जब साइड रोल वाले एक्टर, मेन रोल पर भारी पड़े
जैसे-जैसे दर्शकों का रुझान बदल रहा है वैसे-वैसे फ़िल्मों के कई छोटे-मोटे किरदारों को ख्याति मिल रही है.
हिंदी फ़िल्म इंडस्ट्री में अक्सर देखा गया है की सभी कहानियाँ हीरो-हीरोइन के इर्द-गिर्द ही घूमती हैं. सपोर्टिंग किरदार कितने भी अच्छे क्यों ना हों, वो हीरो के आगे नहीं निकलते.
पर जैसे-जैसे दर्शकों का रुझान बदल रहा है वैसे-वैसे फ़िल्मों के कई छोटे-मोटे किरदारों को ख्याति मिल रही है. कई किरदार तो ऐसे भी हुए हैं जो हीरो-हीरोइन के किरदार पर भारी पड़े हैं.
लक्ष्मी में शरद केलकर
टीवी से फ़िल्मों में क़दम रखने वाले शरद केलकार को मंझा हुआ अभिनेता माना जाता है. हाल ही में वो अक्षय कुमार की फ़िल्म "लक्ष्मी" में किन्नर की भूमिका में नज़र आये. "लक्ष्मी" फ़िल्म में पहली बार कोई सुपरस्टार किन्नर की भूमिका में नज़र आया.
फ़िल्म रिलीज़ से पहले अक्षय कुमार के इस साहस को बहुत सराहना मिली पर फ़िल्म कमज़ोर निकली. फ़िल्म में गेस्ट अपीयरेंस किन्नर बने शरद केलकर के अभिनय ने इतना गहरा प्रभाव ज़हन में छोड़ा कि दर्शकों को सिर्फ़ शरद केलकर ही याद रहे.
साल की शुरुवात में आई अजय देवगन की हिस्टोरिकल फ़िल्म "तानाजी" में शरद केलकर ने छत्रपति शिवजी महाराज की भूमिका भी निभाई थी. स्क्रीन पर कम समय होने के बावजूद दर्शकों पर शरद केलकर अपनी छाप छोड़ गए.
गल्लीबॉय में सिद्धांत चतुर्वेदी
फ़िल्म इंडस्ट्री में रणवीर सिंह अपने दमदार अभिनय के लिए जाने जाते हैं. वो अक्सर दूसरे किरदारों पर हावी हो जाते हैं.
पर पहली बार हुआ की उनके अभिनय को किसी ने टक्कर दी. 2019 में भारत की ओर से ऑस्कर भेजी गई फ़िल्म गल्लीबॉय में रणवीर सिंह के अभिनय को दर्शकों ने सराहा, पर फ़िल्म में एम सी शेर का किरदार निभाने वाले सिद्धांत चतुर्वेदी का अभिनय रणवीर सिंह के किरदार पर हावी रहा और सिद्धांत चतुर्वेदी ने दर्शकों से ख़ूब वाह-वाही बटोरी.
सिद्धांत चतुर्वेदी के अभिनय से ना सिर्फ़ दर्शक बल्कि फ़िल्म इंडस्ट्री भी प्रभावित हुई और अब वो कई बड़ी फ़िल्म में बतौर हीरो काम कर रहे है.
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तनु वेड्स मनु में दिपक डोबरियाल
विशाल भरद्वाज की फ़िल्म "मक़बूल" से अपना फ़िल्मी करियर शुरू करने वाले दिपक डोबरियाल ने कई यादगार किरदार किये, लेकिन आनंद एल राय की फ़िल्म "तनु वेड्स मनु" के पप्पी किरदार ने उन्हें अलग पहचान दी.
जहाँ तनु वेड्स मनु ने कंगना रनौत को सफलता की पहली सीढ़ी दी, वहीं आर माधवन के दोस्त पप्पी का किरदार निभाने वाले दिपक डोबरियाल हीरो के किरदार पर हावी रहे.
