केजरीवाल,प्रियंका गांधी और माकन के 'लाल' ने जहां पहली बार दिया वोट, उधर कौन जीता?
नई दिल्ली- पिछले कुछ चुनावों से फर्स्ट टाइम वोटर हर बार बहुत महत्वपूर्ण रोल निभा रहे हैं। दिल्ली विधानसभा में भी इस बार पहली बार वोट डालने वाले युवा वोटरों पर सबकी निगाहें टिकी थीं। क्योंकि, माना जाता है कि ये वोटर भविष्य का भारत चुनने में दिलचस्पी रखते हैं। इस बार भी सियासी दलों को ऐसे वोटरों को लेकर काफी उम्मीदें थीं। खास बात ये है कि इस बार तीन बड़े सियासी परिवार के दिग्गजों के बेटों ने पहली बार के मतदाता के तौर पर अपना वोट डाला है। ये बच्चे प्रियंका गांधी, अजय माकन और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के बेटे हैं और इन सबने पिछले 8 फरवरी को फर्स्ट टाइम वोटर के रूप में अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। इसलिए, ये जानना दिलचस्प हो जाता है कि उस सीट पर परिणाम क्या रहा और जिन राजनीतिक परिवारों के वे वारिस हैं, उन दलों ने उस विधानसभा क्षेत्र में कैसा प्रदर्शन किया?
तीन सियासी परिवारों के 3 'लालों' ने पहली बार डाला वोट
दिल्ली विधानसभा चुनाव में इस बार तीन सियासी परिवारों के बेटों ने पहली बार मताधिकार का प्रयोग किया। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के बेटे रेहान वाड्रा, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के बेटे पुलकित केजरीवाल और पूर्व केंद्रीय मंत्री और दिल्ली के दिग्गज कांग्रेस नेता अजय माकन के बेटे ओजस्वी माकन को पहली बार वोटिंग का मौका मिला। संयोग से इन तीनों ही फर्स्ट टाइम वोटरों ने अलग-अलग विधानसभा सीटों पर अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। इन सबके साथ सामान्य बात ये हुई कि सबने अपने परिवार वालों के साथ ही जाकर अपन-अपने मताधिकारों का इस्तेमाल किया। फर्स्ट टाइम वोटर होने के नाते इन तीनों युवा वोटरों पर भविष्य के भारत का सपना बुनने की भी चुनौती थी, क्योंकि अगर राजनीतिक बैकग्राउंड से ऊपर उठकर सोचें तो इन सबके मन में फर्स्ट टाइम वोटर होने के नाते जो देश को आगे ले जाने की सोच है, उसका कुछ न कुछ प्रतिनिधित्व करने की इनसे भी उम्मीद जरूर है।
लोधी एस्टेट स्थित मतदान केंद्र पर रेहान वाड्रा ने डाला वोट
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के बेटे रेहान वाड्रा ने अपनी मां और पिता रॉबर्ट वाड्रा के साथ लोधी एस्टेट स्थित मतदान केंद्र के बूथ नंबर 114-116 पर अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। लोधी एस्टेट मतदान केंद्र नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र में आता है, जहां से आम आदमी पार्टी के मुखिया और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने लगातार तीसरी बार जीत दर्ज की है। इस सीट पर केजरीवाल को 46,526 वोट मिले जो कि कुल डाले गए वोट का 61.1 फीसदी है। जबकि, इस सीट पर रेहान वाड्रा की मम्मी की पार्टी कांग्रेस के उम्मीदवार रमेश सभरवाल को महज 3,206 वोट ही मिल पाए, जो कि कुल डाले के मतों का सिर्फ 4.21 फीसदी है। मतलब कि नई दिल्ली सीट भी दिल्ली की उन 67 सीटों में शामिल है, जहां कांग्रेस अपनी जमानत भी नहीं बचा पाई है। इस सीट पर दूसरे स्थान पर बीजेपी के उम्मीदवार सुनील कुमार यादव रहे, जिन्हें 24,876 वोट मिले, जो कि कुल पड़े वोट का 32.75 फीसदी है।
