कौन हैं लिपि सिंह, कभी बाहुबली अनंत सिंह से भिड़कर बनीं 'लेडी सिंघम', अब कहलाईं 'जनरल डायर'
कौन हैं आईपीएस अफसर लिपि सिंह, जिन्हें अब कहा जा रहा है जनरल डायर...
नई दिल्ली। बिहार विधानसभा चुनाव के बीच मुंगेर में भड़की हिंसा को लेकर चुनाव आयोग ने गुरुवार को सख्त कदम उठाते हुए जिले की एसपी लिपि सिंह को हटा दिया। मुंगेर में तीन दिन पहले दुर्गा पूजा के दौरान भड़की हिंसा के बाद लिपि सिंह ने बयान जारी करते हुए कहा था कि हालात अब नियंत्रण में हैं, लेकिन गुरुवार को एक बार फिर जिले में हालात बेकाबू हो गए और कई जगहों से आगजनी की खबरें आईं। इसके बाद लिपि सिंह ट्विटर पर ट्रेंड करने लगीं और लोगों ने उनकी तुलना जलियांवाला बाग में गोली चलाने का आदेश देने वाले अंग्रेज अफसर जनरल डायर से कर दी। आइए जानते हैं कि कौन हैं आईपीएस अफसर लिपि सिंह?
बाहुबली अनंत सिंह के भिड़कर सुर्खियों में आईं लिपि सिंह
लिपि सिंह जेडीयू के कद्दावर नेता और राज्यसभा सांसद आरसीपी सिंह की बेटी हैं, जो सीएम नीतीश कुमार के बेहद करीबी हैं। बताया जाता है कि लिपि सिंह बिहार के बरह जिले से पहली महिला आईपीएस अधिकारी हैं। लिपि सिंह सबसे पहले उस वक्त सुर्खियों में आईं, जब उन्होंने 2019 में बिहार के मोकामा से बाहुबली विधायक और दबंग नेता अनंत सिंह उर्फ छोटे सरकार सिंह के घर पर छापेमारी की। छापेमारी के दौरान पुलिस ने अनंत सिंह के घर से ऑटोमैटिक राइफल और ग्रेनेड सहित कई तरह के हथियार बरामद होने का भी दावा किया। अनंत सिंह के घर छापेमारी को अंजाम देने के बाद लिपि सिंह को बिहार की 'लेडी सिंघम' कहा जाने लगा।
IAS सुहर्ष भगत से हुई है शादी
लिपि सिंह के पति सुहर्ष भगत भी प्रशासनिक सेवा में हैं और इस समय बिहार के बांका जिले में डीएम के पद पर तैनात हैं। लिपि सिंह और सुहर्ष भगत की मुलाकात अपनी ट्रेनिंग के दौरान हुई थी और इसके बाद उन्होंने शादी करने का फैसला लिया। दोनों एक साथ बिहार के पटना जिले में भी काम कर चुके हैं। 2015 के बैच के आईएएस अधिकारी सुहर्ष भगत की गिनती बिहार तेज-तर्रार अफसरों में होती है।
2019 में भी चुनाव आयोग ने पद से हटाया
2016 बैच की आईपीएस अधिकारी लिपि सिंह को 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान बरह जिले में एसडीपीओ के पद पर तैनाती मिली, जिसे लेकर काफी विवाद भी हुआ। कांग्रेस के टिकट पर लोकसभा चुनाव लड़ रहीं अनंत सिंह की पत्नी नीलम देवी ने चुनाव आयोग में लिपि सिंह की शिकायत की और इसके बाद चुनाव आयोग ने उन्हें इस पद से हटाते हुए पुलिस हेडक्वार्टर में आतंकवाद विरोधी दस्ते की एएसपी के तौर पर तैनात कर दिया। हालांकि लोकसभा चुनाव के बाद लिपि सिंह की नियुक्ति फिर से बरह जिले के एसडीपीओ के रूप में कर दी गई और अपने दूसरे कार्यकाल के दौरान लिपि सिंह ने अनंत सिंह और उनके सहयोगियों पर कानूनी शिकंजा कसा।
मुंगेर में आखिर क्या हुआ था?
बीते सोमवार को मुगेर जिले के कोतवाली थाना क्षेत्र में दीन दयाल उपाध्याय चौक पर उस वक्त हिंसा भड़क उठी, जब कुछ लोग दुर्गा मूर्ति विसर्जन के लिए जा रहे थे। हिंसा में 20 साल के एक शख्स की मौत हो गई और पुलिस पर फायरिंग करने का आरोप लगा। हालांकि पुलिस ने इस आरोप को नकारते हुए कहा कि शख्स को गोली भीड़ में ही मौजूद किसी अराजक तत्व ने मारी है। इस मामले को लेकर आरजेडी नेता तेजस्वी यादव, कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला और लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष चिराग पासवान ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमला बोला।
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