जब सुषमा स्वराज ने कहा अब मेरा ठिकाना बदल गया है, ध्यान रखिएगा
नई दिल्ली। पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज देश की एक ऐसी नेता थीं जिनकी हर बात जानने के लिए लोग ट्विटर पर उन्हें फॉलो करते थे। जून के आखिरी हफ्ते में जब सुषमा ने सफदरजंग स्थित अपना आधिकारिक घर छोड़ा तो उस समय भी उन्होंने अपने फॉलोअर्स को इस बारे में ट्विटर पर जानकारी दी। सुषमा ने नई सरकार आने के एक महीने के अंदर उन्होंने सरकारी बंगला छोड़ दिया और लोगों ने उनकी जमकर तारीफ की। सुषमा ने अपने फॉलोअर्स को बताया था कि अब वह अपने सरकारी बंगले में नहीं रहती हैं और इस बात को वे ध्यान रखें।
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29 जून को शिफ्ट हुई नए घर में
सुषमा 29 जून को सरकारी बंगला छोड़कर जंतर मंतर रोड पर स्थित धवनदीप बिल्डिंग में रहने आ गई थीं। इस बात की जानकारी उन्होंने खुद अपने ट्विटर हैंडल पर साझा की। सुषमा ने लिखा, 'मैंने अपना आधिकारिक निवास आठ, सफदरजंग लेन छोड़ दिया है। कृप्या ध्यान रखें कि मुझसे मेरे पहले के पते और फोन नंबरों पर कॉन्टेक्ट नहीं हो पाएगा।' सुषमा ने इस बार का लोकसभा चुनाव नहीं लड़ा और ऐसे में वह एनडीए सरकार के दूसरे कार्यकाल का हिस्सा नहीं थीं।
दूसरे कार्यकाल में नहीं थी सुषमा
जैसे ही सुषमा ने इस बात का ऐलान ट्विटर पर किया तो लोग फिर से उनकी तारीफ किए बिना नहीं रह पाए। सुषमा, मोदी सरकार के पहले कार्यकाल की ऐसी मंत्री थीं जो माइक्रो ब्लॉगिंग साइट ट्विटर पर खासी पॉपुलर रहीं। नई सरकार में सुषमा के पास कोई मंत्रालय जिम्मा नहीं था लेकिन लोग उनके बारे में जानने को उत्सुक रहते थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में जब सरकार ने दूसरा कार्यकाल शुरू किया तो लोग ट्विटर पर उन्हें यह बताने से नहीं चूकते कि वे उन्हें कितना मिस करते हैं।
ट्विटर बोले लोग एक आदर्श नेता
सुषमा की ट्वीट के बाद उनके फैंस एक्टिव हो गए और जवाब में उन्होंने सुषमा को बाकी नेताओं के लिए एक आदर्श करार दिया। यूजर्स ने उन्हें बाकी नेताओं को सीख देने वाली परंपरा के लिए बधाई भी दी। ट्विटर यूजर्स का इशारा उन नेताओं की तरफ था जो अभी तक सरकार बंगलों पर काबिज हैं। सुषमा स्वराज, इंदिरा गांधी के बाद देश की दूसरा महिला विदेश मंत्री बनीं और उनके कार्यकाल ने हर आम भारतीय के दिल में अपनी छाप छोड़ी।
सुषमा ने किया था इमोशनल ट्वीट
नई सरकार के शपथ ग्रहण के बाद सुषमा ने भी एक इमोशनल ट्वीट किया था। सुषमा ने अपनी ट्वीट में लिखा था, ' प्रधानमंत्री जी -आपने 5 वर्षों तक मुझे विदेश मंत्री के तौर पर देशवासियों और प्रवासी भारतीयों की सेवा करने का मौका दिया और पूरे कार्यकाल में व्यक्तिगत तौर पर भी बहुत सम्मान दिया. मैं आपके प्रति बहुत आभारी हूं। हमारी सरकार बहुत यशस्विता से चले, प्रभु से मेरी यही प्रार्थना है।' सुषमा के विदेश मंत्री न होने की खबर से कई लोगों को दुख भी हुआ।