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पति कश्‍मीर में आतंकियों से लड़ते हुए शहीद तो पत्‍नी ने टीचिंग छोड़ अपनाई आर्मी यूनिफॉर्म

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चेन्‍नई। रविवार को तमिलनाडु की राजधानी चेन्‍नई स्थित ऑफिसर्स ट्रेनिंग एकेडमी (ओटीए) की पासिंग आउट परेड थी। इस परेड के दौरान सेना को कई नए बहादुरी ऑफिसर्स मिले तो वहीं कुछ नाम ऐसे थे जो लोग उन लोगों के प्रेरणा हो सकते हैं जो कहते हैं कि हम कुछ असाधारण नहीं कर सकते हैं। इस पासिंग आउट परेड में एक नाम था संगीता माल का। संगीता के पति इंडियन आर्मी में जवान थे और संगीता अब उसी इंडियन आर्मी को बतौर ऑफिसर ज्‍वॉइन करेंगी।

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टीचर से लेफ्टिनेंट संगीता

टीचर से लेफ्टिनेंट संगीता

संगीता माल जो कि अब लेफ्टिनेंट संगीता हैं, पहले एक टीचर थीं। उनकी शादी साल 2013 में शिशिर माल से हुई थी। शिशिर, गोरखा राइफल्‍स के साथ थे और जम्‍मू कश्‍मीर के बारामूला में पोस्‍टेड थे। सितंबर 2015 में आतंकियों से लड़ते हुए शिशिर शहीद हो गए थे। संगीता ने पति की शहादत के बाद अपना टीचिंग करियर छोड़ दिया और अपनी सास के साथ उनके मुश्किल समय में रहने लगीं।

सास से मिलता रहा प्रोत्‍साहन

सास से मिलता रहा प्रोत्‍साहन

संगीता को न सिर्फ अपने पति के निधन से हुए दुख से उबरना था बल्कि इस दौरान उन्‍हें गर्भपात जैसी तकलीफ भी झेलनी पड़ी। संगीता के देवर सुशांत माल ने टाइम्‍स ऑफ इंडिया से बातचीत में कहा, 'मेरी मां ने सिर्फ संगीता को पढ़ने के लिए प्रोत्‍साहित किया बल्कि उन्‍होंने, उसे एक बैकिंग जॉब करने के लिए प्रेरित भी किया।'

 पति को मिले सेना मेडल ने दी प्रेरणा

पति को मिले सेना मेडल ने दी प्रेरणा

सुशांत ने बताया साल 2016 में उत्‍तराखंड के रानीखेत में शहीद शिशिर को मरणोपरांत सेना मेडल से सम्‍मानित किया गया। यहीं से संगीता को सेना में जाने की प्रेरणा मिली। ओटीए की परीक्षा पास करने के लिए संगीता ने जी-तोड़ मेहनत की थी। कड़ी ट्रेनिंग के बाद अब संगीता, शॉर्ट सर्विस कमीशन में लेफ्टिनेंट बनकर सेना का हिस्‍सा बन गई हैं।

संगीता की ही तरह गौरी भी बनेंगी ऑफिसर

संगीता की ही तरह गौरी भी बनेंगी ऑफिसर

संगीता की ही तरह हाल ही में गौरी महादिक सेना के लिए ट्रेनिंग पर जाने वाली हैं। गौरी के पति, मेजर प्रसाद महादिक दिसंबर 2017 में अरुणाचल प्रदेश के तवांग में भारत-चीन सीमा पर एक शेल्‍टर में आग लगने की वजह से शहीद हो गए थे। मेजर महादिक भारत-चीन सीमा पर अपनी चौकी पर थे जब हादसा हुआ। अब शहीद मेजर की पत्‍नी गौरी महादिक ने यूनिफॉर्म पहनकर अपने शहीद पति के हर सपने को पूरा करने का ठान लिया। 32 वर्षीय गौरी महादिक जल्‍द ही सेना में लेफ्टिनेंट रैंक की ऑफिसर होंगी।

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English summary
Wife of Indian Army's jawan killed in J&K joins army as officer.
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