जानें कौन हैं इंदु मल्होत्रा, जिन्होंने सुप्रीम कोर्ट की जज बन रचा इतिहास
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नई दिल्ली। वरिष्ठ महिला वकील इंदु मल्होत्रा सोमवार को सुप्रीम कोर्ट की जज के रूप में शपथ ली, ये अवसर ऐतिहासिक है, क्योंकि आज देश में पहली बार किसी महिला वकील को सीधे सुप्रीम कोर्ट की जज के रूप में नियुक्त किया गया है।आपको बता दें कि सुप्रीम कोर्ट के पांच वरिष्ठतम जजों के कोलेजियम ने 22 जनवरी को जस्टिस केएम जोसेफ और मल्होत्रा की नियुक्ति की सिफारिश की थी।
सीधे सुप्रीम कोर्ट की जज बनेंगी इंदु मल्होत्रा
इंदु मल्होत्रा पहली महिला वकील हैं जिन्हें सीधे सुप्रीम कोर्ट की जज बनाया गया है। वैसे इससे पहले सुप्रीम कोर्ट की पहली महिला जज बनने का रिकॉर्ड एम फातिमा बीवी के नाम था, जो कि साल 1898 में देश की सर्वोच्च अदालत की न्यायाधीश बनी थीं।
कौन हैं इंदु मल्होत्रा?
इंदु मल्होत्रा का जन्म 1956 में बेंगलुरु में हुआ था, इनके पिता का नाम ओम प्रकाश मल्होत्रा है और वो भी सुप्रीम कोर्ट में वकील थे। इंदु के बड़े भाई और बड़ी बहन भी वकील हैं। इंदु की शुरुआती पढ़ाई कॉर्मल कॉन्वेंट स्कूल से की है, इसके बाद उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी के लेडी श्रीराम कॉलेज से पॉलिटिकल साइंस में ग्रैजुएशन और फिर मास्टर डिग्री हासिल की है। साल 1983 से ये प्रैक्टिस में हैं।
सुप्रीम कोर्ट में वकालत
लॉ करने से पहले इंदु ने कुछ दिनों तक मिरांडा हाउस और विवेकानंद कॉलेज में अध्यापन का भी काम किया है। पांच साल के अंदर ही इंदु ने सुप्रीम कोर्ट में वकालत करने के लिए होने वाली परीक्षा में पहला स्थान हासिल किया था।
मुकेश गोस्वामी मेमोरियल अवॉर्ड दिया गया
1988 में 26 नवंबर को इंदु को मुकेश गोस्वामी मेमोरियल अवॉर्ड से नवाजा भी जा चुका है।
सुप्रीम कोर्ट की सातवीं महिला जज बन सकती हैं
2007 में सीनियर एडवोकेट का दर्जा पाने वाली इंदु मल्होत्रा सुप्रीम कोर्ट की सातवीं महिला जज बनी हैं । सुप्रीम कोर्ट में इस समय 25 में से सिर्फ एक महिला जज थीं, इंदु दूसरी जज हैं।
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