व्हाट्सएप ने लॉन्च की नई सेवा, इस बड़ी समस्या से अब मिलेगा छुटकारा
नई दिल्ली। व्हाट्सएप ने मंगलवार को भारतीयों के लिए एक नई सेवा शुरू की है। इसके तहत लोकसभा चुनाव से पहले फेक न्यूज से लोगों को बचाने का रास्ता निकाला गया है। दरअसल व्हाट्सएप ने एक बयान में कहा कि वे एक लोकल स्टार्टअप प्रोटो के साथ काम कर रहे हैं जो कि भेजे जाने वाले कंटेंट को झूठे या सच्चे होने की श्रेणी में डालेगा। वे इसके लिए एक डेटाबेस भी तैयार कर रहे हैं जिसके तहत गलत जानकारी या कंटेट को अच्छे से पहचाना जा सकेगा।
कंटेट को चेक कर दिया जाएगा लेबल
अगर किसी व्हाट्सएप यूजर को संदेहात्मक मेसेज मिलता है तो वह उसे चेकप्वाइंट टिप लाइन की मदद से चेक कर सकता है। यहां फैक्ट चेक किया जाएगा और फर्जी खबर होने पर उसे फाल्स मिसलीडिंग या डिसप्यूटेड लेबल दिया जाएगा। जबकि सही खबर को ट्रू लेबल दिया जाएगा। ये अंग्रेजी और हिंदी के अलावा तीन अन्य भाषाओं के कंटेंटे और वीडियो को चेक कर सकेगा।
व्हाट्सएप ने इसलिए उठाया ये कदम
व्हाट्सएप ने ये कदम अपने 200 मिलीयन भारतीय ग्राहकों द्वारा गलत कंटेंट फैलाने को लेकर आलोचना के बाद लिया है। दरअसल कई अहम कार्यक्रमों जैसे चुनाव इत्यादि में व्हाट्सएप पर अकसर गलत जानकारी वायरल होती है जिसे कई लोग सच मान बैठते हैं। बता दें कि ब्राजील में चुनाव के समय भी व्हाट्सएप को इसी तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ा था।
फेसबुक ने बंद किए 712 अकॉउंट
उधर व्हाट्सएप की पैरेंट कंपनी फेसबुक ने सोमवार को कहा कि उसने भारत और पाकिस्तान में गलत जानकारी फैलाने के चलते 712 अकॉउंट और 390 पेज डिलीट कर दिए हैं। गौरतलब है कि कई बार व्हाट्सएप पर भेजे गए कंटेंट के जरिए हिंसा फैलने की खबरें आती रही हैं जिसके चलते व्हाट्सएप को आलोचना झेलनी पड़ी है।
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