दिल्ली में बार-बार क्यों भड़क रहे हैं दंगे?
नई दिल्ली (विवेक शुक्ला)। राजधानी में त्रिलोकपुरी से साम्प्रदायिक दंगों की आग जो भड़की थी, वह उत्तरी दिल्ली के बवाना होते हुए पूर्वी दिल्ली के बाबरपुर में पहुंच गई है। दिवाली के बाद त्रिलोकपुरी में जमकर दंगा भड़का था दो समुदायों के बीच। उसके बाद बवाना इलाके में मुहर्रम से पहले तनाव रहा। वहां पर भड़काऊ पोस्टर लगाए गए हैं और भड़काऊ भाषण दिए गए। इसके पीछे एक महापंचायत को माना जा रहा है।
तब हुआ ताजिया का विरोध
महापंचायत में लोगों से अपील की गई कि वो मुहर्रम के दिन निकलने वाले ताजिया का विरोध करें।
महापंचायत का राजनीतिक कनेक्शन जुड़ गया है। बीजेपी के विधायक गुगन सिंह रंगा और कांग्रेस पार्षद देवेंद्र कुमार भी महापंचायत में शामिल हुए थे। बवाना में ईद के वक्त से ही माहौल गर्म बताया जा रहा है। बबाना में जिस जगह माहौल गर्म है वहां एक नाले के एक तरफ हिंदू रहते हैं और दूसरी मुस्लिम। जिस ताजिया जुलूस के विरोध की बात कही जा रही थी वो दस साल से निकल रहा था। उसका रुट हिंदू बस्ती से होकर ही गुजरता है।
अब बवाना में भी तनाव है।वहीं आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने बीजेपी पर दंगा फैलाने का आरोप लगा है। केजरीवाल ने ट्वीट किया है- भाजपा दिल्ली में तनाव-दंगे फैलाने की कोशिश कर रही है। त्रिलोकपुरी,नंदनगरी,बवाना, अब मुंडका। जनता, मीडिया, पुलिस मिलकर ही दिल्ली को बचा सकते हैं।
बहरहाल, जगह-जगह भड़कने वाले साम्प्रदायिकता के जहर के कारण दिल्ली के बहुत से इलाकों में तनाव है। सामाजिक कार्यकर्ता पवन धीर मानते हैं कि किसी बड़ी साजिश के तहत दिल्ली में माहौल को खराब किया जा रहा है।