उनके किरदार की कॉमेडी टाइमिंग ने दर्शको को खूब लुभाया और उनका किरदार फ़िल्म में यादगार बन गया.
किक और रईस में नवाज़ुद्दीन सिद्दीकी
फ़िल्म इंडस्ट्री में तीन दशक से शाहरुख़ ख़ान और सलमान ख़ान का दबदबा रहा है. सलमान ख़ान की फ़िल्मों में उनके किरदार का दबदबा हमेशा रहा है.
उनके फ़ैन उनकी हर चाल पर सीटी मारते दिखते आये हैं. 2014 में सलमान खान की फ़िल्म "किक" में सलमान ख़ान के आलावा नवाज़ुद्दीन सिद्दीक़ी के विलन किरदार शिव गजरा के लिए दर्शको ने खुलकर सीटी मारी.
फ़िल्म में नवाज़ुद्दीन सिद्दीक़ी की ख़ूंख़ार हंसी उनके किरदार की पहचान बन गई. पहली बार सलमान ख़ान की फ़िल्म में किसी दूसरे अभिनेता को ऐसी वाह-वाही मिली.
सलमान ख़ान के साथ काम करने के बाद नवाज़ुद्दीन सिद्दीक़ी 2017 में शाहरुख़ खान की फ़िल्म "रईस" में इंस्पेक्टर जयदीप अम्बालाल मजमुदार के किरदार में नज़र आए. फ़िल्म में नवाज़ुद्दीन सिद्दीक़ी का शाहरुख़ ख़ान से फेस ऑफ़ हुआ.
दोनों किरदारों की डायलॉगबाज़ी दर्शको को पसंद आई. उनका डायलॉग "रिटेन में दे दीजिये" बहुत पसंद किया गया. जहाँ दर्शको ने शाहरुख़ ख़ान को रोमांस के आलावा हटके किरदार में देखा, वहीं उनके किरदार का सामना कर रहे नवाज़ुद्दीन सिद्दीक़ी को भी दर्शक भूल नहीं पाए.
2013 की रितेश बत्रा की रोमांटिक फ़िल्म "लंचबॉक्स" में इरफ़ान ख़ान और निमृत कौर के साथ नवाज़ुद्दीन सिद्दीक़ी भी छोटे से किरदार में नज़र आये.
उनके किरदार का नाम शेख़ था. "लंचबॉक्स" की प्यारी प्रेम कहानी में इरफ़ान ख़ान ने बेहद ख़ूबसूरत अभिनय किया पर बतौर चुलबुले सेल्समेन की भूमिका में नवाज़ुद्दीन ने दर्शकों का दिल जीता.
निल बट्टे सन्नाटा और लूडो में पंकज त्रिपाठी
पंकज त्रिपाठी आज के दौर में बहुत ही मंझे हुए कलाकार माने जाते हैं. उनकी हर अदाकारी हर फ़िल्म में उभरकर दिखती है. पंकज त्रिपाठी का अभिनय इतना प्रभावशाली होता है कि फ़िल्म के दूसरे कलाकारों पर हावी हो जाता है.
अश्विनी अय्यर तिवारी की फ़िल्म "निल बट्टे सन्नाटा" माँ-बेटी के रिश्ते पर आधारित थी जिसमें स्वरा भास्कर अहम भूमिका में नज़र आयीं. फ़िल्म में पंकज त्रिपाठी प्रिंसिपल श्रीवास्तव की भूमिका में दिखे जो अभिनय में दूसरे अभिनेताओं पर भारी पड़े.
पंकज त्रिपाठी 2019 में कार्तिका आर्यन की फ़िल्म फ़िल्म लुका छुपी में छोटे से किरदार बाबूलाल में नज़र आये. जब-जब पंकज त्रिपाठी स्क्रीन पर नज़र आये उन्होंने दर्शको का ध्यान सिर्फ़ अपनी तरफ़ केंद्रित कर दिया.
