लखनऊ: कौन थे विवेक तिवारी, जिन्हें यूपी पुलिस ने संदिग्ध समझकर गोली मारी
यूपी की राजधानी लखनऊ में पुलिस ने बीती रात एक युवक को संदिग्ध मानकर उसके ऊपर गोली चला। गोली लगने से बुरी तरह घायल हुए युवक ने इलाज के दौरान अस्पताल में दम तोड़ दिया। जिस युवक को पुलिस ने संदिग्ध मानकर गोली चलाई, उनकी पहचान एप्पल कंपनी के एरिया सेल्स मैनेजर विवेक तिवारी के रूप में हुई है।
लखनऊ। यूपी की राजधानी लखनऊ में पुलिस ने बीती रात एक युवक को संदिग्ध मानकर उसके ऊपर गोली चला। गोली लगने से बुरी तरह घायल हुए युवक ने इलाज के दौरान अस्पताल में दम तोड़ दिया। जिस युवक को पुलिस ने संदिग्ध मानकर गोली चलाई, उनकी पहचान एप्पल कंपनी के एरिया सेल्स मैनेजर विवेक तिवारी के रूप में हुई है। विवेक एप्पल आईफोन इवेंट से अपनी सहकर्मी के साथ लौट रहे थे जब यूपी पुलिस के कॉन्स्टेबल ने उनपर गोली चला दी। यूपी पुलिस का कहना है कि उन्होंने सेल्फ डिफेंस में विवेक पर गोली चलाई है।
एप्पल में सेल्स मैनेजर थे विवेक
विवेक इंटरनेशनल कंपनी एप्पल में एरिया सेल्स मैनेजर के तौर पर कार्यरत थे। 30 वर्षीय विवेक ने 2014 में एप्पल कंपनी ज्वाइन की थी। उन्होंने सुल्तानपुर के केएनआईटी सुल्तानपुर और मेरठ के दीवान इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट स्टीज से पढ़ाई की थी। विवेक सुल्तानपुर, उत्तर प्रदेश के रहने वाले थे फिल्हाल लखनऊ में अपनी पत्नी और दो बेटियों के साथ रह रहे थे।
पत्नी ने मुख्यमंत्री आदित्यनाथ से मांगा जवाब
विवेक की मौत के बाद से उनकी पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल है। उन्होंने राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्याथ से जवाब मांगा है। विवेक तिवारी की पत्नी कल्पना तिवारी ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस को कोई हक नहीं था कि वो उनके पति पर ऐसे गोली चलाएं। कल्पना ने कहा, 'मैं 2 बजे से अपने पति को फोन कर रही थी। 3 बजे किसी ने फोन उठाया और बताया कि आपके पति और मैडम को थोड़ी-थोड़ी चोट आई है और उनकी मरहम-पट्टी हो रही है। पुलिस का फोन क्यों नहीं आया कि एक्सीडेंट हुआ है?'
'अपने बच्चों को क्या बताउंगी मैं?'
कल्पना ने कहा, 'और अभी मैं जाकर देख रही हूं कि गाड़ी पर सामने से गोली मारी गई है। पुलिस कह रही है कि ये कर के भाग गए, वो कर के भाग गए। मैं पुलिस की बात मान रही हूं, वो संदिग्ध हालत में लड़की के साथ थे। तुम पकड़ते, कार्रवाई करते। अगर गाड़ी नहीं रोक रहे थे तो आरटीओ ऑफिस जाकर गाड़ी का नंबर लेते, यहां आकर गिरफ्तार करते, गोली क्यों मारी? एक निर्दोष आदमी को किसलिए मार दिए गया। मैं अपने बच्चों को क्या बताउंगी कि कि तुम्हारे पापा को किसलिए गोली मारी गई थी?'
गोली चलाने वाले कॉन्स्टेबल हिरासत में
कल्पना तिवारी ने मुख्यमंत्री से सवाल किया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री आकर मुझसे बात करें, मुझे बताएं कि विवेक को क्यों गोली मारी गई, वो कौन से आतंकवादी थे। वहीं दूसरी ओर उत्तर प्रदेश पुलिस इस मामले की लीपापोती करने में लगी है। विवेक पर गोली चलाने वाले कॉन्स्टेबल का कहना है कि उन्होंने सेल्फ डिफेंस में गोली चलाई है। फिलहाल धारा 302 में मुकदमा दर्ज कर दोनों सिपाहियों को हिरासत में ले लिया गया हैं।