जानिए अमेजॉन, फ्लिपकार्ट, ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म क्या गैर-आवश्यक वस्तुओं की बिक्री शुरु करेंगे ?
जानिए अमेजॉन, फ्लिपकार्ट, ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म क्या गैर-आवश्यक वस्तुओं की बिक्री शुरु करेंगे ?
नई दिल्ली। मोदी सरकार ने शुक्रवार देर रात एक आदेश जारी करते हुए देश में सभी दुकानों को सशर्त खोलने की अनुमति दी थी। जिसके बाद शनिवार सुबह से देश के ज्यादातर राज्यों में दुकानें खुलनी शुरू हो गईं। वहीं इससे पले केंद्र सरकार ने लॉकडाउन के बीच टीवी, एसी समेत इलेक्ट्रॉनिक चीजों और आवश्यक वस्तुओं की ऑनलाइन बिक्री पर लगी रोक को हटा दी थी। सरकार ने इसके लिए अमेजन, फ्लिपकार्ट और स्नैपडील समेत कई ई कॉमर्स शॉपिंग साइटों को इनके बिक्री की मंजूदी दी थी । लॉकडाउन 2 में इस ऑनलाइन बिक्री की अनुमति देने के बाद आप ये जरुर जानना चाह रहे होंगे कि ई-कामर्स प्लेटफार्म पर गैर-आवश्यक वस्तुओं की बिक्री शुरु करेंगे या नहीं?
गैर-आवश्यक वस्तुओं के बारे में सरकार ने दिया ये आदेश
जिस
वजह
से
सरकार
मामले
में
कोई
लापरवाही
नहीं
बरतना
चाह
रही
है।
बता
दें
सरकार
ने
ई-कॉमर्स
प्लेटफॉर्म
जैसे
कि
अमेज़ॅन,
फ्लिपकार्ट
अन्य
को
केवल
आवश्यक
वस्तुओं
की
बिक्री
की
अनुमति
दी
हैं।
एमएचए
के
नए
आदेश
पर
सरकार
के
स्पष्टीकरण
के
बाद
भी
गैर-आवश्यक
वस्तुओं
की
बिक्री
निषिद्ध
रहेगी,
गैर-आवश्यक
दुकानें
शहर
की
सीमा
के
बाहर
खोलने
की
अनुमति
दी
हैं।
ई-कॉमर्स खोलने पर स्पष्टीकरण
गृह मंत्रालय ने दुकानों को खोलने की अनुमति देने के आदेश पर अपने स्पष्टीकरण में कहा, "यह स्पष्ट किया जाता है कि ई-कॉमर्स कंपनियों द्वारा बिक्री केवल आवश्यक वस्तुओं के लिए ही जारी रहेगी। यह भी स्पष्ट किया गया है कि शराब और अन्य वस्तुओं की बिक्री जारी रहेगी। वहीं शॉपिंग मॉल को छोड़कर सभी दुकानों को खोलने की अनुमति दी गई है। सरकार ने शहरी क्षेत्रों की बाजारों में सभी दुकानें और आवासीय परिसरों में स्थापित दुकानें खोलने की अनुमति है।
तीन मई तक चलेगा लॉकडाउन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा राष्ट्र के नाम अपने संबोधन की घोषणा के बाद कोरोनोवायरस के प्रसार को रोकने के लिए 24 मार्च से भारत बंद की स्थिति में है। 15 अप्रैल को तालाबंदी समाप्त होने वाली थी, लेकिन पीएम मोदी ने इसे 3 मई तक बढ़ा दिया था, क्योंकि कोरोनोवायरस के मामले लगातार बढ़ रहे थे। उन्होंने यह कहते हुए लॉकडाउन का विस्तार किया कि सभी राज्य चाहते थे कि इसे और अधिक बढ़ाया जाए ताकि सभी के लिए प्रसार को प्राथमिकता मिले।