#KarnatakaElectionResults2018:कांग्रेस-जेडीएस के गढ़ में भी BJP की धमाकेदार एंट्री, पढ़ें key facts
बेंगलुरू। कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए वोटों की गिनती का काम जारी है। अभी तक आए रुझानों के हिसाब से इतना तो तय है कि बीजेपी कर्नाटक विधानसभा चुनाव 2018 में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। इस समय बीजेपी 114 सीटों पर आगे है, जबकि सत्ताधारी कांग्रेस बहुमत से मीलों पीछे 60 से 65 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है। एसडी देवगौड़ा की जेडी-एस 2018 चुनाव में बड़ी ताकत बनकर उभरी है। वह 40 सीटों के ऊपर बढ़त बनाए हुए है। कुल मिलाकर देखा जाए तो बीजेपी कर्नाटक विधानसभा चुनाव 2018 के नतीजों में सबसे बड़े विजेता के तौर पर उभरकर आ रही है। आखिर क्या हैं बीजेपी के इस प्रदर्शन के पीछे अहम कारण, क्या कर्नाटक में हिंदुत्व कार्ड चला? कर्नाटक के कौन से इलाकों में बीजेपी, कांग्रेस और जेडी-एस का प्रदर्शन कैसा रहा और सबसे अहम बात, इन तीनों दलों ने अपने-अपने गढ़ों में कैसा प्रदर्शन किया? और उससे भी अहम बात कि दूसरों के गढ़ में इन तीनों दलों को कितना सीटें मिल रही हैं? आइए डालते हैं बीजेपी को कर्नाटक कैसे मिल रही है बड़ी जीत के इन सभी कारणों पर एक नजर:
जातिगत वोटों का हिसाब-किताब
- कर्नाटक चुनाव जब भी आते हैं तो सबसे ज्यादा चर्चा लिंगायत वोट की होती है। कर्नाटक में सत्ता की चाबी इन्हीं वोटरों के हाथ में मानी जाती है। बीजेपी के सीएम कैंडिडेट बीएस येदुरप्पा इसी समुदाय से आते हैं। लिंगायत वोटरों पर चुनाव से पहले सिद्धारमैया ने काफी डोरे डाले, लेकिन बाजी बीजेपी मार ले गई। बीजेपी को 42 प्रतिशत लिंगायत वोट मिलते दिख रहे हैं, जबकि कांग्रेस 6 प्रतिशत पीछे है। उसे 36 प्रतिशत के आसपास लिंगायत वोट मिल रहे हैं। वहीं, जेडी-एस 15 प्रतिशत के आसपास लिंगायत वोट पाती दिख रही है।
- जातिगत समीकरणों के आधार पर देखें तो बीजेपी ओबीसी और दलित वोटरों वाले क्षेत्रों में तेजी से आगे बढ़ रही है। ओबीसी बहुल वोटरों वाले इलाके में बीजेपी 39 सीटों पर आगे है, जबकि कांग्रेस 32, और जेडीएस 25 सीटों पर बढ़त बना रही है।
- इसी प्रकार से दलित वोटरों के प्रभाव वाले इलाके में भी बीजेपी काफी अच्छा प्रदर्शन कर रही है। हालांकि, कांग्रेस 43 सीटों के साथ इन इलाकों में सबसे आगे हैं, लेकिन यह आंकड़ा उसकी ताकत के हिसाब से कम है। दलित वोटरों वाले इलाकों में बीजेपी 39 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है, जबकि जेडी-एस को 14 सीटें मिलती दिख रही हैं।
कोस्टल कर्नाटक में चला हिंदुत्व का जादू, योगी ने किए थे कई दौरे
- बीजेपी ने कांग्रेस और जेडी-एस को सबसे बड़ी पटखनी दी है कोस्टल कर्नाटक में। इस इलाके में बीजेपी का हिंदुत्व कार्ड जमकर चला। सेंट्रल कर्नाटक में बीजेपी 16 सीटों पर आगे बढ़ रही है। इस इलाके में कांग्रेस का लगभग सूपड़ा साफ हो रहा है। कोस्टल कर्नाटक वही क्षेत्र है, जहां पर बीजेपी ने उन नेताओं को भेजा जिनकी छवि हिंदुत्व की है। मसलन, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ इस क्षेत्र में काफी दौरे किए। इसके अलावा बीजेपी के वरिष्ठ नेता अनंत कुमार ने भी यहां महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
- ओवरऑल वोट पर्सेंटेज की बात करें तो कांग्रेस इस मामले में बीजेपी से ज्यादा पीछे नहीं है, लेकिन कोस्टल कर्नाटक में कांग्रेस काफी पिछड़ गई। यहां बीजेपी को 50 प्रतिशत वोट मिल रहा है। रुझान अभी जारी हैं। ऐसे में यह आंकड़ा बढ़ भी सकता है।
- हैदराबाद कर्नाटक रीजन में बीजेपी 22 सीटों बढ़त लेकर विरोधियों से काफी आगे बनी हुई है। वहीं, कांग्रेस 14 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है।
- सेंट्रल कर्नाटक की बात करें तो यहां भी बीजेपी सबसे आगे है और 14 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है।
- इसी प्रकार से मुंबई कर्नाटक में भी बीजेपी का जादू सिर चढ़कर बोलता दिख रहा है। यहां बीजेपी 27 सीटों पर आगे बढ़ रही है तो कांग्रेस 17 पर बढ़त बनाए हुए है।
जेडी-एस के गढ़ में बीजेपी ने मारी सेंध, ओल्ड मैसूरु में धमाकेदार एंट्री
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कर्नाटक
चुनाव
में
अगर
कोई
सबसे
ज्यादा
चौंकाने
वाला
रुझान
है
तो
वह
आ
रहा
है
ओल्ड
मैसूरु
से।
जेडी-एस
के
इस
पारंपरिक
गढ़
में
बीजेपी
ने
बड़ी
सेंधमारी
कर
दी
है।
यहां
बीजेपी
14
सीटों पर आगे बढ़ रही है। वहीं, जेडीएस 32 और कांग्रेस करीब 11 सीटों पर आगे बढ़ रही है। - वोक्कालिगा समुदाय के प्रभाव वाले इलाकों में भी बीजेपी काफी अच्छा प्रदर्शन कर रही है। यहां बीजेपी 23 सीटों पर आगे है, जबकि जेडीएस 37 और कांग्रेस 35 सीटों पर बढ़त बना रही है। बीजेपी के लिए यह सबसे अहम बात इसलिए है, क्योंकि यहां उसका प्रदर्शन हमेशा फीका रहा है। इसकी सबसे बड़ी वजह है-वोक्कालिगा समुदाय जेडी-एस का कोर वोटर रहा है।
आखिर येदियुरप्पा ने फिर साबित किया वो ही हैं कर्नाटक के असली चाणक्य