जम्मू कश्मीर में क्यों मची है खलबली?
भारत प्रशासित कश्मीर में बीते कई घंटों से हलचल बहुत ज़्यादा बढ़ गई है. सरकार ने घाटी में चरमपंथी हमला होने की आशंका जताई और अमरनाथ यात्रियों और पर्यटकों को वापस लौटने की सलाह दी. सरकार ने यात्रियों और पर्यटकों से अपील की है कि वे अपनी यात्रा की अवधि को छोटा कर जल्दी से जल्दी घाटी छोड़ने की कोशिश करें.
भारत प्रशासित कश्मीर में बीते कई घंटों से हलचल बहुत ज़्यादा बढ़ गई है. इसकी शुरुआत शुक्रवार को जम्मू-कश्मीर सरकार की ओर से जारी एक सुरक्षा संबंधी सूचना के साथ हुई.
सरकार ने घाटी में चरमपंथी हमला होने की आशंका जताई और अमरनाथ यात्रियों और पर्यटकों को वापस लौटने की सलाह दी.
सरकार ने यात्रियों और पर्यटकों से अपील की है कि वे अपनी यात्रा की अवधि को छोटा कर जल्दी से जल्दी घाटी छोड़ने की कोशिश करें.
सरकार की ओर से जारी इस सूचना के बाद कई तरह की आशंकाओं का बाज़ार गर्म हो गया.
J&K govt issues security advisory in the interest of #AmarnathYatra pilgrims and tourists, "that they may curtail their stay in the Valley immediately and take necessary measures to return as soon as possible", keeping in view the latest intelligence inputs of terror threats. pic.twitter.com/CzCk6FnMQ6
— ANI (@ANI) 2 August 2019
महबूबा की आपात बैठक
जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी नेता महबूबा मुफ़्ती ने शुक्रवार रात अपने निवास स्थान पर एक आपात बैठक बुलाई.
इस बैठक में जम्मू-कश्मीर के अन्य क्षेत्रीय दलों के नेता शामिल हुए. जिसमें नेशनल कॉन्फ्रेंस के फ़ारूक़ अब्दुल्लाह, पीपल्स कॉन्फ्रेंस के सज्जाद लोन और पीपल्स मूवमेंट के शाह फ़ैसल शामिल हैं.
बैठक के बाद महबूबा मुफ़्ती ने बताया कि उन्होंने घाटी के हालात के बारे में चर्चा की है.
इसके बाद इन सभी नेताओं ने जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक से भी मुलाक़ात की. उन्होंने राज्यपाल से घाटी में फैली अव्यवस्था और अफ़वाहों को रोकने की अपील की.
After a brief discussion, we called on Shri Satyapal Malik ji, Governor J&K & requested him to dispel rumours that’ve caused a sense of panic in the valley. Thankful to Farooq sahab, @sajadlone,@imranrezaansari and @shahfaesal for their time today.
— Mehbooba Mufti (@MehboobaMufti) 2 August 2019
समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल ने इस घटनाक्रम पर कहा है कि राज्य में हालात सामान्य हैं.
सत्यपाल मलिक ने कहा है, ''सुरक्षा संबंधी सूचना और दूसरे मुद्दों को एक साथ मिला दिया गया है, जिस वजह से कई तरह की अफ़वाहों ने जन्म ले लिया है. मैंने तमाम राजनेताओं से अपील की है कि वे अपने समर्थकों से इन दो अलग-अलग मुद्दों को मिलाने ना दें. साथ ही किसी तरह की अफ़वाहों पर ध्यान न दें.''
The J&K Governor said a pure security measure is being mixed up with issues with which it has no connection & requested the political leaders to ask their supporters not to mix up matters, to maintain calm & not believe exaggerated rumours being circulated all around. https://t.co/wUhPEEP2Vl
— ANI (@ANI) 2 August 2019
डर का माहौल
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्लाह ने ट्वीट कर सवाल उठाया कि पूरे राज्य में दहशत का माहौल क्यों बनाया जा रहा है.
उन्होंने ट्वीट कर कहा, ''गुलमर्ग में ठहरे दोस्तों को वहां से हटाया जा रहा है. लोगों को पहलगाम और गुलमर्ग से निकालने के लिए राज्य की बसें लगाई जा रही हैं. अगर यात्रा को लेकर ख़तरा है तो गुलमर्ग ख़ाली क्यों कराया जा रहा है?''
Friends staying in hotels in Gulmarg are being forced to leave. State road transport Corpn buses are being deployed to bus people out from Pahalgam & Gulmarg. If there is a threat to the yatra why is Gulmarg being emptied?
— Omar Abdullah (@OmarAbdullah) 2 August 2019
वहीं श्रीनगर के मेयर जुनैद अज़ीम मट्टु ने ट्वीट कर लिखा है, ''आज जारी की गई सुरक्षा संबंधी सूचना के बाद घाटी में इस साल का पर्यटन पूरी तरह बर्बाद हो जाएगा. मुझे नहीं पता क्या चल रहा है. लेकिन इतना पता है कि यहां की जनता की कोई अहमियत नहीं समझी जा रही है.''
Today’s “security advisory” merits clearer communication from the Administration. The panic is understandable. This order pretty much ends the tourism season in Kashmir for the year. Not sure what’s going on but one thing’s for sure - the people have been taken for granted.
— Junaid Azim Mattu (@Junaid_Mattu) 2 August 2019
भारत प्रशासित कश्मीर के डिविजनल कमिश्नर बसीर अहमद ख़ान ने कहा है कि कहीं भी कर्फ्यू नहीं लगाया गया है. उन्होंने कहा है, ''कहीं भी कर्फ्यू लगाने के आदेश नहीं दिए गए हैं. कल स्कूल बंद नहीं रहेंगे. इलाक़े में शांति बनाए रखने के लिए गृह मंत्रालय ने एहतियात के तौर पर सुरक्षा संबंधी सूचना जारी की थी क्योंकि उन्हें ख़ुफ़िया विभाग से कुछ जानकारियां मिली थीं.''
Divisional Commissioner Kashmir (J&K), Baseer Ahmed Khan: Curfew has not been imposed, and no such decision has been taken. Schools will not be closed tomorrow. To maintain peace in the region, the Home Dept today issued the advisory on the basis of credible intelligence inputs. pic.twitter.com/q4QsSoA0Nu
— ANI (@ANI) 2 August 2019
इस बीच एयर इंडिया ने घोषणा की है कि ताज़ा हालात को देखते हुए वह 15 अगस्त तक श्रीनगर से आने जाने वाले पर्यटकों के टिकटों की रीशेड्यूलिंग या रद्द करने का पूरा शुल्क माफ़ करेंगे.
#FlyAI : In view of the prevailing circumstances, AI will give a full fee waiver on rescheduling/cancellation for all #airindia flights to/from #Srinagar till Aug 15th August.
— Air India (@airindiain) 2 August 2019
इतना ही नहीं पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने भी पठानकोट ज़िला प्रशासन को निर्देश दिए हैं कि अमरनाथ यात्रा से आने वाले यात्रियों की सुरक्षित वापसी के लिए तैयारियां करें.
ट्विटर पर #OperationKashmir, #KashmirIssue और #AmarnathYatra टॉप ट्रेंड बने हुए हैं.