ऐसा ही हाल रहा हाल ही में रिलीज़ हुई अनुराग बासु की फ़िल्म "लूडो" का जिसमें कई कलाकार थे जैसे अभिषेक बच्चन, आदित्य रॉय कपूर, सान्या मल्होत्रा, फ़ातिमा सना शेख़, लेकिन डॉन का किरदार सत्तू (पंकज त्रिपाठी) हर किरदार पर हावी रहा.
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फुकरे में वरुण शर्मा
2013 में आई कॉमेडी फ़िल्म फुकरे में कई नए कलाकार और कई मंझे हुए कलाकार जैसे ऋचा चड्ढा, पंकज त्रिपाठी और अली फ़ज़ल थे. फ़िल्म ने दर्शको को काफ़ी लुभाया.
इतने कलाकारों में नवीन कलाकार वरुण शर्मा के "चूंचा" किरदार ने दर्शको पर गहरी छाप छोड़ी जिससे उनकी फ़िल्मी करियर को काफ़ी फ़ायदा हुआ और वो कई बड़ी फ़िल्मों का हिस्सा बने. जिसमें शामिल हैं शाहरुख़ ख़ान की "दिलवाले", "अक्षय कुमार की "गोल्ड" जैसी फ़िल्में.
सरबजीत में रणदीप हुड्डा
उमंग कुमार की बायोपिक फ़िल्म "सरबजीत" में ऐश्वर्या राइ बच्चन ने बहन दलबीर कौर का किरदार निभाया जो भाई सरबजीत सिंह की भारत वापसी के लिए लड़ती है.
सरबजीत के किरदार में स्पेशल भूमिका निभाने वाले रणदीप हुड्डा स्क्रीन पर कुछ समय के लिए ही दिखे पर उनके वो चंद सीन इतने प्रभावशाली रहे की दूसरे अभिनेताओं का अभिनय उनके सामने फीका रहा.
नीरजा में जिम सरब
2016 में आई राम माधवानी की बायोपिक फ़िल्म "नीरजा" में सोनम कपूर बेहद अलग किरदार में नज़र आईं. फ़िल्म में शबाना आज़मी भी अहम भूमि निभा रही थीं.
फ़िल्म को दर्शकों से बहुत प्यार मिला पर सबसे ज़्यादा अभिनय में तारीफ़ बटोरी अभिनेता जिम सरब ने जो नकारात्मक किरदार ख़लील में नज़र आये.
थिएटर से आने वाले जिम सरब की डेब्यू रही नीरजा फ़िल्म से उनका फ़िल्मी करियर शुरू हुआ और आज उन्हें फ़िल्म इंडस्ट्री का एक मंझा हुआ अभिनेता माना जाता है.
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स्त्री में अभिषेक बनर्जी
2018 में आई भूतिया प्रेम कहानी में श्रद्धा कपूर और राजकुमार राव ने दर्शकों को बहुत गुदगुदाया. फ़िल्म में कई मंझे हुए कलाकार थे, जिनमें शामिल हैं राज कुमार राव, पंकज त्रिपाठी और विजय राज.
सभी कलाकारों ने बेहतरीन काम किया पर कास्टिंग की दुनिया से आये अभिषेक बनर्जी के जाना किरदार ने दर्शकों पर अलग छाप छोड़ी.
ओमकारा में सैफ़ अली ख़ान
90 के दशक में फ्लॉप हीरो रहे सैफ़ अली ख़ान को 2001 में आई फ़िल्म "दिल चाहता है" ने नया जीवन दिया.
2006 में विशाल भरद्वाज की फ़िल्म में सैफ़ अली ख़ान नकारात्मक भूमिका "लंगड़ा त्यागी" के किरदार में नज़र आये. फ़िल्म में अजय देवगन, विवेक ओबेरॉय, करीना कपूर, कोंकणा सेन शर्मा, नसीरुद्दीन शाह जैसे कई दिग्गज कलाकार भी थे पर सैफ़ अली ख़ान का किरदार लंगड़ा त्यागी सब पर हावी रहा.