नवाब मलिक बार-बार यह क्यों कह रहे हैं कि समीर वानखेड़े 'मुसलमान' हैं
नवाब मलिक लगातार यह साबित करने की कोशिश कर रहे हैं कि समीर वानखेड़े हिंदू नहीं बल्कि मुसलमान हैं. क्या है उनका मक़सद?
महाराष्ट्र सरकार में मंत्री और शरद पवार की एनसीपी के प्रवक्ता नवाब मलिक और एनसीबी अधिकारी समीर वानखेड़े के बीच आरोप प्रत्यारोप की लड़ाई जारी है.
नवाब मलिक लगातार यह साबित करने की कोशिश कर रहे हैं कि समीर वानखेड़े हिंदू नहीं बल्कि मुसलमान हैं. वहीं दूसरी ओर वानखेड़े की पत्नी क्रांति रेडकर भी बार बार यह बताने की कोशिश कर रही हैं कि उनके पति हिंदू हैं.
नवाब मलिक ने समीर वानखेड़े के निकाह की फोटो ट्विटर पर पोस्ट की है. इस फोटो में समीर वानखेड़े निकाहनामे पर हस्ताक्षर करते नजर आ रहे हैं.
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नवाब मलिक की बेटी सना मलिक ने भी सोशल मीडिया पर समीर वानखेड़े की पहली शादी का निमंत्रण कार्ड पोस्ट किया. इसमें समीर के पिता का नाम दाऊद वानखेड़े के तौर पर दर्ज है.
वहीं दूसरी ओर समीर वानखेड़े की पत्नी क्रांति रेडकर ने अपनी शादी, पूजा और अन्य कार्यक्रमों की तस्वीरें पोस्ट कर कहा है कि समीर वानखेड़े हिंदू परंपराओं को मानते हैं.
इन मामलों की सुनवाई बांबे हाईकोर्ट में भी हो रही है. ऐसे में सवाल यही है कि नवाब मलिक और क्रांति रेडकर लगातार सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म पर सबूत क्यों पेश कर रहे हैं जबकि मामला अदालत में विचाराधीन है?
नवाब मलिक बार-बार यह दावा क्यों कर रहे हैं कि समीर वानखेड़े मुसलमान हैं? मलिक इससे वास्तव में क्या हासिल करना चाहते हैं? समीर वानखेड़े के मुसलमान साबित होने पर क्या परिणाम होंगे?
इस स्टोरी में इन्हीं सवालों के जवाब तलाशने की कोशिश की गई है.
राजनीति से प्रेरित है मामला
25 अक्टूबर, 2021 को नवाब मलिक ने समीर वानखेड़े का जन्म प्रमाण पत्र पोस्ट करते हुए आरोप लगाया कि 'यह वह जगह है जहां से घोटाला शुरू हुआ'.
इसके बाद लगभग हर दिन नवाब मलिक ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर समीर वानखेड़े पर आरोप लगाए.
नवाब मलिक ने समीर वानखेड़े पर धर्म परिवर्तन कर शिक्षा और सरकारी नौकरियों में दोहरा लाभ लेने का आरोप लगाया है. नवाब मलिक अब तक सोशल मीडिया पर कई दस्तावेज़ पोस्ट कर चुके हैं. ऐसा करके आख़िर नवाब मलिक क्या हासिल करना चाहते हैं?
https://twitter.com/nawabmalikncp/status/1462609325533188096
राजनीतिक विश्लेषक अभय देशपांडे कहते हैं, ''नवाब मलिक और समीर वानखेड़े के बीच लड़ाई दो स्तरों पर है. एक तो यह मलिक के लिए निजी मामला है और दूसरा यह दिखाने की कोशिश भी है कि केंद्र सरकार महाराष्ट्र में जांच एजेंसियों का इस्तेमाल किस तरह से कर रही है.''
राजनीति हो या सार्वजनिक जीवन, आपकी छवि किस तरह की बनायी जाती है, लोगों का आपके प्रति कैसा रवैया है, यह सब अहम हो जाता है. यही वजह है कि कई बड़े नेताओं और अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगे हैं. लेकिन सवाल यह है कि इन मामलों में आगे क्या होता है? अधिकांश मामलों में इस सवाल का कोई जवाब नहीं मिलता है.
अभय देशपांडे कहते हैं, ''ऐसा लगता है कि बीजेपी की रणनीति को अब राकांपा ने अपना लिया है. नवाब मलिक वही कर रहे हैं जो किरीट सोमैया करते रहे हैं. लिया जाता है और इसके लिए वे सोशल मीडिया का इस्तेमाल कर रहे हैं.''
अभय देशपांडे इस दौरान यह भी याद दिलाते हैं कि एनसीबी ने सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले में भी ऐसा ही किया था.
