मोदी सरकार का 'मास्टरस्ट्रोक': जानिए किसे मिलेगा 10 फीसदी सवर्ण आरक्षण का फायदा, ये है कैटेगरी
Recommended Video
नई दिल्ली। केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने लोकसभा चुनाव से ठीक पहले बड़ा दांव चलते हुए आर्थिक रूप से कमजोर सवर्णों को 10 फीसदी आरक्षण देने का फैसला लिया है। इस फैसले के बाद आरक्षण का कोटा 49.5 फीसदी से बढ़कर 59.5 फीसदी हो जाएगा। सरकार संविधान संशोधन के जरिए इस कदम को पूरा करने की कोशिश करेगी। केंद्रीय कैबिनेट में तय किया गया है कि यह आरक्षण शिक्षा और नौकरी में दिया जाएगा। सूत्रों के मुताबिक आर्थिक रूप से कमजोर सवर्णों को आरक्षण देने के लिए केंद्र सरकार ने कुछ पैमाने तय किए हैं। जानिए, आखिर किसे मिलेगा आरक्षण।
इसे भी पढ़ें:- मोदी सरकार का बड़ा फैसला, सवर्णों को मिलेगा 10 फीसदी आरक्षण
इस फैसले के लिए केंद्र सरकार ने तय किए हैं कुछ पैमाने
काफी समय से ये मांग की जा रही थी कि आर्थिक रूप से पिछड़े सवर्णों को आरक्षण दिया जाएगा। आखिरकार केंद्रीय कैबिनेट ने इस फैसले पर मुहर लगा दी है। सूत्रों के मुताबिक आरक्षण का फायदा सिर्फ उन्हीं सवर्णों को मिलेगा जिनकी वार्षिक आय 8 लाख रुपये से कम होगी। इनके अलावा जिनके पास पांच एकड़ से कम जमीन होगी, वो भी इसके हकदार होंगे। एक हजार वर्ग फीट से छोटे घरवालों को भी इसका फायदा मिलेगा। निगम में आवासीय प्लॉट है तो 109 यार्ड से कम जमीन हो या फिर निगम से बाहर प्लॉट है तो 209 यार्ड से कम जमीन हो, उन्हें भी इसका फायदा मिलेगा।
संविधान के अनुच्छेद 15 और अनुच्छेद 16 में किया जाएगा बदलाव
मोदी सरकार आर्थिक आधार पर पिछड़े सवर्णों के लिए आरक्षण का फैसला लिया है, हालांकि इस तरह की कोई व्यवस्था अभी संविधान में नहीं है। ऐसी स्थिति में केंद्र सरकार को इस फैसले को लागू करने के लिए संविधान में संशोधन करना होगा। संविधान के अनुच्छेद 15 और अनुच्छेद 16 में बदलाव किया जाएगा। उम्मीद की जा रही है कि मंगलवार को संसद में सरकार संशोधन बिल लेकर आएगी।
सवर्णों को आरक्षण पर क्या होगी विपक्ष की राय
फिलहाल केंद्रीय कैबिनेट ने इस फैसले पर मुहर लगा दी है। हालांकि आरक्षण का कोटा बढ़ाने को लेकर उनकी राह थोड़ी कठिन हो सकती है क्योंकि संविधान संशोधन में सरकार को बाकी दलों के भी साथ की जरूरत होगी। देखना होगा दूसरे दल इस मुद्दे पर क्या फैसला करेंगे। बता दें कि मंगलवार को संसद के शीतकालीन सत्र का आखिरी दिन है। ऐसे में देखना होगा कि केंद्र सरकार इस फैसले को लेकर आगे क्या रणनीति अपनाती है।
2019 लोकसभा चुनाव में मिलेगा बीजेपी को इसका फायदा
मोदी सरकार ने लोकसभा चुनाव से ठीक पहले गरीब सवर्णों के लिए 10 फीसदी आरक्षण का मास्टर स्ट्रोक खेला है। माना जा रहा है कि SC-ST आरक्षण से जुड़े अध्यादेश पर सवर्णों की नाराजगी झेल रही बीजेपी ने इस प्रस्ताव से उन्हें खुश करने की कोशिश की है। बता दें कि तीन राज्यों में बीजेपी की हार के बाद इस तरह की बात उठ रही थी कि सवर्णों की नाराजगी के कारण बीजेपी को इस हार का सामना करना पड़ा है। हालांकि अभी यह कहना मुश्किल है कि बीजेपी को इसका फायदा मिल पाएगा या नहीं।