घर से बेघर होने के लिये नॉमिनेट हुए कई और सांसद
नई दिल्ली (विवेक शुक्ला)। केंद्र में मोदी सरकार का दिल्ली के लुटियन जोन में बिग बॉस का खेल जारी है। कई दिग्गज कांग्रेसी नेताओं को घर से बेघर करने के बाद अब कई अन्य सांसदों व पूर्व सांसदों को घर से बेघर करने के लिये नॉमिनेट किया गया है। इस वजह से माननीयों को तमाम तकलीफों का सामना करना पड़ रहा है।
जी हां एक बार राजधानी के लुटियन जोन के बंगले में रहने के बाद उसे छोड़कर कहीं और जाना बेहद कठिन होता है। पर, कुछ नेता तो लुटियन जोन के अपने बड़े बंगले को छोड़कर छोटे बंगले में जाने में भी आनाकानी करते हैं। इनमें कांग्रेस के सांसद सैफुद्दीन सोज, विंसेंट पाला,केवी थामस,अश्वनी कुमार और राजीव शुक्ला शामिल हैं।
बड़े बंगलों के हकदार नहीं
ये सभी रहते हैं टाइप सात या टाइप आठ कैटेगरी के बंगलों में। अब कायदे से ये इन बंगलों के हकदार नहीं रहे,इनको इन्हें खाली करने के नोटिस मिल रहे हैं, पर ये बंगले खाली करने का नाम ही ले रहे है।
नए मंत्रियों के लिए बंगले नहीं
जानकारों ने बताया कि ये सभी कैबिनेट या राज्य मंत्रियों को दिए जाने वाले बंगलों में रह रहे हैं। चूंकि मोदी कैबिनेट का विस्तार हो गया है, इसलिए नए मंत्रियों को उनके पद के अनुसार बंगले दिए जाने हैं। पर यूपीए सरकार के मंत्री बंगले खाली करें तो बात बने। नए रक्षा मंत्री भी फिलहाल गोवा सदन में रह रहे हैं। सूत्रों का कहना है कि सरकार का धैर्य जवाब दे रहा है। अगर इन सभी नेताओं ने अपने सरकारी बंगलों को निकट भविष्य में खाली नहीं किया तो इन्हें जबरदस्ती बंगलों से निकाला जाएगा।
जब अजीत को निकाला था
आपको याद होगा कि पूर्व केन्द्रीय मंत्री अजीत सिंह को भी जबरदस्ती उनके तुगलर रोड़ स्थित बंगले से निकाला गया था। वे लोकसभा का चुनाव हारने के बाद भी बंगला छोड़ना के लिए तैयार नहीं थे।