जानिए कौन हैं एक्टिविस्ट दिशा रवि जिन्हें ग्रेटा थनबर्ग टूलकिट मामले में दिल्ली पुलिस ने किया है गिरफ्तार
नई दिल्ली। ग्रेटा थनबर्ग टूलकिट मामले में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने बेंगलुरु से 21 साल की क्लाइमेट एक्टिविस्ट दिशा रवि को शनिवार को गिरफ्तार किया है। दिशा फ्राइडे फॉर फ्यूचर कैम्पेन की संस्थापकों में से एक हैं। अदालत ने दिशा रवि को पांच दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया है। पुलिस ने बताया कि दिशा पर क्लाइमेट एक्टिविस्ट ग्रेटा थनबर्ग की तरफ से शेयर की गई टूलकिट को एडिट करने और उसे फॉरवर्ड करने का आरोप है। दिल्ली पुलिस का आरोप है कि दिशा रवि ने 3 फरवरी को टूलकिट एडिट किया था। मोबाइल बरामद कर लिया है लेकिन डेटा डिलीट कर दिया गया है।
आईए विस्तार से बताते हैं कि आखिर कौन हैं दिशा रवि
बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में ग्रेजुएट हैं दिशा रवि
बेंगलुरू के माउंट कार्मल कॉलेज से बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में ग्रेजुएट की डिग्री हासिल की है दिशा रवि ने। दिशा फ्राइडे फॉर फ्यूचर की को-फाउंडर भी है। आपको बता दें कि फ्राइडे फॉर फ्यूचर एक अंर्तराष्ट्रीय मूवमेंट है जिसमें स्कूली छात्र शुक्रवार को क्लास मिस कर क्लाइमेट चेंज को लेकर प्रदर्शन में शामिल होते हैं। इस प्रदर्शन का मुख्य मकसद राजनेताओं से पर्यावरण में हो रहे बदलाव को लेकर कदम उठाने की मांग की जाती है। साल 2018 में युवा क्लाइमेट एक्टिविस्ट ग्रेटा थनबर्ग के स्वीडन के पार्लियामेंट के बाहर प्रदर्शन के बाद इसे काफी लोकप्रियता मिली।
कलीनरी एक्सपीरियंस मैनजर की नौकरी करती हैं दिशा
एक अंग्रेजी वेबसाइट के मुताबिक दिशा के पिता एथलेटिक्स की ट्रेनिंग देते हैं। वो मैसूरू में रहते हैं। दिशा की मां हाउस वाइफ हैं। दिशा खुद बेंगलुरू की कंपनी गुड मिल्क में कलीनरी एक्सपीरियंस मैनजर के रूप में काम करती हैं। जिस वक्त दिल्ली पुलिस की स्पेशल टीम ने दिशा को गिरफ्तार किया उस वक्त वो अपने घर पर थीं।
दिशा का नहीं है कोई पुराना रिकॉर्ड
बंगलुरू के डिप्टी कमिश्नर ऑफ पुलिस (नॉर्थ डिविजन) धर्मेंद्र कुमार मीना ने कहा कि हमें पहले किसी भी तरह के विरोध प्रदर्शन में दिशा के खुद शामिल होने को लेकर कोई रिकॉर्ड नहीं मिले हैं। इस गिरफ्तारी से पहले वह पुलिस के राडार पर भी नहीं थीं। डीसीपी ने कहा कि औपचारिकता के रूप में दिल्ली पुलिस की कार्रवाई में सहयोग कर रहे थे।