पुलकित केजरीवाल ने सिविल लाइंस इलाके में डाला वोट
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के बेटे पुलकित केजरीवाल ने सिविल लाइंस इलाके के राजपुर ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी स्थित मतदान केंद्र पर पहली बार अपने मताधिकार का प्रयोग किया। सिविल लाइंस इलाका दिल्ली के चांदनी चौक विधानसभा क्षेत्र में आता है, जिस सीट पर आम आदमी पार्टी का प्रत्याशी बहुत भारी मतों से जीता है। इस सीट पर आप के उम्मीदवार प्रह्लाद सिंह साहनी को 50,845 वोट मिले जो कि कुल डाले गए वोट का 65.92 फीसदी है और उनके निकटतम प्रतिद्वंद्वी भाजपा के सुमन कुमार गुप्ता को महज 21,260 वोट ही मिल पाए। 2015 में इस सीट से आम आदमी पार्टी के टिकट पर अलका लांबा जीती थीं, जो इस बार कांग्रेस की उम्मीदवार के तौर पर मैदान में थीं और 3,876 वोट ही जुटा सकीं। यानि जिस सीट पर केजरीवाल के परिवार ने वोट डाला वहां आम आदमी पार्टी को बंपर वोट मिले और लांबा का जमानत भी डूब गया।
अजय माकन के बेटे ने डाला राजौरी गार्डन में वोट
पूर्व केंद्रीय मंत्री और दिल्ली के दिग्गज कांग्रेसी नेता अजय माकन ने अपने बेटे ओजस्वी माकन के साथ राजौरी गार्डन विधानसभा में वोट डाला। माकन ने एक दिन पहले ही ट्विटर पर बताया था कि उनका बेटा 18 साल का हुआ है और फर्स्ट टाइम वोटर के रूप में अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेगा। जिस सीट पर ओजस्वी माकन ने वोट डाला है वहां भी आम आदमी की उम्मीदवार बड़े अंतर से जीती हैं। यहां आम आदमी पार्टी की उम्मीदवार ए धनवती चंदेला को 62,058 वोट मिले हैं, जो कि कुल वोट का 55.7 फीसदी है। जबकि, माकन की कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी को सिर्फ 3,379 वोट ही मिले हैं। इस सीट पर भी दूसरे नंबर पर बीजेपी रही है, जिसके उम्मीदवार रमेश खन्ना को 3,9087 वोट मिले हैं। यानि, जिन तीनों सीटों पर केजरीवाल, प्रियंका और माकन के बेटों ने पहली बार वोट डाले उन सब सीटों पर आम आदमी पार्टी को बड़ी जीत हासिल हुई है।
मताधिकार को लेकर क्या कहा था?
अरविंद केजरीवाल ने खुद अपने ट्विटर हैंडल पर बेटे पुलकित समेत पूरे परिवार की तस्वीर डालकर जानकारी थी कि उन्होंने पूरे परिवार के साथ वोटिंग की। फर्स्ट टाइम वोटर के तौर पर उन्होंने बेटे का खास जिक्र करते हुए सभी युवा वोटरों से मतदान की अपील की थी। वहीं, प्रियंका के बेटे रिहान ने कहा था कि उन्हें लोकतांत्रिक प्रक्रिया में भाग लेकर काफी अच्छा लग रहा है। सभी को अपने मताधिकार का प्रयोग करना चाहिए। उन्होंने कहा कि परीक्षा की वजह से वे पिछले लोकसभा चुनाव में मतदान नहीं कर पाए थे। इस मौके पर उन्होंने सबको सार्वजनिक परिवहन की सुविधा और मुफ्त शिक्षा देने की वकालत की थी। माकन ने वोटिंग से पहले फर्स्ट टाइम वोटर बेटे के साथ वोटिंग को लेकर उत्साह जताया था और वोटिंग के बाद सबसे ज्यादा से ज्यादा संख्या में वोट डालने की अपील की थी।
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