कौन है शेहला रशीद, जिसके पिता ने आंतकियों के साथ उसके रिश्तों का खुलासा किया है?
नई दिल्ली। 2016 में जेएनयू परिसर में लगे देश विरोधी नारों के दौरान जेएनयू छात्र संघ की उपाध्यक्ष रही शेहला रशीद पर उनके पिता अब्दुल राशिद शोरा ने आंतकियों के साथ रिश्ते रखने और हवाला के जरिए तीन करोड़ रुपए लेने का आरोप लगाए हैं। पिता ने बेटी की करतूतों के खिलाफ एक पत्र लिखकर जम्मू-कश्मीर डीजीपी से शेहला की पार्टी के खातों की जांच की मांग की है, जिससे एक बार फिर एक्टिविस्ट शेहला रशीद सुर्खियों में हैं। 2019 में लोकसभा चुनावों में मिली पराजय के राजनीति से दूरी बना चुकी शेहला पर फिलहाल राजद्रोह का मुकदमा दर्ज है।
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वर्तमान में जेएनयू से पीचडी कर रहीं हैं पूर्व JNUSU उपाध्यक्ष शेहला रशीद
वर्तमान में जेएनयू से पीचडी कर रहीं शेहला रशीद पहली बार सुर्खियों में तब आई थी, जब जेएनयू में आंतकी अफजल गुरू की बरसी पर एक कार्यक्रम में भारत तेरे टुकड़े होंगे नारे लगने के बाद दिल्ली पुलिस द्वारा तत्कालीन जेएनयू छात्र संघ अध्यक्ष कन्हैया यादव और उमर खालिद समेत कई छात्रों की गिरफ्तारी के बाद शेहला रशीद आरोपियों के पक्ष में खड़ी हो गईं थी। यही वह अवसर था जब शेहला छात्र से एक्टिविस्ट अवतार में नजर आईं थी। उनके एक्टिविस्ट बनते ही विवादों के साथ उनका याराना हो गया और अपने बयानों से निशाने पर आती रहीं थीं।
जब शेहला रशीद की मां ने उन्हें नेतागिरी छोड़ने की सलाह दी थी
यही वह मौका था जब शेहला रशीद की मां ने उन्हें नेतागिरी छोड़ने की सलाह दी थी, लेकिन शेहला धुन की पक्की थी, जिसका असर कहा जा सकता है कि एक के बाद विवादास्पद बयानों से शेहला सुर्खियों में आती गईं। श्रीनगर की रहने वाली शेहला रशीद एक इंजीनियर हैं, जिन्होंने अपनी इंजीनियरिंग श्रीनगर एनआईटी कॉलेज से की थी। इंजीनियरिंग की पढ़ाई के बाद शेहला रशीद के एक बढ़िया कंपनी में नौकरी लग गई थी, लेकिन शेहला का दिल वहां नहीं लगा और वो समाजशास्त्र में एमए के लिए जेएनयू में दाखिला ले लिया।
जेएनयू में मिला दाखिला शेहला रशीद की लाइफ का टर्निंग प्वाइंट था
कहते है जेएनयू में मिला दाखिला शेहला की लाइफ का टर्निंग प्वाइंट था, जहां उन्हें न केवल वैचारिक स्वच्छंदता मिली और जेएनयू छात्र संघ की उपाध्यक्ष चुनने के बाद शेहला दक्षिणपंथी विचारों के खिलाफ उग्रता अख्तियार करना शुरू कर दिया। केंद्र में दक्षिणपंथी विचारों वाली सरकार के खिलाफ शेहला रशीद खुलकर एक्टिविज्म करती नजर भी आईं, जिसका नमूना 2016 में अफजल गुरू की बरसी पर लगे देश विरोधी नारों से समझा जा सकता है और अब उन पर लग रहे आरोपों से उनके मकसद को गहराई से पड़ताल होनी जरूरी हो गई है।
श्रीनगर के हब्बा कड़ा की शेहला का पूरा नाम शेहला रशीद शोरा है
श्रीनगर के हब्बा कड़ा में जन्मी शेहला रशीद का पूरा नाम शेहला रशीद शोरा है। उनके पिता अब्दुल रशीद शोरा के मुताबिक उनकी बेटी अब देशविरोधी गतिविधियों में शामिल हो गई है। बीते दिनों तीन पन्नों की लिखी चिट्ठी में पिता अब्दुल रशीद शोरा ने अपी बेटी से खुद की जान का खतरा बताया है और जम्मू-कश्मीर डीजीपी को संबोधित चिट्ठी में आरोप लगाया था कि उनकी बेटी शेहला रशीद देशविरोधी गतिविधियों में पूरी तरह से लिप्त हैं। शेहला के पिता के आरोपों पर जम्मू-कश्मीर बीजेपी नेता रविंदर रैना ने खुलासा करते हुए कहा कि शेहला रशीद को हवाला के जरिए पैसा मिल रहा है।