उन्होंने कहा, ''सुशांत सिंह मामले में एनसीबी ने कई अभिनेत्रियों को पूछताछ के लिए बुलाया लेकिन उनमें से किसी पर मामला दर्ज नहीं किया. यह कहना ग़लत नहीं होगा कि यह भी मीडिया ट्रायल का हिस्सा था. नवाब मलिक यह समझाने की कोशिश भी कर रहे हैं कि ऐसा क्यों किया जा रहा था."
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अभय देशपांडे बीजेपी पर सवाल उठाते हैं कि 'कुछ पुराने मामलों पर नजर डालें तो यह दिखता है कि बीजेपी ने अजित पवार और एनसीपी नेताओं पर सिंचाई घोटाले का आरोप लगाया था. हज़ारों करोड़ रुपये के भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए गए लेकिन बीजेपी ने सत्ता में रहते हुए कितनी जांच की? कितने सबूत सामने लाए?'
अभय देशपांडे यह सवाल उद्धव ठाकरे सरकार से भी पूछ रहे हैं कि, "महाविकास अघाड़ी सरकार भी पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस पर राज्य में जलसंकट दूर करने के लिए शुरू किए गए शिवार अभियान को लेकर आरोप लगा रही है. तो पूछताछ क्यों नहीं हो रही है? इसलिए ऐसा लगता है कि ये मामले किसी तार्किक नतीजे तक नहीं पहुंच सकते."
"लेकिन तब तक, मीडिया के ज़रिए छवि ख़राब हो जाती है, लोगों तक नकारात्मक संदेश पहुंच जाता है. इससे कुछ को राजनीतिक फ़ायदा होता है तो कुछ को नुक़सान. समीर वानखेड़े और मलिक का मामला कोई अपवाद नहीं है."
इस पूरे विवाद की शुरुआत में बीजेपी भी कूद पड़ी थी. बीजेपी नेताओं ने समीर वानखेड़े का समर्थन किया था. हालांकि अंत में नवाब मलिक और देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि यह पार्टियों के बीच जंग नहीं है.
संजय राउत ने यह भी कहा कि यह कीचड़ उछालना बंद होना चाहिए और उद्धव ठाकरे- शरद पवार को इस मामले में दख़ल देना चाहिए.
नवाब मलिक समीर वानखेड़े से बदला ले रहे हैं?
नवाब मलिक के दामाद समीर ख़ान को एनसीबी अधिकारी समीर वानखेड़े ने गिरफ्तार किया था. सत्र अदालत से समीर ख़ान को ज़मानत मिल चुकी है.
इस मामले में समीर ख़ान को क़रीब आठ महीने जेल में बिताने पड़े. इसलिए कई लोगों का मानना है कि यह नवाब मलिक के लिए निजी मामला है. लेकिन क्या सच में ऐसा है?
ब्यूरो ऑफ नारकोटिक्स कंट्रोल (एनसीबी) ने बताया था कि नौ जनवरी 2021 को मुंबई के बांद्रा इलाक़े से गांजा जब्त किया गया.
https://www.youtube.com/watch?v=9W_XaN5HmyE
समीर वानखेड़े की ओर से जारी बयान में दावा किया गया था कि ''मुंबई के बांद्रा इलाक़े से भांग जब्त की गई है.''
इस मामले में चार आरोपितों को गिरफ़्तार किया गया था. नवाब मलिक के दामाद समीर ख़ान का भी नाम सामने आया. एनसीबी ने अदालत में दावा किया था कि ''समीर ख़ान और सजलानी हर्बल उत्पादों के नाम पर भांग बेचने पर विचार कर रहे थे.''
अदालत में एनसीबी के दावों की पुष्टि नहीं हुई है और समीर ख़ान को 14 अक्टूबर को सत्र अदालत ने ज़मानत दे दी. नवाब मलिक ने एनसीबी की इस कार्रवाई पर सवाल उठाए हैं.
उन्होंने कहा है, "एनसीबी ने 200 किलोग्राम भांग ज़ब्त करने का दावा किया है. लेकिन रासायनिक रिपोर्ट से पता चला है कि यह भांग नहीं था बल्कि हर्बल तंबाकू था. क्या एनसीबी को हर्बल तंबाकू और भांग के बीच का अंतर पता है?"
इस मामले के बाद क्या नवाब मलिक समीर वानखेड़े से बदला ले रहे हैं या फिर समीर वानखेड़े की गतिविधियां संदिग्ध रही हैं, ऐसे सवाल बने हुए हैं.
