सुषमा स्वराज ने किस बात पर पीएम मोदी से कहा, 'इसमें आपकी नहीं चलेगी...'
सुषमा स्वराज ने किस बात पर पीएम मोदी से कहा, 'इसमें आपकी नहीं चलेगी...'
नई दिल्ली। देश की पूर्व विदेश मंत्री और भारतीय जनता पार्टी के दिग्गज नेताओं में शामिल रहीं सुषमा स्वराज अब केवल यादों में शेष रह गई हैं। विदेश मंत्री रहते हुए कामकाज करने की उनकी शैली और अंदाज के उनके विरोधी भी कायल थे। वो सुषमा स्वराज ही थीं, जो महज एक ट्वीट पर बाहरी मुल्कों में फंसे भारतीयों की मदद के लिए तुरंत तैयार हो जाती थीं। भारतीय राजनीति में सुषमा स्वराज का कद कितना ऊंचा था, इस बात का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि उनकी कही बात को प्रधानमंत्री भी नहीं टाल पाते थे। पिछले दिनों लोकसभा चुनाव के दौरान फिल्म अभिनेता अक्षय कुमार के साथ बातचीत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उस वाकये का जिक्र किया था, जब सुषमा स्वराज उनके सामने भी एक बात को लेकर अड़ गईं थी।
अक्षय के साथ इंटरव्यू में पीएम मोदी याद की वो घटना
'टाइम्स नाउ' की खबर के मुताबिक, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा चुनाव के दौरान अक्षय कुमार के साथ एक इंटरव्यू में एक घटना को याद करते हुए बताया था कि किस तरह सुषमा स्वराज ने उन्हें अपने भाषण के लिए लिखित स्क्रिप्ट पढ़ने पर मजबूर कर दिया था। पीएम मोदी ने बताया कि 2014 में वो संयुक्त राष्ट्र महासभा के वार्षिक सत्र में भाग लेने के लिए न्यूयॉर्क गए हुए थे। प्रधानमंत्री चुने जाने के बाद नरेंद्र मोदी का संयुक्त राष्ट्र में यह पहला भाषण था। प्रधानमंत्री मोदी ने बताया, 'मेरी समस्या मेरा अति-आत्मविश्वास थी। मैंने अपने भाषण की रूपरेखा के बारे में अपने मन में सोचा हुआ था। जब मैं यूएन पहुंचा, तो सुषमा जी पहले से ही अपने मंत्री स्तर के कार्यक्रमों में शामिल होने के लिए वहां थीं। मैं होटल पहुंचकर उनसे मिला।'
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'इसमें आपकी नहीं चलेगी, आपको मानना ही पड़ेगा'
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उस घटना के बारे में आगे बताया, 'सुषमा जी ने मुझसे मिलते ही मेरे भाषण के बारे में पूछा। मैंने हल्के में जवाब देते हुए कहा मैं मैनेज कर लूंगा। हालांकि उन्होंने कहा कि यह सब इतना आसान नहीं होगा। सुषमा जी ने कहा कि इस वक्त बिना तैयारी के भाषण से काम नहीं होगा और आपके पास एक लिखित भाषण होना चाहिए। मैंने उनसे काफी बहस करने की कोशिश की, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। हम दोनों के बीच करीब आधे घंटे तक बहस होती रही, लेकिन वो अपने स्टैंड पर डटी रहीं और मुझसे कहा कि 'इसमें आपकी नहीं चलेगी, आपको मानना ही पड़ेगा'। फिर मैंने उनसे कहा कि अपने भाषण में मैं क्या बोलना चाहता हूं और फिर मेरा भाषण तैयार किया गया।
सुषमा स्वराज ने ट्वीट किया था वो वीडियो
प्रधानमंत्री ने आगे कहा, 'लेकिन, चूंकि इससे पहले मैंने कभी लिखा हुआ भाषण नहीं पढ़ा था, इसलिए मुझे एक लिखित भाषण पढ़ने में काफी कठिनाई का सामना करना पड़ा।' इस घटना से पता चलता है कि एक मंत्री के रूप में सुषमा स्वराज को प्रधानमंत्री के सामने भी मुखर होने का कोई डर नहीं था और उन्होंने वही किया जो उन्हें ठीक लगा। इस इंटरव्यू को देखने के बाद सुषमा स्वराज ने ट्वीट कर प्रधानमंत्री मोदी को इतनी पुरानी घटना याद रखने पर आभार जताया था। सुषमा स्वराज ने ट्वीट कर कहा था, 'प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी, 2014 की बात आपको जस की तस याद रही और अक्षय कुमार जी को इंटरव्यू देते समय आपने उसका उल्लेख किया। यह आपका बड़प्पन है। मैं हृदय से आपकी आभारी हूं।'
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'हमने उनकी दयाभावना को भी बखूबी देखा'
आपको बता दें कि सुषमा स्वराज राजनीतिक जीवन में सोशल मीडिया पर भी काफी सक्रिय रहती थीं। कई बार ऐसे मौके आए जब लोगों ने ट्विटर के जरिए अपनी समस्याएं उन्हें बताईं और सुषमा स्वराज ने एक आगे बढ़कर लोगों की सहायता की। सुषमा स्वराज के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी लोगों की मदद करने वाले उनके इस व्यवहार के लिए उन्हें याद किया। पीएम मोदी ने कहा, 'वो एक शानदार प्रशासक रहीं, सुषमा जी ने जिस भी किसी मंत्रालय का प्रभार संभाला वहां उन्होंने ऊंचे मानडंद स्थापित किए। दूसरे देशों के साथ द्विपक्षीय संबंधों को आगे ले जाने में उन्होंने बड़ी भूमिका निभाई। बतौर मंत्री हमने उनकी दयाभावना को भी बखूबी देखा कि किस तरह से उन्होंने दूसरे मुल्कों में फंसे भारतीयों की मदद की।'
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