शेहला के बारे में पिता अब्दुल रशीद शोरा ने काफी गंभीर खुलासा किया है
एक नर्स की बेटी शेहला रशीद के बारे में पिता अब्दुल रशीद शोरा द्वारा किया खुलासा काफी गंभीर है। एक नर्स की बेटी शेहला रशीद के इस खतरनाक इरादों को सुनकर हर कोई हैरान है, क्योंकि एक नर्स सेवाभाव के लिए जानी जाती है, लेकिन शेहला देश और मानवीयता को घाव देने वाले आतंकियों से मिलने और देशविरोधी गतिविधियों में लिप्त होना बताता है कि मां और पिता की परवरिश को शेहला ने केचूल को उतार कर कब का फेंक दिया था। शायद यही वजह रही होगी कि 2016 में हुए जेएनयू प्रकरण से घबराकर शेहला की मां ने उसे नेतागिरी छोड़ने की सलाह दी थी।
2017 में इस्लाम के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी के लिए दर्ज हुआ FIR
कहा जाता है कि जब इंसान गलत रास्तों पर निकल पड़ता है, तो उसके लिए धर्म, ईमान और देश मायने नहीं रख जाता है। कुछ ऐसा ही अक्स शेहला के चरित्र पर भी पड़ता दिखाई पड़ता है, जिसकी तस्दीक करते हैं अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सटी स्टूडेंट यूनियन द्वारा फरवरी 2017 में शेहला रशीद पर इस्लाम के खिलाफ किए गए आपत्तिजनक टिप्पणी के खिलाफ दर्ज कराई गई प्राथमिकी है। शेहला पर आरोप लगा था कि उन्होंने एक फेसबुक पोस्ट में पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ काफी आपत्तिजनक टिप्पणी की थी।
अनुच्छेद 370 हटने के बाद सैन्य कार्रवाई पर गलत सूचना फैलाने का आरोप
5 अगस्त, 2019 में जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने जाने के बाद प्रदेश में सैन्य कार्रवाई पर गलत सूचना फैलाने के आरोप में राजद्रोह का मुकदमा झेल रहीं शेहला रशीद पर दिल्ली पुलिस ने गलत सूचना ट्वीट करने के लिए आईपीसी की धारा 124-A (देशद्रोह), 153-A (दुश्मनी को बढ़ावा देना), 504 (जानबूझकर शांति भंग करने के इरादे से अपमान करना) और 505 (उपद्रव कराने के लिए बयान देने) के तहत केस दर्ज किया था। शेहला रशीद पर दिल्ली पुलिस द्वारा किया गया राजद्रोह का केस फिलहाल दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के पास है, जिसके पास राजद्रोह का मुकदमा झेल रहे कन्हैया कुमार का भी केस हैं।
एक ट्वीट में शेहला ने कहा कि भारतीय सेना कश्मीरियों पर जुल्म ढा रही है
शेहला रशीद ने जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद हटाए जाने के बाद प्रदेश में जारी कर्फ्यु के बीच 18 अगस्त को किए एक ट्वीट में भारतीय सेना पर आरोप लगाया था कि वो कश्मीरियों पर जुल्म ढा रही है। शेहला ने ट्वीट में दावा किया था कि सेना घाटी में जबरन लोगों के घर घुस रही है और घरों के बच्चों को उठा रही है। सेना ने शेहला के ट्वीट में दी गई जानकारी को झूठा बताकर खंडन कर दिया, लेकिन भारतीय सेना के खंडन के बाद भी शेहला रशीद आज तक अपने झूठे आरोपों के लिए माफी नहीं मांगी है। इसी मामले में दिल्ली पुलिस ने शेहला के खिलाफ राजद्रोह का मामला दर्ज किया है।
अक्सर देशविरोधी बयानों को लेकर विवादों में बनी रहती हैं शेहला रशीद
शेहला रशीद अक्सर अपने देशविरोधी बयानों को लेकर विवादों में बनी रहती हैं और उन्हें प्रायः आतंकियों और नक्सलियों को नैतिक समर्थन करते हुए पाया गया है। यही नहीं, शेहला पर देश में घूम-घूमकर दलितों और अल्पसंख्यकों को उकसाने के आरोप भी लगते रहते रहे हैं। शेहला रशीद के पिता द्वारा डीजीपी को लिखी चिट्ठी में कहा गया है कि अमेरिका जाने के बाद शेहला ने एक पार्टी बनाई थी और उस पार्टी का सार फंड एंटी नेशनल फोर्स से आ रहा है। पिता का कहना है कि कोई भी राष्ट्रीय पार्टी शेहला की पार्टी को फंड नहीं देगा, इसलिए शेहला की पार्टी को मिले पैसों के सोर्स का पता लगाया जाए।
