मोदी के शपथ समारोह में स्टालिन को क्यों नहीं बुलाया गया
ज़ाहिर तौर पर स्टालिन ना तो मुख्यमंत्री हैं और ना ही डीएमके के संसदीय दल के सदस्य हैं, लेकिन जब कमल हासल और रजनीकांत को बुलाया जा सकता है तो स्टालिन को क्यों नहीं. क्या वो देश के चौथे सबसे बड़े राज्य के सबसे बड़े नेता नहीं हैं. इसे लेकर कोई प्रोटोकॉल हैं या नहीं इससे इतर उन्हें बड़ी राजनीतिक पार्टी के नेता की हैसियत से बुलाना चाहिए था.
लोकसभा चुनाव में ज़बरदस्त जीत के बाद गुरुवार को नरेंद्र मोदी लागातार दोबारा प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे.
राष्ट्रपति भवन में आयोजित इस शपथ समारोह में देश और विदेश की कई नामचीन हस्तियां शिरकत करेंगी. दक्षिण भारत में अभिनेता से राजनेता बने कमल हासन और रजनीकांत को भी आमंत्रित किया गया है.
हाल ही में नाथूराम गोडसे को आज़ाद भारत का पहला चरमपंथी बताने पर बीजेपी ने उनकी जमकर आलोचना की थी, लेकिन अब शपथ ग्रहण समारोह में उन्हें न्योता दिया गया है. लेकिन इस चुनाव में तमिलनाडु में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी डीएमके के नेता एमके स्टालिन को इस आयोजन में आमंत्रित नहीं किया गया है.
लोकसभा चुनाव में देश भर में ज़बरदस्त जीत हासिल करने वाली बीजेपी को स्टालिन ने तमिलनाडु में करारी हार दी है. बीजेपी की सहयोगी एआईएडीएमके भी डीएमके के सामने नहीं टिक सकी.
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लेकिन ये बेहद हैरान करने वाली बात है कि इस राज्य के नए राजनेताओं रजनीकांत और कमल हासन को तो प्रधानमंत्री के शपथ ग्रहण समारोह में बुलाया गया लेकिन राज्य में सबसे बड़ी जीत हासिल करने वाले एमके स्टालिन को आमंत्रित नहीं किया गया.
क्या शपथ ग्रहण समारोह में मेहमानों को आमंत्रित करने के तय नियम होते हैं? इस सवाल के जबाव में पुदुचेरी के मुख्यमंत्री और पूर्व केंद्रीय मंत्री रहे वी. नारायणस्वामी कहते हैं, ''परंपरा के मुताबिक नवनिर्वाचित प्रधानमंत्री इस समारोह में जिसे चाहें बुला सकते हैं. देश की मुख्य विपक्षी पार्टी के अलावा देश की मुख्य पार्टियों के नेताओं के आमंत्रित किया जाता रहा है. मेरा मानना है कि स्टालिन को बुलाया जाना चाहिए था. ''
इस मामले में तमिलनाडु के वरिष्ठ पत्रकार आर ईलानगोवन कहते है, ''ज़ाहिर तौर पर स्टालिन ना तो मुख्यमंत्री हैं और ना ही डीएमके के संसदीय दल के सदस्य हैं, लेकिन जब कमल हासल और रजनीकांत को बुलाया जा सकता है तो स्टालिन को क्यों नहीं. क्या वो देश के चौथे सबसे बड़े राज्य के सबसे बड़े नेता नहीं हैं. इसे लेकर कोई प्रोटोकॉल हैं या नहीं इससे इतर उन्हें बड़ी राजनीतिक पार्टी के नेता की हैसियत से बुलाना चाहिए था. ''
बीजेपी के वरिष्ठ नेता ने नाम ना बताने की शर्त पर कहा, ''ममता बनर्जी सहित सभी मुख्यमंत्रियों को आमंत्रित किया गया है. राष्ट्रपति भवन की ओर से हर समारोह में पद्म पुरस्कार विजेताओं को बुलाया जाता है, ये संभव है कि रजनीकांत और कमल हासन को इसी कारण आमंत्रित किया गया हो ''