इस साल उत्तर भारत में फरवरी में ही क्यों बढ़ने लगा है तापमान ? जानिए
नई दिल्ली: उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में पिछले हफ्ते से तापमान में अचानक काफी इजाफा होने लगा है। पिछले कुछ दिनों से अधिकतम तापमान सामान्य से कई डिग्री ज्यादा हो जाता है। इससे आशंका होने लगी है कि मार्च के अंत तक होली आते-आते इस साल काफी ज्यादा गर्मी पड़ने लगेगी। यह भी सवाल पैदा हो रहा है कि ठंड का मौसम खत्म हो गया है? क्योंकि, बीते एक हफ्ते में ही तापमान में सामान्य से 5 से करीब 8 डिग्री तक इजाफा होने लगा है और धूप भी तेज होनी शुरू हो गई है।
फरवरी में ही आ गई गर्मी!
वैसे तो इस साल सर्दियों में उत्तर भारत और उत्तर-पश्चिम भारत के मैदानी और पहाड़ी इलाकों में काफी सर्दी पड़ी है। लेकिन, देश में जनवरी के महीने के औसत न्यूनतम तापमान को देखें तो यह 62 वर्षों में सबसे ज्यादा गर्म साल रहा है। हालांकि, इसी दौरान दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, चंडीगढ़ और जम्मू और कश्मीर में लंबे समय तक काफी ठंड भी पड़ी है। जनवरी के पहले हफ्ते में दिल्ली-एनसीआर और आसपास के इलाके में छिटपुट बारिश भी हुई थी। लेकिन, फिर भी पिछले साल के मुकाबले इस साल जनवरी में कम ही दिन शीत लहर की स्थिति बनी है। इसकी वजह ये मानी जा रही है कि इसबार पहाड़ों को छोड़कर निचले इलाकों में पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव बहुत कम पड़ा है। नई दिल्ली स्थित राष्ट्रीय मौसम पूर्वानुमान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक आरके जेनामनी ने कहा है, 'जनवरी पश्चिम विक्षोभ का असर मुख्यतौर पर पहाड़ी क्षेत्रों में ही सीमित था।'
अचानक क्यों बढ़ रहा है तापमान ?
दरअसल,उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में शीत लहर और सर्द दिनों की कमी के चलते तापमान में इजाफा होना शुरू हो गया है। यही वजह है कि दिल्ली और देहरादून समेत मैदानी और पहाड़ी दोनों इलाकों में इस साल अभी सामान्य से कहीं ज्यादा तापमान हो चुका है। उदाहरण के लिए 11 फरवरी को राजधानी दिल्ली में पारा 30.4 डिग्री तक पहुंच गया, जो कि सामान्य से 7.7 डिग्री अधिक है। जेनामनी के मुताबिक, 'मध्य भारत में पूर्व की ओर से चल रही लहरें और कई तरह की मौसम प्रणाली की मौजूदगी उत्तर भारत तक शीत लहर पहुंचने में रुकावट पैदा कर रही हैं। यही वजह है कि तापमान में तेजी से इजाफा देखा जा रहा है, जो कि 5 से 7 डिग्री तक सामान्य से ज्यादा चला जा रहा है। '
मध्य भारत में बिगड़ने वाला है मौसम
मध्य भारत में अभी मौसम की जो स्थिति बनी हुई है, उसके चलते उस इलाके में 19 फरवरी तक आंधी-तूफान उठने का अनुमान जाहिर किया गया है। इसके चलते मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ के अलावा महाराष्ट्र के विदर्भ, मराठवाड़ा, कर्नाटक के दक्षिणी अंदरूनी हिस्सों, झारखंड और ओडिशा में गरज के साथ हल्की बारिश हो सकती है। महाराष्ट्र के कुछ इलाकों में अगले दो-तीन दिनों में ओले भी गिर सकते हैं। उत्तर भारत के मैदान इलाकों पर इसका असर ये होगा कि जम्मू और कश्मीर को छोड़कर 20 फरवरी तक ठंड वापस लौटने के कोई आसार नहीं हैं।
इंतजार कीजिए फिर लौटेगी ठंड
सवाल है कि क्या यह मान लिया जाए कि इस साल सर्दी ने फरवरी महीने में ही अपना तंबू उखाड़ लिया है? भारतीय मौसम विभाग देश में जनवरी और फरवरी महीनों को जाड़े का मौसम मानता है। उसके अनुमानों के मुताबिक अभी 20 फरवरी तक तापमान का यही हाल रहेगा, लेकिन अभी ठंड गई नहीं है। 20 फरवरी को उत्तर भारत से एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ गुजरने की संभावना है। इसके चलते जम्मू और कश्मीर में बारिश हो सकती या बर्फबारी भी हो सकती है। अगर ऐसा होता है तो 22 फरवरी के बाद से एक बार फिर से दिल्ली,पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ में तापमान में 2 से 3 डिग्री की गिरावट आ सकती है। अगर बहुत ज्यादा ठंड ना भी पड़े, लेकिन मौजूदा मौसम फिर से एकबार बदलने की पूरी संभावना है।
25 फरवरी के बाद क्या?
लेकिन, मौसम विभाग के मुताबिक 25 फरवरी के बाद मौसम धीरे-धीरे गर्मियों की ओर बढ़ना शुरू हो जाएगा। उत्तर और उत्तर-पश्चिमी भारत में न्यूनतम तापमान धीरे-धीरे 2 से 4 डिग्री बढ़ने लगेगा। दिन का तापमान भी बढ़कर 20 से 30 डिग्री के बीच रहेगा। लेकिन, जम्मू और कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और ऊंचाई वाले इलाकों में इतनी जल्दी सर्दी नहीं खत्म होगी। (तस्वीरें- सांकेतिक)