लो विजिबिलिटी के चलते जब विमान में बैठे कैप्टन ने उड़ाई फ्लाइट
नई दिल्ली। शायद ही आपने कभी ऐसा सुना होगा कि विमान में सफर कर रहे यात्री को विमान की लैंडिंग की जिम्मेदारी दे दी गई हो। जी हां, शनिवार को इंडिगो विमान में बतौर यात्री सफर कर रहे कैप्टन से विमान की लैंडिंग कराने को कहा गया। दरअसल यह यात्री पेशे से पायलट था और उन्हें लो विजिबिलिटी में विमान को उड़ाने का का CAT III B प्रशिक्षण प्राप्त था। ऐसे में शनिवार को जब कोहरे की वजह से विजिबिलिटी अचानक कम हो गई तो उन्हें विमान को लैंड कराने की जिम्मेदारी दी गई। जानकारी के अनुसार विमान में सफर कर रहे कैप्टन ने इससे पहले शुक्रवार को पुणे जाने वाले विमान को उड़ाया था और वह वापस दिल्ली अपने घर बतौर यात्री जा रहे थे।
अचानक से कम हुई विजिबिलिटी
इंडिगो सूत्रों के अनुसार जब विमान के भीतर यात्रियों की बोर्डिंग पूरी हो गई तो हमे जानकारी मिली कि दिल्ली में अचानक से विजिबिलिटी काफी कम हो गई है। हमने सर्दियों में कोहरे की वजह से 15 दिसंबर के बाद दिल्ली जाने वाले विमान की सुबह वह शाम की फ्लाइट को उड़ाने की जिम्मेदारी CAT III B प्रशिक्षित पायलट को दी है। लेकिन जिस तरह से अचानक लो विजिबिलिटी की समस्या शनिवार को सामने आई, उसकी किसी को भी उम्मीद नहीं थी।
जरूरी औपचारिकताएं पूरी कराई गईं
विमान में यात्री के तौर पर सफर कर रहे कैप्टन जोकि CAT III B प्रशिक्षित हैं उन्हें 6E-6571 विमान को उड़ाना था। लेकिन लो विजिबिलिटी की खबर मिलने के बाद हमने आंतरिक अनुमति लेने के बाद यात्रियों को किसी तरह की दिक्कत ना हो इसके लिए विमान में साधारण कपड़ों में सफर कर रहे कैप्टन को विमान उड़ाने के लिए कहा गया। विमान के डेक में जाने से पहले पायलट को विमान उड़ाने से पहले होने वाले टेस्ट को पास करना पड़ा। कैप्टन ने हर जरूरी नियम का पालन किया हालांकि वह सिर्फ पायलट की यूनिफॉर्म में नहीं थे। लिहाजा उन्हें विमान उड़ाने की इजाजत दे दी गई।
पूरी तरह से प्रशिक्षित पायलट
इस विमान को सुबह 7.30 पर टेक ऑफ करना था लेकिन यह 9.10 बजे रवान हुई। सूत्रों का कहना है कि विमान कंपनी ने यह कदम इसलिए उठाया क्योंकि यात्री पूरी तरह से प्रशिक्षित पायलट था और विमान के उड़ने में और देरी ना हो इस वजह से उन्हें विमान को उड़ाने के लिए कहा गया। वरिष्ठ पायट का कहना है कि यह सामान्य नहीं है कि बिना यूनिफॉर्म के पायलट विमान को उड़ाए क्योंकि इससे यात्रियों के मन में सवाल उठ सकता है कि आखिर विमान कौन उड़ा रहा है। लेकिन नियमों के पालन के बाद वह विमान को उड़ा सकते हैं।