जब पर्रिकर ने एक झटके में 11 रुपए सस्ता कर दिया था पेट्रोल...
नई दिल्ली। पैन्क्रियाटिक कैंसर से जूझ रहे गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर का रविवार शाम 63 साल की उम्र में निधन हो गया। देश के पूर्व रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर को उनकी सादगी और ईमानदारी के लिए जाना जाता था। उनको बीजेपी ही नहीं दूसरे दलों के नेता भी पसंद करते थे और यही कारण था कि साल 2017 में पर्याप्त संख्या बल ना होने पर दूसरे दलों ने मनोहर पर्रिकर को सीएम बनाने की शर्त पर समर्थन दिया था। IIT Mumbai से मेटलर्जिक इंजीनियरिंग में स्नातक पर्रिकर अपनी कुशल कार्यशैली के लिए जाने जाते थे।
रातों-रात पेट्रोल की कीमतें कम हो गईं थी
साल 2012 में मनोहर पर्रिकर ने तीसरी बार गोवा के मुख्यमंत्री के रूप में कार्यभार संभाला। इस दौरान उनके एक फैसले ने सभी का ध्यान आकर्षित किया जब उन्होंने गोवा में एक साथ पेट्रोल 11 रुपए प्रति लीटर सस्ता कर दिया था। मनोहर पर्रिकर ने पेट्रोल पर VAT कम करने का फैसला किया और रातों-रात पेट्रोल की कीमतें कम हो गईं और मनोहर पर्रिकर के इस फैसले की पूरे देशभर में चर्चा होने लगी थी। मनोहर पर्रिकर ने गृहणियों को हर महीने मदद देने वाली गृह आधार योजना के साथ-साथ लाडली योजना भी शुरू की।
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देश के रक्षा मंत्री भी रहे मनोहर पर्रिकर
पर्रिकर को बीजेपी के सबसे सफल मुख्यमंत्रियों में से एक माना जाता था। ये उनकी बेदाग छवि ही थी जिसके कारण पीएम मोदी ने मनोहर पर्रिकर को देश का रक्षा मंत्री बनाया और अपने कैबिनेट में जगह दी। उन्होंने एक ऐसे राज्य में पार्टी को मजबूती दी जहां बड़ी संख्या में ईसाई वोटर हैं। ये मनोहर पर्रिकर ही थे जिन्होंने 2014 के लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में नरेंद्र मोदी के नाम का प्रस्ताव दिया था।
सरल जीवन शैली के कारण लोगों के बीच लोकप्रिय रहे
मनोहर पर्रिकर अपने साफ-सुथरे रिकॉर्ड और सरल जीवन शैली के लिए जाने जाते थे। अक्सर उनको ट्रेडमार्क हाफ-शर्ट में और स्कूटर की सवारी करते हुए देखा जाता था। पैन्क्रियाटिक कैंसर के बावजूद मनोहर पर्रिकर मुख्यमंत्री के अपने दायित्व को आखिरी वक्त तक निभाते रहे। पिछले महीने ही नाक में ट्यूब लगे होने के बावजूद वे विधानसभा में बजट पेश करने पहुंचे थे।