केरल विमान हादसे के बाद DGCA ने लिया बड़ा फैसला, इन विमानों पर लगाया बैन
नई दिल्ली। देश का विमानन नियामक डीजीसीए उन हवाईअड्डों का विशेष ऑडिट करेगा जहां भारी बारिश होती है। डीजीसीए ने यह फैसला कोझिकोड हवाईअड्डे पर विमान हादसे के बाद लिया है। डीजीसीए ने मानसून के मौसम के दौरान कोझिकोड हवाई अड्डे पर बड़ी बॉडी वाले विमानों पर बैन लगा दिया है। बता दें कि, केरल के कोझिकोड में पिछले हफ्ते हुए विमान हादसे में मुख्य पायलट समेत 18 लोगों की मौत हो गई थी।
विमानन नियामक डीजीसीए द्वारा मंगलवार को जारी बयान में कहा गया कि, मानसून के मौसम के दौरान कोझिकोड हवाई अड्डे पर चौंडी बॉडी वाले विमानों के उपयोग पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, 'मुंबई और चेन्नई जैसे हवाईअड्डों पर विशेष ऑडिट किया जाएगा जो सालभर में भारी बारिश से प्रभावित रहते हैं।
भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) देश में कोझिकोड समेत 100 से ज्यादा हवाईअड्डों का प्रबंधन देखता है। हालांकि दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु और हैदराबाद जैसे बड़े हवाईअड्डों का प्रबंधन निजी कंपनियां देखती हैं। वहीं विमानन क्षेत्र के एक सुरक्षा विशेषज्ञ कैप्टन मोहन रंगनाथन ने शनिवार को कहा कि नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) को मानसून के दौरान कोझिकोड हवाईअड्डे के रनवे पर उड़ाने उतारने की अनुमति नहीं देनी चाहिए।
बता दें कि, दुबई से चालक दल के छह सदस्यों समेत 190 यात्रियों को लेकर शुक्रवार रात कोझिकोड हवाईअड्डे पर उतरा एअर इंडिया एक्सप्रेस का एक विमान भारी बारिश के कारण हवाई पट्टी से फिसलकर 35 फुट नीचे खाई में गिर गया और उसके दो टुकड़े हो गए थे। हादसे में दोनों पायलट समेत 18 लोगों की मौत हो गयी। एयरलाइन ने मंगलवार को कहा कि कोझिकोड विमान हादसे में घायल 74 यात्रियों को अस्पतालों से छुट्टी दे दी गयी है।
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