चुनाव आयोग के आदेश के बाद क्या अनुराग ठाकुर और प्रवेश वर्मा प्रचार नहीं कर पाएंगे?
अनुराग ठाकुर और प्रवेश वर्मा को स्टार प्रचारकों की सूची से हटाने के बाद क्या ये दोनों नेता अब दिल्ली चुनाव में प्रचार कर पाएंगे...
नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा चुनाव में केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर और भाजपा सांसद प्रवेश वर्मा के विवादित बयानों को लेकर बुधवार को चुनाव आयोग ने कार्रवाई करते हुए दोनों नेताओं के नाम स्टार प्रचारकों की सूची से हटाने के आदेश दिए। अनुराग ठाकुर और प्रवेश वर्मा के बयानों पर संज्ञान लेते हुए चुनाव आयोग ने दोनों नेताओं को मंगलवार को नोटिस जारी कर गुरुवार दोपहर 12 बजे तक जवाब मांगा था। इसके बाद चुनाव आयोग ने भाजपा को बुधवार को दोनों नेताओं को स्टार प्रचारकों की सूची से हटाने का आदेश दिया। आइए जानते हैं कि अनुराग ठाकुर और प्रवेश वर्मा को स्टार प्रचारकों की सूची से हटाने के इस आदेश के क्या मायने हैं?
क्या है इस आदेश का मतलब
चुनाव आयोग ने भाजपा को आदेश दिया है कि वो अनुराग ठाकुर और प्रवेश वर्मा का नाम अपने स्टार प्रचारकों की सूची से हटाए। हालांकि इस आदेश का मतलब यह बिल्कुल नहीं है कि ये दोनों नेता अब दिल्ली विधानसभा चुनाव में भाजपा के लिए प्रचार नहीं कर पाएंगे। चुनाव आयोग के इस आदेश का मतलब है कि अब अगर ये दोनों नेता कोई चुनावी जनसभा या रैली करते हैं तो उस जनसभा का खर्च उसी विधानसभा के पार्टी प्रत्याशी के खर्च में जोड़ा जाएगा। विधानसभा चुनाव में एक प्रत्याशी के लिए चुनावी खर्च की अधिकतम सीमा 28 लाख रुपए होती है। पार्टी के स्टार प्रचारकों को इस खर्च सीमा से छूट मिली होती है।
अनुराग ठाकुर पर भड़काऊ नारे लगवाने का आरोप
आपको बता दें कि सोमवार शाम को केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने दिल्ली के रिठाला में भाजपा प्रत्याशी मनीष चौधरी के समर्थन में एक जनसभा करते हुए भड़काऊ नारे लगवाए थे। अनुराग ठाकुर ने करीब पांच मिनट तक 'देश के गद्दारों को... गोली मारो ... को' का नारा लगवाया। इस नारेबाजी को लेकर कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने कड़ी आपत्ति जताई। कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने कहा कि यह गांधी का भारत नहीं है। उन्होंने कहा कि कि गोली मारने का क्या मतलब है और वो हैरान हैं कि अभी तक इस मामले पर दिल्ली पुलिस या चुनाव आयोग ने कोई एक्शन क्यों नहीं लिया। इसके बाद चुनाव आयोग ने मामले पर अनुराग ठाकुर को नोटिस जारी कर उनसे जवाब मांगा।
'दिल्ली के घरों तक पहुंचेगी कश्मीर वाली आग'
वहीं, भाजपा सांसद प्रवेश वर्मा ने मंगलवार को एक विवादित बयान देते हुए कहा, 'अरविंद केजरीवाल कहते हैं कि वो शाहीन बाग के साथ हैं और दिल्ली के उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया भी कहते हैं कि वो शाहीन बाग के साथ हैं। दिल्ली की जनता जानती है कि जो आग आज से कुछ साल पहले कश्मीर में लगी थी, वहां पर कश्मीरी पंडितों की बहन-बेटियों के साथ रेप हुआ था। उसके बाद ये आग यूपी में लगती रही, हैदराबाद में लगती रही, केरल में लगती रही, आज वो आग दिल्ली के एक कोने में लग गई है। वहां पर लाखों लोग इकट्ठे हो जाते हैं और वो आग कभी भी दिल्ली के घरों तक पहुंच सकती है।'
'ये लोग आपके घरों में घुसेंगे, बहन-बेटियों से रेप करेंगे'
प्रवेश वर्मा ने आगे कहा, 'दिल्ली वालों को सोच समझकर फैसला लेना पड़ेगा। ये लोग आपके घरों में घुसेंगे, आपकी बहन-बेटियों को उठाएंगे, उनके साथ रेप करेंगे, उन्हें मारेंगे। इसलिए, आज समय है, कल मोदी जी नहीं आएंगे बचाने, कल अमित शाह जी नहीं आएंगे बचाने, आज समय है, आज अगर दिल्ली के लोग जाग जाएंगे तो अच्छा रहेगा। दिल्ली के लोग केवल तब तक सुरक्षित महसूस करेंगे, जब तक देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं। जिस दिन देश का प्रधानमंत्री कोई और बन जाएगा, उस दिन लोग सुरक्षित महसूस नहीं करेंगे। अगर दिल्ली में भाजपा की सरकार बनी तो एक घंटे के भीतर शाहीन बाग खाली हो जाएगा।'
चुनाव आयोग के आदेश पर भाजपा ने क्या कहा
चुनाव आयोग के इस आदेश के बाद केंद्रीय मंत्री और भाजपा के दिल्ली चुनाव प्रभारी प्रकाश जावड़ेकर ने कहा, 'हम पहले चुनाव आयोग के आदेश की कॉपी को पढ़ेंगे और उसके बाद अगर जरूरत पड़ी तो इस संबंध में एक पत्र आयोग को भेजेंगे। दिल्ली विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी एक सकारात्मकता और संतुलित चुनाव प्रचार कर रही है। भाजपा एक विचारों वाली पार्टी है, जो मामलों पर स्वत: संज्ञान लेती है, इसलिए मैं चुनाव आयोग के आदेश का अध्ययन करने के बाद ही इसपर कोई टिप्पणी करूंगा।'
ये भी पढ़ें- अमित शाह बोले बैट्री खत्म हो गई लेकिन दिल्ली में WiFi नहीं मिला, केजरीवाल ने दिया जवाब