कौन हैं प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव पद से इस्तीफा देने वाले नृपेन्द्र मिश्रा
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रिंसिपल सेक्रेटरी नृपेंद्र मिश्रा ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। प्रधानमंत्री मोदी ने शुक्रवार को ट्वीट कर बताया कि नृपेंद्र मिश्रा ने अपने दायित्वों से मुक्त होने की इच्छा जताई थी, जिसे स्वीकार कर लिया गया है। वो सितंबर के दूसरे हफ्ते से कार्यमुक्त हो जाएंगे। पीएम मोदी ने चार ट्वीट नृपेंद्र मिश्रा के बारे में किए हैं और उनकी तारीफ की है। मिश्रा 2014 से ही प्रधानमंत्री कार्यालय में पीएम मोदी के साथ रहे हैं।
कौन हैं नृपेंद्र मिश्रा?
नृपेंद्र मिश्रा 1967 बैच के आईएएस अधिकारी रहे हैं। वे उत्तर प्रदेश कैडर से रहे हैं।1945 में जन्मे मिश्रा ने इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से एमए किया है। मिश्रा हार्वर्ड यूनिवर्सिटी से पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन में भी एमए हैं। नृपेंद्र मिश्र प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव रहने से पहले कई मंत्रालयों में अहम पद संभाल चुके हैं। देवरिया से आने वाले मिश्रा यूपी के मुख्य सचिव भी रह चुके हैं।
यूपीए सरकार के दौरान ट्राई के चेयरमैन रहते हुए नृपेंद्र मिश्रा ने स्पेक्ट्रम की नीलामी रुकवा दी थी। 2006 से 2009 के बीच वो ट्राई के अध्यक्ष थे। इसी दौरा ट्राई ने अगस्त 2007 में सिफारिश की थी कि स्पेक्ट्रम की नीलामी नहीं की जानी चाहिए।
मोदी के लिए रहे खास
नृपेंद्र मिश्रा 2014 से ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए खास रहे। वो 2014 से प्रधानमंत्री कार्यालय में पीएम मोदी के साथ रहे हैं। मोदी ने उनके कार्यमुक्त होने पर हुए ट्वीट में भी लिखा, 2014 में जब मैंने प्रधानमंत्री के रूप में दायित्व संभाला, तब मेरे लिए दिल्ली भी नई थी और नृपेंद्र मिश्रा जी भी नए थे लेकिन दिल्ली की शासन-व्यवस्था से वे भली-भांति परिचित थे। उस परिस्थिति में उन्होंने प्रिंसिपल सेक्रेटरी के रूप में अपनी बहुमूल्य सेवाएं दीं।
नृपेंद्र मिश्रा बनाए जा सकते हैं जम्मू-कश्मीर के पहले उप राज्यपाल
जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल हो सकते हैं मिश्रा
नृपेंद्र मिश्रा के प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव के पद को छोड़ने के बाद से उनके अगले कार्यभार को लेकर अटकलें तेज हो गई हैं। बताया जा रहा है कि उनको हाल ही में बने केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर का उप-राज्यपाल बनाया जा सकता है। वहीं नृपेंद्र मिश्रा को दिल्ली का उपराज्यपाल बनाने की भी चर्चा चल रही है।