Indian Railways को बिजनेसमैन आनंद महिंद्रा ने क्यों कहा है शुक्रिया
नई दिल्ली- महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन आनंद महिंद्रा ने महिंद्रा कंपनी के बोलेरो पिक-अप वैन मुंबई से बांग्लादेश पहुंचाने के लिए भारतीय रेलवे को शुक्रिया कहा है। महिंद्रा ने मेड इन इंडिया बोलेरो पिक-अप वैन को महाराष्ट्र के नवी मुंबई से बांग्लादेश के बेनापोल तक पहुंचाने में सहायता के लिए रेलवे की सराहना की है। इसके ट्रांस्पोर्टेशन वाला वीडियो पहले रेल मंत्री पीयुष गोयल ने अपने ट्विटर हैंडल पर डाला, जिसके बाद आनंद महिंद्रा ने आभार जताते हुए रेलवे की सराहना की है।
रेलमंत्री पीयूष गोयल ने ट्विटर पर एक वीडियो शेयर कर जानकारी दी है कि 87 बोलेरो पिक-अप वैन रेलवे के जरिए बांग्लादेश भेजा गया है। गोयल ने ट्विटर पर यह वीडियो शेयर करते हुए लिखा है, 'ऑटोमोबाइल एक्सपोर्ट्स को बढ़ावा देते हुए रेलवे ने 87 पिक-अप वैन को महाराष्ट्र में नवी मुंबई से बांग्लादेश के बेनापोल के लिए लोड किया है। सुरक्षित, तेज और किफायती लॉजिस्टिक समाधान की पेशकश करते हुए, रेलवे ऑटोमोबाइल ट्रांस्पोर्टेशन के लिए एक पसंदीदा मोड के रूप में उभरा है। '
रेल मंत्री के इस ट्वीट को रिट्वीट करते हुए आनंद महिंद्रा ने लिखा है, 'बंबैय्या बोलेरो बांग्लादेश के बेनापोल जा रहा है। मुझे यह सुनकर अच्छा लग रहा है। खुशियों के इस पल के साथ भारतीय रेलवे तुम्हारा शुक्रिया.....' पीयूष गोयल ने जो वीडियो डाला है उसमें एक पार्सल ट्रेन में एक बोलेरो पिक-अप वैन लोड किया जा रहा है और कुछ पहले से लोडेड नजर आ रही हैं। इससे पहले गोयल ने इसी महीने ऑटो इंडस्ट्री के मालिकों को अपने वाहनों के ट्रांस्पोर्टेशन के लिए रेलवे नेटवर्क का इस्तेमाल करने के लिए प्रोत्साहित किया था। उन्होंने कहा है कि रेलवे के जरिए ऑटोमोबाइल ट्रांस्पोर्टेशन का लक्ष्य 2021-22 तक 20 फीसदी और 2023-24 तक 30 फीसदी पहुंचाने का लक्ष्य है।
हाल के दिनों में 'किया मोटर्स', ;मारूति सुजुकी' और 'हुंडैई' जैसी ऑटोमोबाइल कंपनियां वाहनों के परिवहन के लिए किफायती, भरोसेमंद और पर्यावरण के अनुकूल साधन के तौर पर परिवहन के लिए रेलवे पर काफी निर्भर हुई हैं। इस साल अप्रैल से सितंबर के बीच रेलवे ने 836 रैक वाहन ढोए, जबकि पिछले साल सिर्फ 731 रैक ढोए थे। मारूति सुजुकी पिछले 6 साल से रेलवे से ही वाहनों का परिवहन कर रही है और पिछले वित्त वर्ष में उसने 1.78 लाख गाड़ियां रेलवे के माध्यम से एक स्थान से दूसरे स्थान भेजे हैं, जो कि उसके एक साल पहले के मुकाबले 15 फीसदी ज्यादा है। हाल के दिनों में 'किया सेल्टोस' और 'सोनेट एसयूवी' जैसी मॉडल की गाड़ियां भी रेलवे के जरिए देश के विभिन्न इलाकों में ढोते हुए दिखाई पड़ी हैं।