पत्रकार श्रुति गणपति कहती हैं, ''नवाब मलिक के दामाद को अदालत ने ज़मानत दे दी है. अदालत ने यह भी स्पष्ट किया है कि पूछताछ के दौरान उनके ख़िलाफ़ कुछ भी आपत्तिज़नक नहीं मिला है. इसलिए मुझे नहीं लगता कि नवाब मलिक समीर वानखेड़े पर बदला लेने के लिए आरोप लगा रहे हैं."
वहीं वरिष्ठ पत्रकार संजीव शिवडेकर भी इस तर्क से सहमत हैं. वे कहते हैं, "ये आरोप हवा हवाई नहीं हैं. साक्ष्य भी प्रस्तुत किए जा रहे हैं. सबूत इकट्ठा करने के बाद ही नवाब मलिक प्रेस वार्ता कर रहे हैं."
संजीव शिरोडकर यह भी कहते हैं, "हमें यह भी ध्यान रखना चाहिए कि मलिक जन प्रतिनिधि हैं, राज्य सरकार के मंत्री हैं. इसलिए, यदि उन्हें किसी अधिकारी के बारे में ऐसी संदिग्ध जानकारी मिलती है, तो उनसे इसे सार्वजनिक करने की उम्मीद की जाती है. वह कह सकते हैं कि सबूत देकर वह अदालत की मदद कर रहे हैं. अगर समीर वानखेड़े या उनके परिवार को कोई आपत्ति है, तो वे अदालत में अपील कर सकते हैं."
समीर वानखेड़े पर अब तक लगे आरोप-
1. समीर वानखेड़े जन्म से मुसलमान हैं. उनके पिता ने एक मुस्लिम महिला से शादी करने के लिए इस्लाम धर्म अपनाया और फिर हिंदू धर्म में लौट आए.
2. समीर वानखेड़े के जन्म प्रमाण पत्र पर उनका नाम समीर दाऊद वानखेड़े दर्ज है.
3. समीर वानखेड़े ने जन्म से मुस्लिम होते हुए भी दस्तावेज़ों में फेरबदल करके दिखाया कि वे अनुसूचित जाति से हैं और नौकरी हासिल की.
4. नवाब मलिक ने समीर वानखेड़े का निकाहनामे की तस्वीर जारी कर फिर से दोहराया कि उनका नाम समीर दाऊद वानखेड़े है.
5. नवाब मलिक की बेटी सना मलिक ने भी समीर वानखेड़े की पहली शादी का निमंत्रण कार्ड पोस्ट किया है और इसमें समीर के पिता का नाम भी दाऊद वानेखेड़े लिखा है.
6. नवाब मलिक ने वानखेड़े पर आर्यन ख़ान को गिरफ़्तार करके बॉलीवुड अभिनेता शाहरुख़ ख़ान से बड़ी रकम वसूलने की साजिश रचने का भी आरोप लगाया है.
7. उन्होंने समीर वानखेड़े के पास सद्गुरु नाम का बार होने का भी आरोप लगाया है.
8. नवाब मलिक यह भी आरोप लगाया है कि समीर वानखेड़े का इस्तेमाल बॉलीवुड सितारों और अभिनेताओं से फिरौती वसूलने के लिए किया गया है.
https://www.youtube.com/watch?v=owjMSIlkRHg
समीर वानखेड़े की प्रतिक्रिया
नवाब मलिक के आरोपों के बाद समीर वानखेड़े भी प्रेस रिलीज के ज़रिए अपना पक्ष रख चुके हैं.
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि ऐसे आरोपों के ज़रिए उन पर मानसिक दबाव बनाया जा रहा है.
समीर वानखेड़े ने कहा, "मेरे पिता ज्ञानदेव काचरूजी वानखेड़े 30 जून, 2007 को आबकारी विभाग से सेवानिवृत्त हुए थे. मेरे पिता एक हिंदू हैं और मेरी मां एक मुसलमान थीं."
वानखेड़े ने कहा, "मैं एक बहु-धार्मिक और धर्मनिरपेक्ष परिवार का सदस्य हूं जो सच्ची भारतीय परंपरा का पालन करता है और मुझे इस पर गर्व है".
वानखेड़े ने इस दौरान अपनी पहली शादी और तलाक़ की जानकारी भी दी थी. उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि तलाक़ के बाद उन्होंने दूसरी बार अभिनेत्री क्रांति रेडकर से विवाह किया.
समीर वानखेड़े ने यह कहा, 'इस तरह से निजी दस्तावेज़ पोस्ट करना अपमानज़नक है.' उन्होंने नवाब मलिक पर परिवार के निजी जीवन पर अन्यायपूर्ण तरीके से हमला करने का आरोप लगाया.
उन्होंने यह भी कहा, 'इस पूरे मामले ने मुझे और मेरे परिवार को काफ़ी तनाव में डाल दिया है. व्यक्तिगत और अपमानजनक आरोपों से दुखी हूं.'
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