जानिए कौन हैं नंदन नीलकेणि?
नंदन नीलकेणि का जन्म के 2 जुलाई 1955 को कर्नाटक में हुआ था। उनकी मां का नाम दुर्गा और पिता का नाम मनोहर नीलेकणि था। उनकी शुरुआती पढ़ाई बैंगलोर में ही हुई जबकि आईआईटी की पढ़ाई उन्होंने आईआईटी मुंबई से की। इसी दौरान उनकी मुलाकात रोहिणी नीलकेणि से हुई जिसके बाद उनदोनों ने शादी की। नंदन नीलेकणि के दो बच्चे है। नीलेकणि को अपने पिता से संघर्ष करने की शक्ति मिली है। उनके पिता मैसूर मिरवा मिल्स में जनरल मैनेजर के पद पर काम करते थे। शुरुआत के दिनों में नीलेकणि को काफी संघर्ष करना पड़ा।
Did You Know:आईटी कंपनी इंफोसिस में 94,379 कर्मचारी कार्यरत हैं।
नंदन नीलेकणि के नाम पर सबसे बड़ी कामयाबी यूआईटी कार्ड की है। भारत सरकार के देश के हर नागरिक को एक विशिष्ठ पहचान संख्या या यूनिक आइडेंटीफिकेशन नम्बर प्रदान करने की योजना को सफलतापूर्वक चलाना है। आधार कार्ड योजना का श्रेय नंदन नीलकेणि पर है। उनकी उपलब्धि के लिए भारत सरकार ने उन्हें 2006 में विज्ञान और अभियांत्रिकी के क्षेत्र में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। इसके अलावा उन्हों टोरंटो यूनिवर्सिटी से डॉक्टरेट ऑफ लॉ की उपाधि मिली है। दुनिया की जानीमानी पत्रिका टाइम मैगजीन ने नीलेकणि को दुनिया के 100 ऐसे लोगों में शामिल किया जो सबसे ज्यादा प्रेरणादायक थे। 2006 के वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम में नीलेकणि सबसे युवा उद्यमी थे जो दुनिया 20 टॉप ग्लोबल लीडर्स में शामिल हुए थे।
1982 में इंफोसिस की संस्थापना करने वाले नीलकेणि मार्च 2002 से जून 2007 तक कंपनी के मुख्य कार्यकारी और प्रबंध निदेशक के तौर पर काम करते रहे और फिर उन्हें कंपनी बोर्ड का सह अध्यक्ष नियुक्त किया गया। 2007 में उनकी सैलरी 203.545 अमेरिकी डॉलर थी। उन्हें कई सम्मान से सम्मानित किया गया है।
Did You Know: भारत की सबसे बड़ी आईटी कंपनी में शुमार इंफोसिस की शुरुआत 1981 में हुई। 2007 तक इस कंपनी में 94,379 कर्मचारी काम कर रहे हैं जब कि पूरे देश में इसके 30 केन्द्र हैं।