राजनीति में आने के लिए शेहला रशीद ने कुछ लोगों से 3 करोड़ लिएः पिता
शेहला के पिता के मुताबिक उनकी बेटी ने जम्मू-कश्मीर की राजनीति में आने के लिए कुछ लोगों से 3 करोड़ रुपए नकद लिए थे। अब्दुल रशीद का यह भी आरोप लगाया कि जब उन्होंने शेहला रशीद के कारनामों का विरोध किया तो उनके खिलाफ मारपीट की गई है। शायद यही कारण है कि उन्होंने पत्र में बेटी शेहला से खुद की जान का खतरा बताया है। इसकी गुंजाइश पिता के खिलाफ शेहला रशीद के दिए गए बयान से स्पष्ट समझा जा सकता है, जिसमें शेहला को जैविक पिता पुकारते हुए पिता को भ्रष्ट और गाली देने वाला इंसान बताने से नहीं चूकीं। शेहला ने आरोपों पर कानूनी कार्रवाई करने की बात कही है।
दो हिस्से में देश बांटने की बात कह चुके शरजील इमाम का समर्थन किया
शेहला के अपने पिता के खिलाफ टिप्पणी दर्शाती है कि वो पारिवारिक मामलों से इतर कितनी कट्टर होती होंगी। देश को दो हिस्से में बांटने की बात कहने वाली शरजील इमाम के समर्थन में खड़ी हो चुकी शेहला रशीद प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ भी सोशल मीडिया पर विवादास्पद टिप्पणी कर चुकी है। प्रधानमंत्री पर यह टिप्पणी शेहला ने तब की थी, जब पुण के एल्गार परिषद मामले में माओवादियों की ओर से पीएम मोदी की हत्या की साजिश रचे जाने की जांच में कुछ गंभीर तथ्यों का खुलासा हुआ था। शेहला ने तब ट्वीटर पर किए एक टिप्पणी में पीएम मोदी को मास मर्डरर बताया था और आरोप लगाया था कि वो इस केस के जरिए विक्टिम कार्ड खेलने की कोशिश कर रहे है।
विवादित धार्मिक टिप्पणियों के लिए भी काफी चर्चित रही हैं शेहला रशीद
शेहला रशीद अपने मतलब के लिए विवादित धार्मिक टिप्पणियों के लिए भी काफी चर्चित रही हैं। 2019 लोकसभा चुनाव में बिहार के बेगूसराय लोकसभा सीट से चुनाव लड़ रहे कन्हैया कुमार के समर्थन में प्रचार करने पहुंची शेहला रशीद ने हिंदू धर्म के बार में एक विवादित टिप्पणी करते हुए कहा कि बड़े शहरों में हिंदू-मुसलमान साथ में दारू पीते हैं और बीफ खाते हैं। यह दावा एक कथित वायरल हुए वीडियो क्लिप में किया गया था, जिसकी पुष्टि वनइंडिया नहीं करता है। इस बयान के बाद बेगूसराय लोकसभा सीट से बीजेपी उम्मीदवार केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह चुनाव आयोग से शिकायत भी की थी।
शेहला रशीद ने संघ और नितिन गडकरी पर लगाया था गंभीर आरोप
शेहला रशीद राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी पर गंभीर आरोप लगाकर भी सुर्खियों में आईं थी। एक ट्वीट में शेहला ने नितिन गडकरी पर पीएम मोदी को डराने के लिए हो रही हत्या की साजिश के मामले को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। नितिन गडकरी ने शेहला के ट्वीट पर कड़ी आपत्ति जताते हुए कानूनी कार्रवाई करने की बात कही थी। दरअसल, भीमा-कोरेगांव में जनवरी में भड़की हिंसा मामले में जांच कर रही पुणे पुलिस ने जानकारी दी थी कि हिंसा मामले में गिरफ्तार पांच आरोपियों के घर से एक पत्र बरामद हुआ था, जिसमें राजीव गांधी की हत्या जैसी वारदात को अंजाम देनी की बात कही गई थी। पुलिस का दावा था कि उनके निशाने पर प्रधानमंत्री मोदी थे।