Defence Expo 2018: चीन और पाकिस्तान की बुरी नजर से बचाने के लिए चेन्नई बना फेवरेट लोकेशन
तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई में 11 अप्रैल से 14 अप्रैल तक डिफेंस एक्सपो का आयोजन होगा। दक्षिण चेन्नई के तिरुविदाताई में होने वाली डिफेंस एक्सपो का यह इस वर्ष 10वां संस्करण है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 12 अप्रैल को इसका उद्घाटन करेंगे।
चेन्नई। तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई में 11 अप्रैल से 14 अप्रैल तक डिफेंस एक्सपो का आयोजन होगा। दक्षिण चेन्नई के तिरुविदाताई में होने वाली डिफेंस एक्सपो का यह इस वर्ष 10वां संस्करण है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 12 अप्रैल को इसका उद्घाटन करेंगे। चार दिनों तक चलने वाले इस कार्यक्रम में भारत के डिफेंस पब्लिक सेक्टर की कई कंपनियों के अलावा 47 देशों की कंपनियां भी शिरकत कर रही हैं। लेकिन आखिर ऐसी क्या वजह है जो डिफेंस एक्सपो का आयोजन चेन्नई में हो रहा है। इंग्लिश डेली टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक जिस समय सरकार ने चेन्नई के तिरुविदाताई में डिफेंस एक्सपो के आयोजन का फैसला किया था तो उस समय कई छोटी और बड़ी कंपनियों से इस बारे में राय भी मांगी गई थी।
इसलिए ही चेन्नई बना फेवरेट
दरअसल चेन्नई देश के ऐसे हिस्से में स्थित है जिसकी रेंज में चीन या पाकिस्तान की कोई भी मिसाइल और शिप नहीं आ सकती है। चेन्नई की यह खासियत इसे डिफेंस एक्सपो के लिए सबसे सुरक्षित स्थान साबित करती है। इंडियन नेवी साउथ चेन्नई में अपनी शिप्स के लिए बेस तैयार करना चाहती है। साथ ही साथ कोस्ट गार्ड भी इस जगह को खासी अहमियत देती है। विशेषज्ञों के मुताबिक तमिलनाडु की रणनीतिक अहमियत काफी ज्यादा है। चीन और पाकिस्तान की कोई भी मिसाइल और एयरक्राफ्ट इसकी रेंज में नहीं आ सकता है। इसके अलावा 2,000 किलोमीटर की कोस्टलाइन भी कई तरह के शिपिंग रूट्स को कंट्रोल करने के लिए मुफीद है। बुधवार से शुरू हो रहे डिफेंस एक्सपो 2018 में अमेरिका, ब्रिटेन, रूस, अफगानिस्तान, स्वीडन, फिनलैंड, इटली समेत कुछ और देशों की बड़ी कंपनियां यहां पर मौजूद रहेंगी। हालांकि इस एक्सपो में मालदीव को भी शामिल होना था लेकिन उसने इस कार्यक्रम में हिस्सा लेने से इनकार कर दिया था। मालदीव के इस फैसले को भारत के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है।
क्या है डिफेंस एक्सपो 2018
डिफेंस एक्सपो एक ऐसा कार्यक्रम है जहां पर हथियारों और मिलिट्री हार्डवेयर की प्रदर्शन लगाई जाती है। चार दिनों तक चलने वाली इस एक्सपो में सेमिनार समेत हथियारों और दूसरे मिलिट्री हार्डवेयर का प्रदर्शन किया जाता है। चेन्नई में 11 अप्रैल से 14 अप्रैल तक सुबह नौ बजे से शाम पांच बजे तक इस एक्सपो का आयोजन होगा। इस बार डिफेंस एक्सपो की थीम है, 'भारत: एक उभरता हुआ रक्षा सामानों काउत्पादक देश।' डिफेंस एक्सपो 2018 में भारत में तैयार उन हथियारों का प्रदर्शन होगा जो जमीन, हवा और पानी में दुश्मन को जवाब देने के लिए तैयार किए गए हैं और पहली बार देश में इन हथियारों को तैयार किया गया है। इसमें तेजस फाइटर जेट से लेकर एडवांस्ड टोव्ड आर्टिलरी गन सिस्टम (एटीएजीएस) जिसे डीआरडीओ ने तैयार किया है, अर्जुन मार्क 2 टैंक और धनुष तोपों का प्रदर्शन किया जाएगा। इस बाद डिफेंस एक्सपो में करीब 670 ऐसी कंपनियां शामिल हो रही हैं जो रक्षा उत्पाद तैयार करती हैं। इनमें 154 विदेश उत्पादक भी शामिल हैं। 14 अप्रैल को यानी एक्सपो के आखिरी दिन आम जनता के लिए एंट्री पूरी तरह से फ्री होगी। विजिटर्स को बिना फोटो आईडी कार्ड के इस एक्सपो में आने नहीं दिया जाएगा। मालदीव के अलावा इस एक्सपो के लिए चीन को भी बुलावा भेजा गया था लेकिन उसने इस इनवाइट पर अभी तक कोई जवाब नहीं दिया है।