकार में अरुण जेटली के वित्त मंत्री रहते हुए देश की अर्थव्यवस्था को लेकर सवाल खड़े करते रहे हैं। एक राजनीतिक ही नहीं, बल्कि सुब्रमण्यम स्वामी की आर्थिक मामलों के विशेषज्ञ के तौर पर भी पहचान है। वह संबोधन के लिए देश-दुनिया के प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थान उन्हें बुलाते रहते हैं। स्वामी के इस रुख की सियासी गलियारे में खासी चर्चा है। माना जा रहा है कि स्वामी लंबे अरसे से बीजेपी से खासे नाराज चल रहे हैं। सूत्रों के अनुसार पीएम मोदी देश की बिगड़ी अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए भविष्य में स्वामी के नाम पर विचार कर सकते हैं।
गौरतलब है कि स्वामी ने भारत के योजना आयोग के सदस्य के रूप में कार्य किया है और चंद्र शेखर सरकार में कैबिनेट मंत्री थे। स्वामी जनता पार्टी के संस्थापक सदस्यों में से एक थे। उन्होंने 1990 में 2013 तक पार्टी की स्थापना के बाद से पार्टी की अध्यक्ष के रूप में कार्य किया जब उसका विलय भाजपा में हो गया। 1974 और 1999 के बीच वे पांच बार लोकसभा के लिए चुने गए। सुब्रह्मण्यम स्वामी ने विशाल 2 जी घोटाले को उजागर करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
स्वामी संयुक्त राष्ट्र के अर्थशास्त्री भी रह चुके हैं
बता दें स्वामी 1963 में संयुक्त राष्ट्र के अर्थशास्त्री और 1986 में विश्व बैंक के सलाहकार थे। 2016 वे मनोनीत श्रेणी के तहत राज्यसभा के सदस्य बने। 2013 2013 तक जनता पार्टी के अध्यक्ष के रूप में कार्य करने के बाद, वे आधिकारिक रूप से भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए जब राजनाथ सिंह पार्टी अध्यक्ष थे। स्वामी जनता पार्टी के संस्थापक सदस्यों में से एक थे और 2013 तक इसके अध्यक्ष के रूप में कार्य किया। 2012 भारत के उच्चतम न्यायालय ने 2 जी मामले में पीएमपी के खिलाफ स्वामी की याचिका को स्वीकार कर लिया। राजा को सीबीआई ने मामले में गिरफ्तार किया और 15 मई 2012 को जमानत मिल गई। आखिरकार, 21 दिसंबर 2017 को सीबीआई की विशेष अदालत के न्यायाधीश ने ए.राजा सहित आरोपियों को बरी कर दिया। 2008 सुब्रमण्यम स्वामी ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को पांच पत्र लिखकर 2 जी स्पेक्ट्रम मामले के संबंध में तत्कालीन दूरसंचार मंत्री ए.राजा पर मुकदमा चलाने की अनुमति मांगी थी।
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