'कोरोना से नहीं पड़ेगा अर्थव्यवस्था पर असर', Twitter यूजर्स ने अनुराग ठाकुर को याद दिलाई पुरानी बात
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा कोरोनो वायरस महामारी के बीच 20 लाख करोड़ रुपये के आर्थिक पैकेज की घोषणा के बाद, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि कैसे पैकेज को बांटा जाएगा। चार भारतीय भाषाओं तेलगु, कन्नड़, मलयालम और तमिल में 'आत्मानिभर भरत' को परिभाषित करने के बाद, सीतारमण ने अंग्रेजी में वित्तीय कार्ययोजनाओं की संक्षिप्त जानकारी दी, जबकि वित्त और कॉर्पोरेट मामलों के राज्य मंत्री द्वारा हिंदी में इसका अनुवाद किया जा रहा था।
अनुराग ठाकुर ने जैसे ही आर्थिक स्थिति पर बोला लोगों ने मार्च में दिए उनके बयान को सोशल मीडिया पर वायरल करना शुरू कर दिया। मार्च महीने में जब लॉकडाउन का शुरूआती चरण था जब अनुराग ठाकुर ने कहा था कि भारतीय अर्थव्यवस्था पर महामारी का कोई "प्रतिकूल प्रभाव" नहीं पड़ेगा। हालांकि उस समय भी अनुराग ठाकुर अपने इस बयान को लेकर सोशल मीडिया पर ट्रोल हुए थे।
बुधवार को अनुराग ठाकुर ने कहा ' जैसा कि बड़े पैमाने पर दुनिया के लिए सच है, भारत का निकटवर्ती वृहद आर्थिक दृष्टिकोण भी चीन के साथ व्यापार के विघटन की चपेट में है और वैश्विक विकास में अपेक्षित मंदी से प्रभावित है।
आपको बता दें कि पैकेज के बंटवारे में वित्त मंत्री ने नौकरीपेशा लोगों और एमएसएमई सेक्टर के लिए भी कई बड़े ऐलान किए है। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने हमें निर्देश दिया है कि प्रतिदिन अलग-अलग सेक्टर के आधार पर हम आप लोगों की उस पैकेज की जानकारी देंगे।
उन्होंने कहा कि कल पीएम का और्थिक पैकेज पर ऐलान आपने सुना, इस पैकेज पर फैसला समाज के कई सेक्शन, कई मंत्रालय और विभागों के बीच चर्चा के बाद लिया गया था। उन्होंने कहा कि कई विभागों, मंत्रालयों के अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद इस पैकेज पर चर्चा में शामिल रहे थे। वित्त मंत्री ने कहा कि समाज के कई वर्गों से बातचीत कर पैकेज तैयार किया गया।