जब प्रियंका गांधी ने तोड़ा एसपीजी का सुरक्षा घेरा, जवानों के फूले हाथ-पांव
उस वक्त एसपीजी जवानों के हाथ-पांव उस वक्त फूल गए थे, जब चुनाव प्रचार के दौरान प्रियंका गांधी ने सुरक्षा घेरा तोड़ दिया था।
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हत्या की साजिश का खुलासा होने के बाद जहां उनकी सुरक्षा का जिम्मा संभालने वाली एजेंसियों ने अपने जवानों को अलर्ट कर दिया है, तो वहीं इस मुद्दे पर सियासी बयानबाजी भी चल रही है। भीमा कोरेगांव हिंसा मामले में गिरफ्तार एक आरोपी के पास से पुणे पुलिस को मिली चिट्ठी के बाद सुरक्षा एजेंसियों ने पीएम मोदी को रोड शो ना करने की सलाह दी है। वीआईपी लोगों की सुरक्षा हमेशा से ही सुरक्षा एजेंसियों के लिए बड़ी चुनौती रही है। इससे पहले उस वक्त एसपीजी जवानों के हाथ-पांव उस वक्त फूल गए थे, जब चुनाव प्रचार के दौरान प्रियंका गांधी ने सुरक्षा घेरा तोड़ दिया था।
ईंटों के ढेर को लांघकर पहुंची लोगों के पास
यह बात है पिछले लोकसभा चुनाव की। यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी की बेटी प्रियंका गांधी अपने भाई राहुल गांधी के चुनाव में प्रचार के लिए यूपी के अमेठी गई हुईं थी। इस दौरान जनसंपर्क के लिए निकलीं प्रिंयका गांधी अचानक एसपीजी का सुरक्षा घेरा तोड़कर आगे निकल गईं। एसपीजी के जवान कुछ समझ पाते, इससे पहले ही प्रियंका गांधी ने ईंटो के एक ढेर को लांघा और लोगों के पास पहुंच गईं। इस पूऱे घटनाक्रम से एसपीजी जवानों के हाथ-पांव फूल गए थे।
क्या है एसपीजी?
आपको बता दें कि एसपीजी (स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप) एक विशेष सुरक्षा बल है, जो भारत के प्रधानमंत्री, उनके परिवार और पूर्व प्रधानमंत्रियों की सुरक्षा की जिम्मेदारी संभालती है। यह सुरक्षा एजेंसी सीधे केंद्र सरकार के मंत्रिमंडलीय सचिवालय के अधीन काम करती है। एसपीजी के जवान 24 घंटे प्रधानमंत्री और उनके परिवार को एक अपने विशेष सुरक्षा घेरे में रखते हैं।
सीपीजी और कैट के जवान अलर्ट
गौरतलब है कि पीएम मोदी की हत्या की साजिश का पर्दाफाश होने के बाद प्रधानमंत्री की सुरक्षा में लगी एजेंसियां सतर्क हो गईं हैं। एसपीजी के अलावा पीएम नरेंद्र मोदी की अंदरूनी सुरक्षा का जिम्मा संभालने वाले सीपीजी (क्लोज्ड प्रोटेक्शन ग्रुप) और कैट (क्विक रिस्पॉन्स टीम) के जवानों को हर स्थिति से निपटने के लिए अलर्ट कर दिया गया है। सीपीजी और कैट के जवान हमेशा पीएम मोदी के आस-पास ही रहते हैं और ये किसी भी हमलावर या आंतकवादी को चंद सेकंड के अंदर नेस्तनाबूत करने की क्षमता रखते हैं।