भारत के राष्ट्रपति केवल एक को Follow करते हैं, जानिए कौन हैं वो?
जानिए कौन है जिसे राष्ट्रपति करते हैं ट्विटर पर फॉलो, राष्ट्रपति के कुल 30 लाख से अधिक फॉलोवर हैं ट्विटर पर
नई दिल्ली। देश के 14वें राष्ट्रपति के तौर पर रामनाथ कोविंद ने शपथ ले ली है और वह अब देश के नए राष्ट्रपति हैं। पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी को विदाई देने के साथ ही रामनाथ कोविंद ने देश के प्रथम नागरिक कि जिम्मेदारी संभाल ली है। राष्ट्रपति बनने के बाद रामनाथ कोविंद का अलग राष्ट्रपति का ट्विटर पेज बना है, जिसके बनने के चंद मिनट के भीतर ही लाखों की संख्या में लोगों ने उन्हे फॉलो करना शुरू कर दिया है।
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कुछ ही मिनटों में बने 30 लाख से अधिक फॉलोवर
सोशल मीडिया के दौर में तमाम नेताओं की लोकप्रियता का अंदाजा उन्हें फॉलो करने वाले वह लाइक करने वालों की संख्या से निर्धारित की जाती है। ऐसे में अगर देश के राष्ट्रपति के आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर नजर डालें तो इसे फॉलो करने वालों की संख्या 3.26 मिलियन यानि 30 लाख से भी अधिक है। यह आंकड़ा चंद मिनटो में ही पार कर गया। लेकिन गौर करने वाली बात यह है कि राष्ट्रपति सिर्फ एक ही सख्शियत को फॉलो करते हैं।
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सिर्फ एक को फॉलो करते हैं राष्ट्रपति
शायद ही लोगों को पता हो कि राष्ट्रपति सिर्फ एक ही सख्शियत को फॉलो करते हैं और वह कोई और नहीं बल्कि पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी हैं। दरअसल जिस पेज को राष्ट्रपति फॉलो करते हैं वह प्रणव मुखर्जी का का बतौर राष्ट्रपति के तौर पर संचित पेज है, जहां पर बतौर राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी के तमाम भाषणों और ट्वीट का संकलन है। इस पेज पर आपको प्रणव मुखर्जी के कार्यकाल से जुड़ी तमाम तस्वीरें, वीडियो और भाषण मिल जाएंगे।
प्रेसीडेंट प्रणव मुखर्जी का पेज
पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी का पेज प्रेसीडेंट मुखर्जी के नाम से हैं। इस पेज के कुल फॉलोवर की संख्या 3.31 मिलियन है। इस पेज पर प्रणव मुखर्जी के कार्यकाल की तमाम तस्वीरें देखी जा सकती हैं। बतौर राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी के कार्यकाल में कुल 6967 ट्वीट किए गए जबकि सिर्फ चार ट्वीट्स को लाइक किया गया।
65 फीसदी इलेक्टोरल वोट मिले थे रामनाथ कोविंद को
आपको बता दें कि रामनाथ कोविंद एनडीए के साझा उम्मीदवार थे, जिन्हें एनडीए के सहयोगी दलों के अलावा तमाम दलों अपना समर्थन दिया था, जिसमें नीतीश कुमार की पार्टी, तेलंगाना के सीएम टीआरएस राव की पार्टी भी शामिल है। रामनाथ कोविंद ने तकरीबन 65.65 फीसदी इलेक्टोरल वोट हासिल हुए थे, उनके मुकाबले मीरा कुमार को तकरीबन 34.35 फीसदी इलेक्टोरल कॉलेज के वोट मिले थे।