कौन-कौन से राज्य चाहते हैं 14 अप्रैल के बाद भी आगे बढ़े LOCKDOWN?
नई दिल्ली- कई राज्य सरकारों और विशेषज्ञों की गुजारिश के बाद केंद्र सरकार संजीदा तौर पर 14 अप्रैल के बाद भी लॉकडाउन जारी रखने को लेकर विचार कर रही है। केंद्र सरकार के सूत्रों के मुताबिक, 'कई राज्य सरकारों और विशेषज्ञों ने केंद्र सरकार से लॉकडाउन बढ़ाने का अनुरोध किया है। केंद्र सरकार इस दिशा में सोच रही है।' बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना वायरस के प्रकोप को रोकने के लिए पिछले 24 मार्च को 21 दिनों के लिए लॉकडाउन की घोषणा की थी, जिसके मुताबिक यह 14 अप्रैल को खत्म हो रहा है। लेकिन, इस दौरान खासकर तबलीगी जमात के लोगों की वजह से कई राज्यों में कोरोना संक्रमित लोगों की संख्या में भारी उछाल आया है, जिसके मद्देनजर कई राज्यों से 14 अप्रैल के बाद भी लॉकडाउन जारी रखने की मांग हो रही है। आइए जानते हैं कि लॉकडाउन बढ़ाने की मांग करने वाले राज्यों में कौन-कौन शामिल हैं ?
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जान बचाना ज्यादा जरूरी-मध्य प्रदेश सीएम
मध्य प्रदेश में पिछले दिनों कोरोना वायरस संक्रमण के कई सारे मामले आए हैं। इसको देखते हुए भोपाल में दवा और दूध की दुकानों के अलावा सारी चीजें बंद कर दी गई हैं। मंगलवार को राज्य के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि संकट की इस घड़ी में लोगों का जान बचाना ज्यादा जरूरी है, अर्थव्यवस्था को दोबारा खड़ा किया जा सकता है। उन्होंने साफ किया है कि अगर जरूरत हुई तो लॉकडाउन को 14 अप्रैल से आगे भी बढ़ाया जाएगा। वो 14 अप्रैल तक हालात को देखकर इसपर कोई फैसला लेंगे। हाल में प्रदेश के कई जिलों में संक्रमण फैला है और अकेले इंदौर में डेढ़ सौ से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं और भोपाल में भी खतरा बढ़ा हुआ है।
दो हफ्ते बढ़ाना चाहिए- तेलंगाना सीएम
इससे पहले सोमवार को तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव इस बात की वकालत कर चुके हैं कि लॉकडाउन को 14 अप्रैल के बाद भी दो हफ्ते तक जारी रखना चाहिए। उन्होंने बीसीजी रिपोर्ट का हवाला देकर केंद्र सरकार को ये सलाह दी है। केसीआर के मुताबिक लोगों को बचाने के लिए लॉकडाउन के अलावा कोई विकल्प नहीं है, इसलिए इसे आगे बढ़ाने का फैसला लिया जाना चाहिए। बता दें कि लॉकडाउन का कड़ाई से पालन करवाने को लेकर इनका रवैया पहले से ही बहुत सख्त रहा है और वो शुरू में ही कह चुके हैं कि अगर लोगों ने इसका ज्यादा उल्लंघन किया तो वो शूट एट साइट का ऑर्डर देने को मजबूर होंगे।
राज्यों को मिले लॉकडाउन बढ़ाने का अधिकार- राजस्थान सीएम
राजस्थान सरकार भी 14 तारीख के बाद लॉकडाउन हटाने के पक्ष में नहीं है। राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत खुद कह चुके हैं कि मौजूदा हालातों में वो इसे हटाने के पक्ष में नहीं हैं। बल्कि, इसे क्रमबद्ध तरीके से हटाना चाहिए। यही नहीं उन्होंने तो केंद्र सरकार से राज्यों को लॉकडाउन बढ़ाने का अधिकार दिए जाने की वकालत भी की है।
महाराष्ट्र सरकार भी दे चुकी है संकेत
इससे पहले महाराष्ट्र सरकार की ओर से भी संकेत मिल चुके हैं कि वह 14 अप्रैल के बाद से अचानक पूरे राज्य में लॉकडाउन हटाने के पक्ष में नहीं है। महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे कह चुके हैं कि इस बात पर चर्चा की जा रही है कि लॉकडाउन को क्या चरणबद्ध तरीके से हटाया जा सकता है। इससे पहले वो यह भी कह चुके हैं कि अगर लोगों ने लॉकडाउन में अनुशासन का कड़ाई से पालन नहीं किया तो राज्य सरकार 15 अप्रैल से लॉकडाउन नहीं हटाएगी। बता दें कि महाराष्ट्र में कोरोना के सबसे ज्यादा मामले हैं और मुंबई तो उसका हॉट स्पॉट बना हुआ है। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री ने साफ किया है कि 10 से 14 अप्रैल के बीच संक्रमण की संख्या और बाकी हालातों को देखने के बाद ही कोई आखिरी फैसला लिया जाएगा।
केरल से भी उठी लॉकडाउन बढ़ाने की मांग
जिन राज्यों से 14 अप्रैल के आगे भी लॉकडाउन जारी रखने की मांग उठ रही है उनमें अब केरल भी शामिल हो चुका है। केरल के इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की यूनिट ने बाकायदा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इसके लिए खत लिखकर गुजारिश की है। आईएमए ने कहा है कि मौजूदा हालातों को देखते हुए इसे और 21 दिनों के लिए बढ़ाया जाना चाहिए। इसने आशंका जताई है कि अगर 15 तारीख से लॉकडाउन हटता है तो सार्वजनिक स्थलों पर अचानक भीड़ उमड़ सकती है, जिसकी वजह से कोरोना संक्रमण की स्थिति विस्फोटक हो सकती है। चर्चा ये भी है कि वहां के 8 जिलों में लॉकडाउन को निश्चित तौर पर आगे बढ़ाया जा सकता है।
उत्तराखंड की भी बढ़ी चिंता
तबलीगी जमात की वजह से उत्तराखंड में कोरोना संक्रमितों की संख्या में अचानक इजाफे की वजह से प्रदेश सरकार भी चिंतित है। जानकारी के मुताबिक अगर संक्रमण के केस इसी तरह से आगे बढ़े तो वहां भी लॉकडाउन को बढ़ाने पर विचार किया जा सकता है। क्योंकि, शुरू में तो यहां सबकुछ ठीक था, लेकिन अप्रैल के दूसरे हफ्ते में अचानक मामले बढ़ गए, जिनमें से ज्यादातर तबलीगी जमात से जुड़े मामले हैं। इससे पहले यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी 15 तारीख के बाद चरणों में लॉकडाउन समाप्त किए जाने की बात कह चुके हैं।