SC में अटॉर्नी जनरल की टिप्पणी पर सख्त हुईं इंदिरा जयसिंह
नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट में जिस तरह से अटॉर्नी जनरल केके वेणुगोपाल ने सुप्रीम कोर्ट की वकील इंदिरा जय सिंह को वरिष्ठ वकील आनंद ग्रोवर की पत्नी कहकर संबोधित किया उसपर इंदिरा जय सिंह ने कड़ी आपत्ति जाहिर की है। इंदिरा जय सिंह ने वेणुगोपाल पर तीखा पलटवार करते हुए कहा कि मेरी अपनी निजी हैसियत है। यह पूरा मामला सुप्रीम कोर्ट के जज अरुण मिश्रा और नवीन सिन्हा की खंडपीठ में हुआ। यह वाकया उस वक्त हुआ जब ग्रोवर ने कोर्ट में कहा कि वह इंदिर जयसिंह की ओर से पेश हो रहे हैं।
कोर्ट
ने
पूछा
आप
किसके
लिए
पेश
हो
रहे
आपको
बता
दें
कि
वकील
प्रशांत
भूषण
के
खिलाफ
अटॉर्नी
जनरल
द्वारा
दायर
अवमानना
याचिका
दायर
की
है,
इस
मामले
में
इंदिरा
जय
सिंह
ने
दखल
देने
के
लिए
कोर्ट
में
याचिका
दायर
की
है।
जब
इस
मामले
में
कोर्ट
ने
ग्रोवर
से
पूछा
कि
वह
किसका
प्रतिनिधित्व
कर
रहे
हैं
इसपर
उन्होंने
कहा
कि
मैं
श्रीमति
जयसिंह
का
प्रतिनिधित्व
कर
रहा
हूं।
लेकिन
जब
कोर्ट
ने
पूछा
कि
क्या
इंदिरा
जयसिंह
का
नहीं,
जिसपर
ग्रोवर
ने
कहा
कि
हां
मैं
उन्ही
की
ओर
से
पेश
हो
रहा
हूं।
जयसिंह
ने
जताया
ऐतराज
जब
कोर्ट
में
ग्रोवर
ने
कहा
कि
वह
जयसिंह
के
लिए
पेश
हो
रहे
हैं
इस
दौरान
वेणुगोपाल
ने
कहा
कि
उन्हें
कहना
चाहिए
कि
वह
अपनी
पत्नी
के
लिए
उपस्थित
हो
रहे
हैं।
वेणुगोपाल
की
इस
टिप्पणी
पर
इंदिरा
जयसिंह
ने
कड़ा
ऐतराज
जाहिर
किया।
उन्होंने
कहा
कि
एटॉर्नी
जनरल
अपनी
टिप्पणी
को
वापस
लीजिए,
मेरी
अपनी
निजी
हैसियत
है।
हालांकि
कुछ
देर
बाद
इंदिरा
जय
सिंह
ने
कहा
कि
श्रीमान
एटॉर्नी
मुझे
इस
बात
का
दुख
है
कि
मैं
अपना
आपा
खो
बैठी,
हमारी
पहचान
व्यक्तिगत
वकील
के
तौर
पर
है,
किसी
की
पत्नी
या
पति
के
रूप
में
नहीं।
हमारा
अपना
व्यक्तित्व
है
इंदिरा
जयसिंह
ने
कहा
कि
हमारा
अपना
व्यक्तित्व
है,
यही
वजह
है
कि
हमने
अपना
नाम
नहीं
बदला
है।
इंदिरा
जयसिंह
ने
कोर्ट
को
बताया
कि
उन्होंने
एक
याचिका
दायर
की
है।
उन्होंने
कहा
कि
हम
ऐसे
मामले
से
निपट
रहे
हैं
कि
क्या
वकील
या
वादी
कोर्ट
में
चल
रहे
मामले
की
आलोचना
कर
सकता
है।
जयसिंह
ने
कहा
कि
मैं
अक्सर
लेख
लिखती
हूं
और
कानून
की
सीमा
जानना
चाहती
हूं।
मेरा
प्रतिनिधित्व
कौन
करे,
यह
मेरी
पसंद
होनी
चाहिए।
कृपया
ग्रोवर
को
मेरा
पक्ष
रखने
दीजिए।