कोविड-19: WHO ने बताई एशिया के इन देशों की स्थिति, भारत अभी कम्युनिटी ट्रांसमिशन से दूर
नई दिल्ली। दुनियाभर में कोरोना वायरस से लाखों की संख्या में लोग संक्रमित हुए हैं। भारत की बात करें तो यहां भी ये आंकड़ा एक लाख को पार कर चुका है। इस बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्लूएचओ) ने हाल ही में जारी अपनी एक रिपोर्ट में कहा है कि भारत में वायरस का सामुदायिक फैलाव (community transmission) अभी शुरू नहीं हुआ है। यानी भारत वायरस की कम्युनिटी ट्रांसमिशन वाली स्टेज पर नहीं आया है। भारत में अभी भी इस क्षेत्र के अधिकांश देशों की तरह ही मामले हैं।
हालांकि संगठन ने दक्षिण-पूर्वी एशिया के एक देश को अलग से चिह्नित किया है। इसे वायरस के सामुदायिक फैलाव के स्तर को लेकर चिन्हित किया गया है। कोविड-19 की स्थिति बताने वाली डब्लूएचओ की 20 मई की रिपोर्ट में भारत को 'क्लस्टर ऑफ केस' (cluster of cases) के तौर पर चिन्हित किया गया है। भारत के कुछ इलाकों में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ गई है, जिसे क्लस्टर ऑफ केस कहा जाता है। वहीं 'दक्षिण-पूर्व एशिया' के तहत वर्गीकृत कई अन्य देशों को भी WHO की रिपोर्ट में 'क्लस्टर ऑफ केस' के तौर पर चिन्हित किया गया है। इनमें बांग्लादेश, थाईलैंड, मालदीव, श्रीलंका, मयांमार शामिल हैं।
दक्षिण-पूर्व एशिया में अकेला इंडोनेशिया ही ऐसा देश है, जिसे 'सामुदायिक फैलाव' के तौर पर चिन्हित किया गया है। 20 मई तक इंडोनेशिया में कोरोना वायरस संक्रमण के 18,496 मामले सामने आए हैं और 1221 लोगों की मौत हुई है। वहीं नेपाल (402) और भूटान (21) को बेहद कम मामलों वाले देशों के तौर पर चिन्हित किया गया है। भारत की बात करें तो यहां पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस के 5,609 मामले सामने आए हैं और 132 मौतें हुई हैं। देश में अब कोरोना वायरस के कुल 1,12,359 मामले हैं, इसमें 63,624 सक्रिय मामले और 3,435 मौतें शामिल हैं।
24 घंटों में कोरोना वायरस के 5,609 नए केस, कुल संख्या 1 लाख 12 हजार से अधिक