लाल किला हिंसा: गैंगस्टर से ऐक्टिविस्ट बना है आरोपी लक्खा सिधाना, पहले भी जा चुका है जेल, 25 केज है दर्ज
लाल किला हिंसा: गैंगस्टर से ऐक्टिविस्ट बना है आरोपी लक्खा सिधाना, पहले भी जा चुका है जेल, 25 केज है दर्ज
Delhi Red Fort Violence: Know Who is Lakha Sidhana: दिल्ली में लाल किला सहित कई इलाकों में 26 जनवरी यानी गणतंत्र दिवस के दिन हुई हिंसा का लेकर दिल्ली पुलिस ने कई लोगों पर एफआईआर (FIR) दर्ज की है। किसान ट्रैक्टर रैली हुई हिंसा के बाद पंजाबी एक्टर दीप सिद्धू और गैंगस्टर से सामाजिक कार्यकर्ता बने लक्खा सिधाना पर प्राथमिकी दर्ज की हैं। दीप सिद्धू एक पंजाबी एक्टर है। लक्खा सिधाना सामाजिक कार्यकर्ता (ऐक्टिविस्ट) बनने से पहले एक गैंगस्टर था। जिसका पूरा नाम लखबीर सिंह सिधाना (Lakhbir Singh Sidhana) है। लक्खा सिधाना पर आरोप है कि उसने प्रदर्शनकारी किसानों को ट्रैक्टर रैली से पहले और परेड वाले दिन भड़काया, जिसका अंजाम इतना हिसंक हुआ। ऐसा पहली बार नहीं है जब लक्खा सिधाना पर कोई केस दर्ज हुआ हो या फिर वो किसी केस को लेकर चर्चा में आया हो। लक्खा सिधाना पहले भी जेल जा चुका है। लक्खा सिधाना पर पहले से 25 से ज्यादा केस दर्ज हैं।
जानिए कौन है लक्खा सिधाना (Who is Lakha Sidhana)
-लखबीर सिंह सिधाना उर्फ लक्खा सिधाना पंजाब के बठिंडा के सिधाना गांव के मूल निवासी है। लक्खा सिधाना अपने ऊपर किसानों के आंदोलन के खिलाफ साजिश रचने का आरोप पर कहा है कि उन्होंने शांति का आह्वान किया था। 40 वर्षीय लक्खा सिधाना ने कहा, ''मैं मंगलवार को हुई घटनाओं से आहत हूं, लेकिन मैं इनमें शामिल नहीं हूं। कोई वीडियो, फोटो या अन्य सबूत नहीं है जो दर्शाता है कि मैंने लोगों को उकसाया है। हमने शांतिपूर्ण तरीके से अपने किसान नेताओं का अनुसरण करते हुए आउटर रिंग रोड की ओर मार्च किया था। लाल किले की ओर जाने का हमारा कोई एजेंडा कभी नहीं था।''
-इंडियन एक्सप्रेस में छपी रिपोर्ट के मुताबिक लक्खा सिधाना पर पंजाब में अलग-अलग धाराओं में कुल 25 आपराधिक केस दर्ज हैं। इनमें हत्या, हत्या की कोशिश, अपहरण, और आर्म्स एक्ट के तहत केस शामिल हैं।
-लक्खा सिधाना ने पटियाला स्थित पंजाब यूनिवर्सिटी से ह्यूमैनिटीज में ग्रैजुएट किया है। लक्खा सिधाना ने दावा किया है कि समाजिक कार्यों के लिए उन्होंने अपराध की दुनिया को छोड़ा है।
- लक्खा सिधाना फिलहाल गांवों में सामाजिक कल्याण का काम करने वाले मालवा यूथ फेडरेशन का प्रमुख है। लक्खा ने साल 2011 में पीपुल्स पार्टी ऑफ पंजाब भी जॉइन की थी। हालांकि 2013 में उसने पार्टी छोड़ दी थी। इसके बाद से वो मालवा क्षेत्र में आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग की लड़कियों की शादी कराने में परिवार की आर्थिक मदद करता है।
-लक्खा सिधाना को कभी अकाली नेता सिकंदर सिंह मलूका का करीबी माना जाता था।
-सिधाना साल 2017 में उस वक्त चर्चा में था, जब साइनबोर्ड से अंग्रेजी को हटाने और उन्हें पंजाबी में लिखने की मांग की थी। जिसके बाद गिरफ्तार कर उसे फरीदकोट की जेल में भेज दिया गया था, जहां से उसने फेसबुक लाइव के जरिए किसानों से पराली न जलाने की अपील की थी।
- जेल में सिधान के बैरक से एक मोबाइल फोन भी बरामद हुआ था। जिसके बाद उसपर धोखाधड़ी का केस दर्ज हुआ था।
- जेल से बाहर आने के बाद, पंजाब के जेल मंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा से मिलने के लिए बाद लक्खा सिधाना फिर से खबरों में छाया था।
- लक्खा सिधाना मई 2019 में अन्य 60 अन्य लोगों को बादल गांव में प्रदर्शन के दौरान हत्या की कोशिश के आरोप में जेल भेजा गया था।