कौन हैं ममता बनर्जी की 'बहू' रुजिरा बनर्जी, जिनकी नागरिकता से जुड़े विवाद पर CBI भी हुई ऐक्टिव
कोलकाता: बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी की पत्नी रुजिरा बनर्जी एकबार फिर सुर्खियों में हैं। सीबीआई ने मंगलवार को टीएमसी सांसद के घर जाकर उनसे करीब डेढ़ गंटे की पूछताछ की है। इससे पहले वह तब चर्चा में आई थीं, जब 2019 में वह कोलकाता में कस्टम विभाग के अधिकारियों से उलझ गई थीं। इसके बाद गृहमंत्रालय ने उनके दस्तावेजों में गड़बड़ी के लिए उन्हें एक भी नोटिस भेजा था। हाल ही में बंगाल के एक भाजपा सांसद अर्जुन सिंह ने उनके थाईलैंड के नागरिक होने का भी दावा किया है। अर्जुन सिंह कभी टीएमसी में बहुत ताकतवर और फर्स्ट फैमिली के बेहद नजदीकी माने जाते थे। अभिषेक की पत्नी की टेंशन इसलिए बढ़ गई है कि अब कोयला तस्करी केस की जांच कर रही सीबीआई ने भी गृहमंत्रालय से उनकी नागरिकता का ब्योरा मांग लिया है।
रुजिरा की नागरिकता से जुड़े विवाद पर सीबीआई भी हुई ऐक्टिव
ओवरसीज सिटीजन ऑफ इंडिया (ओसीआई) कार्डधारी रुजिरा पहली बार तब खबरों में आई थीं, जब मार्च 2019 में उनपर कोलकाता के नेताजी सुभाष चंद्र बोस इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर कस्टम अधिकारियों के काम में बाधा डालने का आरोप लगा था। उन्हें कस्टम ने कथित तौर पर चेक-इन बैगेज में सोना रखने के आरोप में रोक लिया था। हालांकि, तब भी मुख्यमंत्री के भतीजे ने आरोपों को 'निराधार' बताया था। यह मामला अभी अदालत में विचाराधीन है। बाद में रुजिरा बनर्जी उर्फ रुजिरा नरुला को गृहमंत्रालय ने उनके पीआईओ (पर्सन ऑफ इंडियन ऑरिजिन) कार्ड और दूसरे दस्तावेजों में 'विसंगतियों' के लिए नोटिस थमा दिया था और 15 दिनों में जवाब नहीं मिलने पर उचित कार्रवाई की चेतावनी दी थी। दरअसल, उन्हें पीआईओ कार्ड 2010 में थाईलैंड स्थित भारतीय दूतावास ने जारी किया था। लेकिन, बाद में उन्होंने इसे ओवरसीज सिटीजन ऑफ इंडिया (ओसीआई) कार्ड में तब्दील करने का आवेदन डाला था,जो जारी कर दिया गया था।
नागरिकता से संबंधित दो आवेदनों में पिता के नाम में 'झोल'?
वैसे कुछ रिपोर्ट के मुताबिक ममता की बहू रुजिरा के पिता दिल्ली के राजौरी गार्ड के रहने वाले हैं और उनकी राजधानी के करोल बाग में एक मोबाइल गजेट की दुकान है। कहते हैं कि उनका थाईलैंड में भी कारोबार था और वहीं पर रुजिरा का जन्म हुआ था। लेकिन, जब कोलकाता में कस्टम अधिकारियों से उनकी भिड़ंत हुई तो वह गृहमंत्रालय के निगरानी के दायरें में आ गईं, जिसने 29 मार्च, 2019 को उनके पीआईओ (पर्सन ऑफ इंडियन ऑरिजिन) कार्ड और मैरिज सर्टिफिकेट में 'विसंगतियां' पाई थी। सूत्रों के मुताबिक रुजिरा ने नागरिकता से संबंधित दो आवेदन दिए थे। जानकारी के मुताबिक उन दोनों में पिता के नाम की जगह दो अलग-अलग नाम लिखे गए थे- निफॉन नरुला और गुरशरण सिंह अहुजा। तब जाकर एजेंसी ने नागरिकता की कार्रवाई आगे बढ़ाने के लिए उनसे और विस्तृत ब्योरा मांग लिया था। इस नोटिस के मुताबिक, 'रुजिरा, जो थाईलैंड की नागरिक हैं उन्हें 8 जनवरी, 2010 को बैंकॉक में भारतीय दूतावास से पीआईओ कार्ड जारी हुआ था, जिसमें उनके पिता का नाम निफॉन नरुला लिखा था। जबकि पीआईओ कार्ड को ओसीआई कार्ड में बदलने के लिए उन्होंने अभिषेक बनर्जी से विवाह का जो सर्टिफिकेट लगाया उसमें पिता का नाम गुरशरण सिंह अहुजा लिखा था।'
ओसीआई कार्डधारी को नागरिकों के अधिकार नहीं मिलते
उन्होंने पीआईओ कार्ड को ओसीआई कार्ड में बदलने का आवेदन कोलकाता स्थित फॉर्नर्स रीजनल रजिस्ट्रेशन ऑफिसर (एफआरआरओ) के दफ्तर में दिया था और उन्हें यह कार्ड 8 नवंबर, 2017 को जारी भी कर दिया गया था। दरअसल, उनकी नागरिकता को लेकर विवाद इसलिए हो रहा है, क्योंकि ओवरसीज सिटीजन ऑफ इंडिया (ओसीआई) कार्डधारी भारत के नागरिक नहीं होते और भारत में आवास के दौरान भी उनके अधिकार सीमित रहते हैं। उन्हें वोट देने का अधिकार भी नहीं मिलता। वह ना तो संवैधानिक पद पर बैठ सकते हैं और ना ही सरकारी नौकरियां कर सकते हैं। उन्हें खेती वाली जमीन या कृषि संपत्ति खरीदने का भी अधिकार नहीं होता।
गलत तरीके से पैन कार्ड लेने के भी आरोप
रुजिरा पर ओसीआई कार्डधारी थाईलैंड की नागरिक होने की बात छिपाते हुए भारतीय नागरिक के तौर पर पैन कार्ड बनवाने के भी आरोप हैं। इस आवेदन में भी उन्होंने अपने पिता का नाम गुरशरण सिंह अहुजा बताया था। अब ईसीएल कोयला तस्करी की जांच कर रही सीबीआई जिस तरह से उनकी नागरिकता से संबंधित कागजातों की जानकारी गृहमंत्रालय से मांगी है, उससे ममता बनर्जी की बहू और भतीजे की मुश्किलें और बढ़ सकती हैं।
चुनावी हलफामे में अभिषेक ने 35.55 लाख बताई थी पत्नी की संपत्ति
कोलकाता के डायमंड हार्बर से सांसद अभिषेक बनर्जी ने 2019 के लोकसभा चुनाव के लिए नामंकन दाखिल करते वक्त हलफनामे में बताया था कि रुजिरा के बैंक खाते में 5,01,644.48 रुपये जमा हैं। इसके अलावा उस समय उनके हाथ में 87,300 रुपये कैश के रूप में था। उन्होंने 22 लाख रुपये की ज्वेलरी और 3 लाख रुपये की पेंटिंग भी पत्नी के पास होने की घोषणा की थी। उनकी पत्नी की कुल संपत्ति 35.55 लाख बताई गई थी। मंगलवार को सीबीआई ने उनसे ईसीएल कोयला तस्करी के मामले में पूछताछ की है।